Who is Pavel Durov : हम दो और हमारे दो, आजकल इसी सोच के साथ कपल फैमिली प्लानिंग करते हैं. ज्यादा बच्चे पैदा करने से बचते हैं लेकिन ऐसे में एक रियल लाइफ विक्की डोनर चर्चा में आ गया है. विक्की डोनर और पावेल डुरोव में फर्क सिर्फ इतना है कि विक्की पैसों के लिए स्पर्म डोनेट करता था लेकिन हजारों करोड़ के मालिक और टेलीग्राम फाउंडर पावेल लोगों की भलाई या कहें कि अपने शौक के लिए ये सब करते हैं. खबरों की मानें तो 12 देशों में 100 से ज्यादा इनके बच्चे हैं. दुनिया गजब है और इसी गजब दुनिया में पावेल ने अपनी अजब शर्त रखी है. दरअसल पावेल 37 साल से कम उम्र की महिलाओं के लिए एक खुशखबरी लेकर आए हैं, लेकिन इसके लिए जो शर्त रखी है वो वाकई अजब-गजब है.
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चर्चित चेहरा के इस एपिसोड में आज जानेंगे क्या है पूरा मामला, कैसे 100 से ज्यादा बच्चों के पिता बनने के बाद पावेल रख रहे उनका पूरा ख्याल, कैसे खड़ा किया 1.5 लाख करोड़ का एंपायर और कैसे किसी फिल्मी कहानी के सीन के जैसे हुए गिरफ्तार...
क्यों अचानक चर्चा में आए पावेल डुरोव?
रूस में जन्में 41 साल पावेल डुरोव की कहानी किसी फिल्मी थ्रिलर से कम नहीं है. पावेल डुरोव ने 37 साल और उससे कम उम्र की उन महिलाओं के लिए इन विट्रो फर्टिलाइजेशन यानी IVF इलाज का पूरा खर्च उठाने की पेशकश की है, जो उनके स्पर्म की मदद से मां बनना चाहती हैं. न्यूयॉर्क पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, डुरोव का स्पर्म अब भी मॉस्को के एक फर्टिलिटी क्लीनिक में उनके पहले के दान के रूप में स्टोर किया हुआ है. यह स्पर्म 37 साल या उससे कम उम्र की अनमैरिड महिलाओं को ही उपलब्ध कराया जाता है. ऐसा इसलिए भी ताकि किसी भी तरह की कानूनी जटिलताओं से बचा जा सके.
हालांकि डुरोव अब सीधे तौर पर स्पर्म डोनेट नहीं करते, लेकिन क्लीनिक ने कथित तौर पर उनके जेनेटिक प्रोफाइल को हाइली ऑपटीमाइज्ड बताया है और कंफर्म किया है कि योग्य महिलाओं के लिए IVF का पूरा खर्च डुरोव खुद उठाएंगे. डुरोव ने कई इंटरव्यू और सोशल मीडिया पोस्ट में स्पर्म डोनेशन को सामाजिक जिम्मेदारी बताते हुए कहा कि दुनियाभर में पुरुषों की प्रजनन क्षमता घट रही है. उन्होंने स्पर्म की संख्या में गिरावट के लिए प्रदूषण और प्लास्टिक जैसे पर्यावरणीय कारणों को जिम्मेदार ठहराया.
पावेल डुरोव के है 106 बच्चे
पावेल डुरोव ने महज 22 साल की उम्र में रूस का सबसे बड़ा सोशल नेटवर्क VKontakte बनाया. फिर 2013 में 29 साल में टेलीग्राम बनाया और सोशल मीडिया की दुनिया के बादशाह बन गए. आज उन्हें रूस का मार्क जकरबर्ग या रूस का एलन मस्क भी कहा जाता है. वैसे बता दें कि रूस का ये एलन मस्क अपने 106 बच्चों को विरासत सौंपने का ऐलान भी कुछ समय पहले कर चुका है. इंट्रेस्टिंग बात ये है कि इन 106 बच्चों में से सिर्फ 6 बच्चे उनके ऑफिशियल बच्चे हैं, जो तीन अलग-अलग पार्टनर्स से हैं. बाकी 100 से ज्यादा बच्चे उन्होंने पिछले 15-16 सालों में 12 अलग-अलग देशों में स्पर्म डोनेशन के जरिए पैदा कराए हैं.
कैसे हुई स्पर्म डोनेट करने की कहानी?
अब आप सोचेंगे कि इतने अमीर आदमी को स्पर्म डोनेट करने की जरूरत क्यों पड़ी? तो बता दें कि इसकी शुरूआत आज से 15 साल पहले 2010 में हुई, जब उनके एक दोस्त ने उन्हें बताया कि उनकी पत्नी बच्चे पैदा नहीं कर पा रही है. दोस्त ने पावेल से उनके लिए स्पर्म डोनेट करने को कहा. शुरुआत में पावेल को यह मजाक सा लगा, लेकिन बाद में उन्होंने इसे नेक काम मानकर कर दिया. जब क्लीनिक वालों ने बताया कि उनकी स्पर्म क्वालिटी बहुत अच्छी है और ऐसे में उन्हें डोनेट करना चाहिए तो उन्होंने इसे अपना कर्तव्य मान लिया.
पावेल की संपत्ति का सारे बच्चों में होगा बंटवारा
बिना किसी को भनक लगे पावेल ने कई देशों में स्पर्म डोनेट किए, जिससे 100 से ज्यादा बच्चे पैदा हुए. कुछ महीने पहले ही पावेल ने ऐलान किया था कि उनकी वसीयत पर उनके सभी 106 बच्चों का अधिकार बराबर होगा. हालांकि पावेल ने अपनी वसीयत में एक बड़ा नियम ये रखा कि उनके ये 106 बच्चे अगले 30 साल तक यानी 2055 तक उनकी दौलत का इस्तेमाल नहीं कर सकेंगे. ऐसा करने के पीछे पावेल का मकसद है कि वो चाहते हैं कि उनके बच्चे खुद मेहनत करें, अपनी जिंदगी बनाएं और पिता के बैंक बैलेंस पर निर्भर न रहें.
वहीं वसीयत में भी यह साफ है कि सबको बराबर हिस्सा मिलेगा, ताकि परिवार में शांति बनी रहे. पावेल का कहना है कि इंटरनेट पर फ्रीडम के लिए लड़ाई के कारण उनकी कई ताकतवर देशों से दुश्मनी है. इस वजह से उन्होंने अभी से वसीयत तैयार की है ताकि उनके बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके फिर चाहे भविष्य में कुछ भी हो.
कहां से कमाई करते है पावेल?
फ्रांस की मैगजीन Le Point के साथ हुए एक इंटरव्यू में पावेल ने बताया था कि उनकी कमाई टेलीग्राम से नहीं आती हैं, बल्कि 2013 में की गई बिटकॉइन में उनके इन्वेस्टमेंट से आती हैं. बता दें कि टेलीग्राम रूस, यूक्रेन और पूर्व सोवियत संघ के गणराज्यों में बड़े पैमाने पर इस्तेमाल किया जाता है. टेलीग्राम को Facebook, YouTube, WhatsApp, Instagram, TikTok और Wechat के बाद प्रमुख सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म माना जाता है.
फिल्मी सीन के तरह क्यों हुए थे गिरफ्तार?
यूं तो पावेल की जिंदगी में सबकुछ बढ़िया चलता रहा है लेकिन उनके जीवन में तूफान तब आया जब फ्रांस में पिछले साल अगस्त में उन्हें पेरिस के बाहर प्राइवेट जेट से उतरते वक्त गिरफ्तार किया गया. पावेल पर अपनी ऐप टेलीग्राम के जरिए टेररिज्म, ड्रग तस्करी, फ्रॉड और बच्चों के खिलाफ अभद्र कंटेंट को बढ़ावा देने जैसे कई गंभीर आरोप लगाए गए, जिन्हें उन्होंने सिरे से खारिज किया था. बता दें कि टेलीग्राम की गोपनीयता नीतियों की वजह से पावेल कई देशों की सरकारों के निशाने पर रहे हैं. उस वक्त पावेल की गिरफ्तारी पर कहा तो ये भी गया था कि उनकी गर्लफ्रेंज जूली वाविलोवा ने ही उन्हें गिरफ्तार कराया था.
कौन हैं पावेल डुरोव?
पावेल डुरोव एक जीनियस और अरबपति बिजनेसमैन हैं. उनकी दौलत करीब 20 बिलियन डॉलर यानी लगभग 1.5 लाख करोड़ रुपये आंकी जाती है. रूस में जन्मे डुरोव ने 22 साल की उम्र में रूस का सबसे बड़ा सोशल नेटवर्क VKontakte बनाया, लेकिन उनकी असली पहचान टेलीग्राम ने दी, जो आज 1 बिलियन से ज्यादा यूजर्स के साथ दुनिया का सबसे बड़ा मैसेजिंग प्लेटफॉर्म है. रूस में गोपनीयता और अभिव्यक्ति की आजादी के लिए क्रेमलिन से टकराने के बाद उन्हें 2014 में अपना देश छोड़ना पड़ा.
इसके बाद उन्होंने बर्लिन, लंदन और सैन फ्रांसिस्को में बसने की कोशिश की, लेकिन ब्यूरोक्रेसी की वजह से आखिरकार दुबई को अपना ठिकाना बनाया. आज उनके पास रूस, फ्रांस, यूएई और सेंट किट्स एंड नेविस कई देशों की सिटीजनशिप है. एक अनुमान के मुताबिक, 14 से 17 अरब अमेरिकी डॉलर की संपत्ति वाले डुरोव उन गिने-चुने अमीर टेक बिजनेसमैन में शामिल हैं, जो जनसंख्या में गिरावट और प्रजनन को लेकर खुलकर बोल रहे हैं.
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