Air Chief Marshal on Operation Sindoor: ऑपरेशन सिंदूर के बाद आर्मी चीफ और CDS ने इस दौरान पाकिस्तान में हुए तबाही को लेकर कई बातें बताई थी. संसद सत्र में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ऑपरेशन सिंदूर में मिली सफलता का व्याख्यान दिया था. अब भारतीय वायु सेना (IAF) के प्रमुख एयर चीफ मार्शल(ACM) एपी सिंह ने एक और नई बात बता दी है.
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ACM ने बताया कि कैसे S-400 मिसाइल सिस्टम ने पाकिस्तानी वायु सेना के छक्के छुड़ा दिए थे और साथ ही उन आतंकी ठिकानों के तबाही के पहले और बाद का मंजर भी दिखाया. ACM ने यह भी बताया कि इस ऑपरेशन के दौरान 5 पाकिस्तान वायु सेना के लड़ाकू विमानों के साथ कुछ F-16 विमानों को भी नेस्तानाबूत कर दिया. आइए विस्तार से जानते हैं एयर मार्शल चीफ ने क्या-क्या नए दावे किए है.
ऑपरेशन सिंदूर में S-400 का जलवा
एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान S-400 ने अपना दम दिखा दिया. भारत ने अपनी हवाई रक्षा को मजबूत करने के लिए S-400 मिसाइल का इस्तेमाल किया जो कि रूस से खरीदा गया है. यह मिसाइल दुश्मन के लड़ाकू विमान, क्रूज और बैलिस्टिक मिसाइल, साथ ही ड्रोन जैसे खतरों को हवा में ही पहचानकर निशाना बना सकती है और इसकी मारक क्षमता 40 से लेकर 400 किलोमीटर तक है.
ऑपरेशन सिंदूर ने S-400 ने 5 पाकिस्तानी लड़ाकू विमानों को हवा में ही मार गिराया. इसमें सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि एक AEW&C/ELINT विमान को 300 किलोमीटर की दूरी से ही निशाना बनाकर ध्वस्त कर दिया. आपको बता दें कि AEW&C विमान दुश्मन की गतिविधियों और जानकारी जुटाने के लिए काम होता है और इसका नष्ट होना पाकिस्तान के लिए बड़ा झटका साबित हो सकता है.
एयर बेस पर खड़े लड़ाकू विमानों को नष्ट किया
ACM एपी सिंह ने यह भी दावा किया है कि इस ऑपरेशन के दौरान जेकबाबाद एयर बेस पर खड़े कुछ F-16 लड़ाकू विमानों को नष्ट कर दिया गया. हालांकि ये सारे विमान पार्किंग में खड़े थे, लेकिन सही समय और सटीक जानकारी के आधार पर भारतीय सेना ने हमला कर नष्ट कर दिया. इसी तरह, भोलारी एयर बेस पर सटीक जानकारी होने की वजह से एक और AEW&C विमान को भी निशाना बनाया गया.
"हमने तय किया था कि हमें क्या करना है"
एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने यह भी कहा कि हमें बहुत स्पष्ट निर्देश दिए गए थे. हम पर कोई प्रतिबंध नहीं लगाया गया था. अगर कोई बाधाएं थीं, तो वे स्व-निर्मित थीं. हमने तय किया कि कितना आगे बढ़ना है, साथ ही योजना बनाने और उसे क्रियान्वित करने की पूरी आजादी थी. हमारे हमले सोच-समझकर किए गए थे क्योंकि हम इसे लेकर परिपक्व होना चाहते थे. एनएसए ने भी सभी एजेंसियों को एक साथ लाने में बड़ी भूमिका निभाई.
80-90 घंटों में पहुंचाया नुकसान
ACM ने कहा कि यह एक उच्च तकनीक वाला युद्ध था. 80 से 90 घंटों के युद्ध में, हम इतना नुकसान पहुंचाने में सक्षम थे कि उन्हें यह स्पष्ट हो गया था कि अगर वे इसे जारी रखते हैं, तो उन्हें इसकी और अधिक कीमत चुकानी पड़ेगी. इसलिए वे आगे आए और हमारे डीजीएमओ को संदेश भेजा कि वे बात करना चाहते हैं, हमारी ओर से इसे स्वीकार कर लिया गया.
क्यों हुआ था ऑपरेशन सिंदूर?
ऑपरेशन सिंदूर 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए हमले का जवाब था. पहलगाम हमले में 20 से ज्यादा लोगों की निर्मम तरीके से हत्या कर दी गई थी. फिर 6-7 मई की दरमियानी रात भारतीय सेना के जवानों ने पाकिस्तान पोषित इलाकों में 9 आतंकी ठिकाने ध्वस्त कर दिए थे. इस ऑपरेशन में S-400 और ब्रह्मोस मिसाइल जैसे हथियारों से भारत ने अपनी ताकत दिखाई और पूरे दुनिया को अपने सैन्य क्षमताओं से अवगत कराया.
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