Jharkhand assembly elections: झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस और बीजेपी ने कमर कस ली है. दोनों ही पार्टियों ने चुनावी मैदान में अपने-अपने दिग्गजों को इलेक्शन की जंग लड़ने भेज दिया है. झारखंड में दो चरणों में विधानसभा चुनाव होने हैं. 13 नवंबर और 20 नवंबर को यहां वोट डाले जाएंगे और चुनाव परिणाम 23 नवंबर को सामने आएगा. झारखंड विधानसभा में कुल 81 सीटें हैं, जिनके लिए ये चुनाव होने जा रहा है.
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इस बीच दो गठबंधन के दो तगड़े नेताओं की चर्चा जोरों पर है. NDA से हिमंता बिस्वा सरमा तो INDIA के तरफ से कांग्रेस ने गौरव गोगोई को झारखंड जीतने का कमान सौंपी है. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने झारखंड में विधानसभा चुनावों के लिए बी.के. हरिप्रसाद, गौरव गोगोई और मोहन मरकाम को AICC का सीनियर कोऑर्डिनेटर नियुक्त किया.
गौरव गोगोई, कांग्रेस के ऐसे नेता हैं जो संसद में राहुल के एक इशारे पर बीजेपी के खिलाफ मोर्चा खोलने के लिए तैयार रहते हैं. प्रारंभिक शिक्षा दिल्ली के सेंट कोलंबिया स्कूल से हुई है. यहीं से इन्होंने ग्रैजुएशन किया है. इसके बाद गौरव ने 2004 में इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय, दिल्ली से इलेक्ट्रॉनिक्स और संचार इंजीनियरिंग में बी. टेक पूरा किया.
फिर न्यूयॉर्क विश्वविद्यालय से लोक प्रशासन में MA किया. फिर गौरव ने राजनीति में एंट्री ली और 2014 में गौरव कांग्रेस पार्टी में शामिल हुए. इसके बाद कालियाबोर सीट से जीतकर सांसद बन गए. गौरव अभी जोरहाट सीट से सांसद हैं. आपको बता दें कि गौरव गोगोई असम के पूर्व सीएम तरुण गोगोई के बेटे हैं और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी की युवा टीम के अहम सदस्य माने जाते हैं.
बीजेपी ने इस नेता को आगे कर करी तगड़ी तैयारी
बीजेपी के झारखंड विधानसभा चुनाव के सह-प्रभारी और असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने सीट बंटवारे का ऐलान कर दिया है. ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन (एजेएसयू) 10 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. जनता दल (यूनाइटेड) 2 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. एक सीट पर लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) और बाकी 68 सीटों पर बीजेपी चुनाव लड़ेगी.
कौन हैं हिमंता बिस्वा सरमा
हिमंता बिस्वा सरमा असम के मुख्यमंत्री हैं. झारखंड में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए सह-प्रभारी बनाए गए हैं. हिमंता बिस्वा सरमा असम के बड़े नेता हैं. पहले वह कांग्रेस में थे. बाद में भाजपा का दामन थाम लिया. भाजपा ने असम में लगातार दूसरी बार विधानसभा का चुनाव जीता, तो सर्बानंद सोनोवाल की जगह हिमंता बिस्वा सरमा को मुख्यमंत्री बनाया. कुल मिलाकर झारखंड को जीताने के लिए कांग्रेस औऱ बीजेपी दोनों ने ही असम के ही नेता को मैदान में उतारा है.
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