नवरात्रि से पहले गरबा आयोजन को लेकर एक बार फिर धार्मिक मतभेद की चिंगारी भड़क गई है. बागेश्वर धाम के प्रमुख और कथा वाचक पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने एक विवादास्पद बयान देते हुए गरबा पंडालों में मुस्लिम समुदाय की एंट्री को लेकर कहा, 'जिस तरह सनातन हिंदू हज यात्रा में नहीं जाते, ठीस उसी तरह मुस्लिमों को गरबा में नहीं आना चाहिए."
ADVERTISEMENT
मुस्लिमों को नहीं मिलना चाहिए प्रवेश
पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने ये बयान अपने गृह जिले छतरपुर के लवकुशनगर स्थित धार्मिक स्थल बंबरबेनी माता मंदिर में दर्शन के दौरान दिया. उनका कहना है कि गरबा पंडालों के मुख्य गेट पर गोमूत्र छिड़काव किया जाना चाहिए, ताकि केवल सनातन संस्कृति के अनुयायी ही प्रवेश करें.
कौन है पंडित धीरेंद्र शास्त्री
पंडिट धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के रहने वाले हैं. उनका जन्म 4 जुलाई 1996 को छतरपुर जिले के गढ़ा गांव में हुआ था. इस बार यानी 4 जुलाई 2025 को वो 29 साल के हो गए हैं.
पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के पिता का नाम रामकृपाल गर्ग और मां का नाम सरोज गर्ग है. फिलहाल धीरेंद्र शास्तरी की शादी को लेकर तमाम खबरें आती रहती हैं लेकिन वह अविवाहित हैं.
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री एक कथा वाचक के साथ सनातन धर्म प्रचारक भी हैं. उन्हें कई मंचो पर हिंदू राष्ट्र बनाने की बात करते देखा गया हैं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के गुरु जगतगुरु रामभद्राचार्य हैं, जिन्हें 2015 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया.
ये भी पढ़ें: सिंधिया परिवार की 400 करोड़ की संपत्ति बंटवारे पर कोर्ट की मोहर, जानें किसको क्या मिलेगा?
ADVERTISEMENT