8वें वेतन आयोग में स्वीपर की सैलरी 55 हजार तो सीनियर IAS की तनख्वाह 6.5 लाख पार! 2.7 फिटमेंट फैक्टर करेगा ये कमाल
बृजेश उपाध्याय
31 Dec 2025 (अपडेटेड: Dec 31 2025 4:51 PM)
8th Pay Commission Salary Hike: 8वें वेतन आयोग को लेकर केंद्रीय कर्मचारियों में चर्चा तेज है. अगर फिटमेंट फैक्टर 2.7 रहा तो स्वीपर की सैलरी 55 हजार तक और सीनियर IAS की तनख्वाह 6.5 लाख रुपये से ज्यादा हो सकती है. जानिए 1 जनवरी 2026 से लागू होने की संभावित तारीख, DA मर्ज होने का गणित और लेवल 1 से 18 तक की अनुमानित सैलरी डिटेल.
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1 जनवरी 2026 से 8वां वेतन आयोग लागू होने की बात कही जा रही है. हालांकि अभी इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई, लेकिन कहा जा रहा कि 31 दिसंबर 2025 को 7वां वेतन आयोग की टाइमलाइन खत्म हो जाने के बाद यह लागू होगा. सरकार ने वेतन आयोग गठित कर चुकी है और इसके लिए टीओआर निकल चुका है.

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वहीं 8वें वेतन आयोग में पैसे बढ़ने को लेकर हर जगह चर्चाएं हो रही है क्योंकि इससे सैलरी और पेंशन दोनों में ही बढ़ोतरी हो सकती है. 8वां वेतन आयोग लागू होने से करीब 50 लाख केंद्रीय कर्मचारियों और 65 लाख पेंशनर्स को बड़ा फायदा होगा.
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सभी केंद्रीय कर्मचारियों की जुबान पर एक ही सवाल है- सैलरी कितनी बढ़ेगी और कब से बैंक अकाउंट में इसका इम्पैक्ट दिखेगा. इस जवाब में सबसे महत्पवूर्ण बात है- फिटमेंट फैक्टर. यही तय करता है कि सैलरी कितनी होगी. 6th पे कमीशन में फिटमेंट फैक्टर 1.86 था. तब सबसे नीचने लेवल के कर्मचारी की बेसिक सैलरी बढ़कर 7000 हो गई. 7वें वेतन आयोग में फिटमेंट फैक्टर 2.57 रखा गया. तब बेसिक सैलरी बढ़कर 18,000 रुपए हो गई. अब माना जा रहा है कि फिटमेंट फैक्टर 2.25-2.8 के बीच रखा जा सकता है. तब पियून की बेसिक सैलरी 4000-50,000 के बीच पहुंच जाएगी. इसमें HRA जुड़ने के बाद इन हैंड सैलरी इससे कहीं ज्यादा होगी.

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अब दूसरा सवाल ये है कि क्या इसमें DA जुड़ेगा? इसे लेकर सस्पेंस है. माना जा रहा है कि DA यानी महंगाई भत्ता को 8वें वेतन आयोग में बेसिक सैलरी से ही मर्ज कर दिया जाएगा. ध्यान देने वाली बात है कि महंगाई भत्ता 2026 में 70 फीसदी तक पहुंच सकता है. अब अगला सवाल है कि सैलरी कितनी बढ़ जाएगी. मान लिए जाए कि फिटमेंट फैक्टर 2.7 होगा. तो इसपर केंद्र सरकार की नौकरी में लेवल 1 से लेवल 18 तक क्या सैलरी होगी?
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कैलकुलेट करने से पहले ये जान लें कि लेवल 1 एंट्री लेवल होता है. इसमें ग्रुप C के कर्मचारी आते हैं. इनमें चपरासी, ऑफिस अटेंडेंट, सफाई कर्मचारी और हेल्पर आते हैं. लेवल 2 में क्लर्क आते हैं. लेवल 3 में पुलिस कांस्टेबल और रेलवे ट्रैकमैन आते हैं. लेवल 6 से ग्रुप B के कर्मचारी आते हैं. लेवल 10 से ग्रुप A के कर्मचारियों की शुरुआत होती है. लेवल 18 पर सबसे टॉप पे वाले कैबिनेट सेक्रेटरी होते हैं. तो चलिए सबका सैलरी कैलकुलेशन करते हैं. (नोट: ये कैलकुलेशन एक अनुमानित है)

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स्वीपर और चपरासी की सैलरी 45 हजार पार हो जाएगी. यदि इसमें HRA जुड़ता है तो ये 55 हजार के करीब पहुंच सकती है. वहीं पुलिस कांस्टेबल की सैलरी 65 हजार के करीब पहुंच सकती है. सब इंस्पेक्टर की सैलरी 1 के लाख के पार पहुंच सकती है.
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यदि फिटमेंट फैक्टर 2.7 रहा तो इंस्पेक्टर की सैलरी 1 लाख 25 हजार के पार पहुंचने का अनुमान है. IAS, IPS और IFS की एंट्री लेवल की सैलरी डेढ़ लाख महीने के पार हो जाएगी. वहीं डिप्टी सेक्रेटरी और पुलिस के बड़े अधिकारियों की सैलरी के सवा 2 रुपए महीने को भी पार कर जाने का अनुमान है.

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एडीजी की सैलरी 5 लाख को क्रॉस कर जाएगी. वहीं सेक्रेटरी की सैलरी साढ़े 5 लाख और कैबिनेट सेक्रेटरी की सैलरी 6 लाख पार हो जाएगी. देश में सबसे ज्यादा सैलरी कैबिनेट सेक्रेटरी (भारत सरकार) की होती है. इनका वेतन 7 लाख रुपए को मंथली को टच कर सकता है.
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