UPSC Topper 2024: यूपीएससी टॉपर शक्ति दुबे का मॉक इंटरव्यू आया सामने, फेवरेट 'Quote' वाले सवाल का है रोचक जवाब
UPSC Topper 2024 Shakti Dubey : प्रयागराज की रहने वाली, इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन, BHU से पीजी करने वाली शक्ति दुबे ने UPSC में ऑल इंडिया फर्स्ट रैंक हासिल किया है.
ADVERTISEMENT

न्यूज़ हाइलाइट्स

शक्ति दुबे की स्कूलिंग प्रयागराज में हुई है.

शक्ति दुबे ने बायोकैमिस्ट्री से पीजी डिग्री ली है.

शक्ति दुबे का मॉक इंटरव्यू 42 मिनट का है.
संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने आज सिविल सेवा परीक्षा 2024 के अंतिम परिणाम घोषित किया गया. इसमें उत्तर प्रदेश के प्रयागराज की शक्ति दुबे ने ऑल इंडिया रैंक 1 हासिल कर देशभर में शीर्ष स्थान प्राप्त किया. शक्ति दुबे ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा प्रयागराज स्थित एक स्कूल से और स्नातक की पढ़ाई इलाहाबाद विश्वविद्यालय से की है. इसके बाद उन्होंने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय से बायोकैमिस्ट्री में पीजी डिग्री ली है. शक्ति दुबे ने यूपीएससी का इंटरव्यू देने से पहले चहल एकेडमी में मॉक इंटरव्यू फेस किया था. अब ये वीडियो काफी चर्चा में है.
इस इंटरव्यू में शक्ति दुबे ने सभी सवालों के जवाब बड़ी बेबाकी से दिए हैं. 42 मिनट के इंटरव्यू में पूछे गए कई सवालों में से एक सवाल था कि 'फेवरेट Quote' कौन सा है? शक्ति दुबे ने खुद की एक कविता लिखी थी जिसकी एक मारक लाइन को बतौर कोट उन्होंने इंटरव्यूअर को बता दिया. ये लाइन सुनकर आप भी ऊर्जा से भर जाएंगे. उत्साहित होने के साथ ही आप अपनी कमियों या कमजोरियों को ही हथियार बनाकर आगे बढ़ जाएंगे.
शक्ति के मॉक इंटरव्यू में आयोग के सदस्यों ने उनसे न केवल उनके डैफ (DAF) से जुड़े सवाल पूछे, बल्कि करेंट अफेयर्स, प्रशासनिक समझ, और वैचारिक स्पष्टता को भी परखा. इंटरव्यू की शुरुआत यूपी में यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू करने पर उनके विचार जानने से हुई, जिसके बाद पुलिस व्यवस्था, अंतरराष्ट्रीय संबंध, जलवायु परिवर्तन, और कृषि से जुड़े सवालों पर बातचीत आगे बढ़ी.
उन्हें किए गए कुछ प्रमुख सवाल और उनके जवाब
1. आपके लिए सिविल सर्विसेस का क्या महत्व है?
शक्ति दुबे का जवाब: शक्ति ने जवाब दिया कि उनका परिवार से संबंध और उनके पिता का पुलिस से संबंध उनके लिए प्रेरणा का कारण बना, वह बचपन से ही अपने पिता से प्रेरित थीं. उनके काम को देखकर, शक्ति को यह महसूस हुआ कि सरकारी सेवा से सीधे तौर पर समाज में बदलाव लाया जा सकता है. उन्होंने आगे बताया कि जब उन्होंने अपने हॉस्टल में रहते हुए देखा कि पुलिस की एक पेट्रोलिंग गाड़ी के होने से उन्हें सुरक्षा का एहसास होता है, तब उन्होंने सोचा कि एक सिविल सर्वेंट का काम कितना महत्वपूर्ण हो सकता है.
यह भी पढ़ें...
2. यूनिफॉर्म सिविल कोड (Uniform Civil Code) के बारे में क्या विचार हैं?
शक्ति दुबे का जवाब: शक्ति ने इस सवाल का जवाब देते हुए कहा कि यूनिफॉर्म सिविल कोड से महिलाओं के अधिकारों की सुरक्षा हो सकती है, खासकर घरेलू हिंसा और दहेज उत्पीड़न जैसी समस्याओं से. हालांकि, उन्होंने यह भी माना कि भारत जैसे विविधतापूर्ण देश में इसे लागू करने में सांस्कृतिक और धार्मिक संवेदनाओं का ध्यान रखना आवश्यक है. उनका मानना था कि इस प्रक्रिया को धीरे-धीरे और सभी हितधारकों से विचार-विमर्श करके किया जाना चाहिए.
3. आपको लगता है कि भारत में पुलिस का इमेज कैसा है और उसमें सुधार कैसे हो सकता है?
शक्ति दुबे का जवाब: शक्ति ने इस सवाल का उत्तर विस्तार से दिया. शक्ति ने जवाब दिया कि पुलिस का इमेज अब भी पुराने कॉलोनियल दौर के कानून के कारण उतना अच्छा नहीं है. उन्होंने कहा कि सबसे पहले, पुलिस रिफॉर्म की जरूरत है. उन्होंने आगे कहा कि पुलिस को अपनी छवि सुधारने के लिए पहले अपनी विधिक संरचना में बदलाव की जरूरत है, क्योंकि वर्तमान पुलिस अधिनियम 1861 का है, जो ब्रिटिश काल से चला आ रहा है. इसके अलावा, शक्ति ने पुलिसकर्मियों के प्रशिक्षण और संवेदनशीलता बढ़ाने की बात की, ताकि वे नागरिकों के प्रति अधिक सहानुभूतिपूर्वक और प्रभावी ढंग से काम कर सकें.
4. भारत की फॉरेन पॉलिसी को आप कैसे देखते हैं, खासकर साउथ एशिया में?
शक्ति दुबे का जवाब: शक्ति ने भारत की विदेश नीति के संदर्भ में बहुत अच्छे उत्तर दिए. शक्ति ने बताया कि भारत की फॉरेन पॉलिसी काफी प्रोएक्टिव है. उन्होंने श्रीलंका और अफगानिस्तान जैसे देशों की मदद की है, और जलवायु परिवर्तन के मामले में भी भारत अपनी लीडरशिप दिखाता है. उन्होंने कहा कि भारत ने भारतीय महासागर क्षेत्र में सुरक्षा और सहयोग को बढ़ावा देने के लिए कई पहलें की हैं, जैसे कि अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन (International Solar Alliance).
5. पाकिस्तान में होने वाले चुनावों का भारत पर क्या प्रभाव हो सकता है?
शक्ति दुबे का जवाब: शक्ति ने इस सवाल का जवाब देते हुए कहा कि पाकिस्तान में होने वाले चुनावों का भारत के साथ रिश्ते पर प्रभाव पड़ सकता है. अगर मुस्लिम लीग का राज आता है, तो भारत और पाकिस्तान के बीच डायलॉग और रिलेशन में सुधार हो सकता है.
6. आपको अपनी UPSC की तैयारी के दौरान सबसे ज्यादा किस चीज़ का चैलेंज लगा?
शक्ति दुबे का जवाब: शक्ति ने जवाब दिया कि UPSC की तैयारी के दौरान सबसे ज्यादा चैलेंजिंग चीज़ टाइम मैनेजमेंट थी. उन्होंने कहा कि उन्होंने अपने सिलेबस को एफिशियेंटली मैनेज करना सीखा और उससे उनकी तैयारी सुधरी.
7. आपका फेवरेट कोट क्या है और आप इसे अपने जीवन में कैसे अप्लाई करते हैं?
शक्ति दुबे का जवाब: शक्ति ने अपने लिखे हुए कोट का ज़िक्र किया: "Cracks were the real weakness of those walls, and also cracks were the reason light entered." मतलब "दरारें दीवार की असली कमजोरी थीं और दरारें ही वह कारण थीं जिनसे रोशनी भीतर आई." इस उद्धरण के माध्यम से उन्होंने यह स्पष्ट किया कि व्यक्तिगत और समाजिक रूप से हमारे भीतर की कमजोरियाँ और संघर्ष हमें मजबूत बनाते हैं और हमें जीवन की सच्चाई और अच्छाई का एहसास कराते हैं. उन्होंने इस कोट को अपने जीवन में अप्लाई करने का तरीका बताया, जहां उन्होंने अपनी कमियों को अपनी मजबूती बनाया है.
8. आपके लिए एक आइडियल सिविल सर्वेंट कैसे होना चाहिए?
शक्ति दुबे का जवाब: शक्ति ने कहा कि एक आइडियल सिविल सर्वेंट को इंटेग्रिटी और प्रोफेशनलिज़्म के साथ अपने ड्यूटी को निभाना चाहिए. उसे अपने काम को लोक कल्याण के लिए डेडिकेटेड करना चाहिए.
9. आप अपने करियर में किस प्रकार के चैलेंजेज़ लेने के लिए तैयार हैं?
शक्ति दुबे का जवाब: शक्ति ने कहा कि वह हर चैलेंज का सामना करने के लिए तैयार हैं, चाहे वह एडमिनिस्ट्रेटिव चैलेंजेस हों या किसी और प्रकार के। उन्होंने अपनी तैयारी और अपने दृष्टिकोण को अपने लक्ष्य की तरफ फोकस्ड रखा है।
10. आप अपनी पर्सनल ग्रोथ के लिए क्या करते हैं?
शक्ति दुबे का जवाब: शक्ति ने जवाब दिया कि वह अपने आप को हमेशा बेहतर करने के लिए नए आइडियाज और नॉलेज से अपडेट होती रहती हैं. उन्होंने अपनी रीडिंग हैबिट्स का ज़िक्र किया और कहा कि वह हमेशा अपने आप को अपडेट करती रहती हैं.
इस तरह, उनका इंटरव्यू न केवल ज्ञान बल्कि संवेदनशीलता और संतुलन की परीक्षा भी था. शक्ति ने अपने मॉक इंटरव्यू में जो जवाब दिए, उनसे उनकी ज्ञान की गहराई और उनकी सिविल सर्विसेस में काम करने की इच्छा की सफलता का पता चलता ह. उन्होंने अपने सपने को हकीकत बनाने के लिए अपने हर कदम को सोच-समझ कर उठाया है.
गौरतलब है कि साल 2018 से UPSC की तैयारी में जुटी शक्ति ने अपने समर्पण और निरंतर प्रयासों से यह मुकाम हासिल किया. UPSC द्वारा जारी परिणामों के अनुसार, इस वर्ष कुल 1009 उम्मीदवारों को भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS), भारतीय विदेश सेवा (IFS), भारतीय पुलिस सेवा (IPS) और अन्य केंद्रीय सेवाओं के लिए अनुशंसित किया गया है. शक्ति दुबे के बाद हरशिता गोयल ने रैंक 2 और डोंगरे अर्चित पाराग ने रैंक 3 प्राप्त किया.
इनपुट: गितांशी शर्मा (News Tak के लिए इंटर्न)
यह भी पढ़ें:
UPSC Result 2024: प्रयागराज की शक्ति दुबे ने किया UPSC टॉप, जानें उनके सफलता की पूरी कहानी