आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने आखिरकार यह स्वीकार कर लिया है कि भारत के 'ऑपरेशन सिंदूर' में उनके सरगना मसूद अजहर का परिवार मारा गया था. इस ऑपरेशन के महीनों बाद, जैश के टॉप कमांडर मसूद इलियास कश्मीरी ने एक वीडियो में इस बात की पुष्टि की है. वीडियो में कमांडर ने बताया कि 7 मई को बहावलपुर में उनके आतंकी ठिकाने पर जब भारत ने हमला किया तो मसूद अजहर के परिवार के सदस्य टुकड़ों-टुकड़ों में तक्सीम हो गया, रेजा-रेजा हो गया.
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बहावलपुर पर हुआ हमला
पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में स्थित बहावलपुर शहर में जैश-ए-मोहम्मद का मुख्यालय 'मरकज सुब्हान अल्लाह' नाम की मस्जिद में था. भारत ने 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत इसी मुख्यालय को निशाना बनाया था. यह हमला पाकिस्तान के अंदर 100 किलोमीटर की गहराई में किया गया था और सैटेलाइट तस्वीरों से पता चला कि यह अड्डा पूरी तरह से मलबे में तब्दील हो गया था. भारतीय सेना की प्रवक्ता कर्नल सोफिया कुरेशी ने बाद में पुष्टि की कि यह जैश का मुख्यालय था, जहां से भारत के खिलाफ कई आतंकी हमलों की योजना बनाई गई थी.
ऑपरेशन सिंदूर में मारे गए थे 100 से ज्यादा आतंकी
बता दें कि भारत ने ये ऑपरेशन 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का बदला लेने के लिए 7 मई को शुरू किया था. इस ऑपरेशन के तहत भारतीय सेना ने पाकिस्तान अधिकृत जम्मू-कश्मीर और पाकिस्तान में मौजूद कई आतंकी अड्डों पर हमला किया.
7 से 10 मई तक चले इस ऑपरेशन में 100 से ज्यादा आतंकी मारे गए थे. इन हमलों में न सिर्फ जैश के कैंपों को तबाह किया गया, बल्कि पाकिस्तान के नूर खान एयरबेस और रहीम खान एयरबेस समेत 10 से 12 सैन्य ठिकानों को भी निशाना बनाया गया.
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