कहते है, अगर किसी चीज को दिल से चाहो तो पूरी कायनाथ उसे तुम से मिलाने की साजिश में लग जाती है. ऐसा ही सपना देखा था, अहमदाबाद की मार्गी चिराग शाह ने जो अब 2025 में पूरा हो गया. देश की सबसे सम्मानित और कठिन माने जाने वाली संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने अपने 2024 की परीक्षा के रिजल्ट 2025 में घोषित किए है. जिसमें टोटल 1009 कैंडिडेट सेलेक्ट हुए. टॉपर्स की लिस्ट में अहमदाबाद की बेटी मार्गी ने भी अपना जगह बना लिया. उन्होंने यूपीएससी में ऑल इंडिया 4th रैंक हासिल किया है.
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इंजीनियरिंग करने के बाद की UPSC की तैयारी
अहमदाबाद की रहने वाली मार्गी की शुरूआती पढ़ाई सेंट जेवियर्स स्कूल से पूरी हुई. जिसके बाद मार्गी ने लालबाई दलपत कॉलेज ऑफ इंजीनिरिंग से कंप्यूटर साइंस की डिग्री ली. मार्गी को कलेक्टर बनकर देश की सेवा करना था. मार्गी ने देश की सबसे कठिन परीक्षा में बैठने का फैसला लिया, जिसमे हर साल लगभग 7 से 8 लाख बच्चे फॉर्म भरते है और केवक मुट्ठी भर ही सेलेक्ट होते हैं.
मार्गी ने सोशियोलॉजी को चुना ऑप्शनल सब्जेक्ट
UPSC में आपको 5 जनरल स्टडीज पेपर के अलावा ऑप्शनल पेपर चुनना होता है. जिसमें 2 पेपर हर एक 250 मार्क्स का होता है. जिसे UPSC में मेक और ब्रेक पेपर कहते है. यानि कलेक्टर बनने का सपना ऑप्शनल पेपर के रास्ते ही होकर जाता है. सोशियोलॉजी UPSC के लिए छोटा और स्कोरिंग करने वाला सब्जेक्ट मान जाता है. और ज्यादातर इंजीनियरिंग विद्यार्थी इसे खूब पसंद करते हैं.
गार्गी को पसंद रोमांस की भाषा
गार्गी चहल अकादमी को दिए इंटरव्यू में बताती हैं कि उन्हें स्पेनिश भाषा बहुत ज्यादा पसंद है, क्योंकि ये रोमांस की भाषा है. दुनिया में बोली जाने वाली टॉप 5 भाषाओं में से एक है. वो इसे और गहराई से सीखना चाहती है. इसके अलावा फ्री- टाइम में मार्गी को वेस्टर्न फिक्शन की किताबें पड़ना भी खूब पसंद है.
मार्गी का सफर नहीं था आसान
मार्गी अभी 25 साल की हैं. 3 से 4 साल से UPSC की कड़ी मेहनत कर रही है. इससे पहले भी वो UPSC का इंटरव्यू दे चुकी हैं. लेकिन उनका सिलेक्शन नहीं हो पाया, लेकिन मार्गी ने भी मेहनत की मशाल नहीं छोड़ी और किस्मत से दो -दो हाथ करने की फिर से ठानी. आखिरकार 2025 में सफलता हासिल कर ही ली. उनकी कहानी हौसलों ,त्याग, बलिदान और कभी ना हार मानने की कहानी भी है.
इनपुट: रोहन रावत (इंटर्न: News Tak के लिए)
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