एसडीएम को थप्पड़ मारने के बाद उन्हें गधे पर बैठाने की बात कहने वाले नरेश मीणा का मामला अभी ठंडा नहीं हुआ कि कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय सचिव धीरज गुर्जर ने आपत्तिजनक बयान दे दिया है. धीरज गुर्जर ने एक कार्यक्रम में अधिकारियों और कर्मचारियों को धमकाते हुए कहा कि अगर कोई आपकी बात प्रेम से नहीं मानता तो उसे जूते मारने के लिए मैं तैयार हूं.
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कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव और प्रियंका गांधी के नजदीकी धीरज गुर्जर ने एक बार फिर ऐसा बयान देकर चर्चा में आ गए हैं. भीलवाड़ा के कोठाज गांव में एक कार्यक्रम में धीरज गुर्जर ने कहा कि आप लोग चिंता मत करो. यह जवानी भी आपके नाम है और बुढ़ापा भी. जब तक धीरज गुर्जर जिएगा जब तक कोठाज गांव को छोड़ने वाला नहीं है. अपने चेहरे पर आप कमजोरी मत लाओ. अपनी लड़ाई लड़ने के लिए मन में विश्वास रखो. आपका काम करने के लिए धीरज गुर्जर है. अगर कोई आपकी बात प्रेम से नहीं मानता तो जूते मारकर काम कराने के लिए आपका बेटा धीरज तैयार है.
पिछले दिनों पुलिस पर की थी अपत्तिजनक टिप्पणी
ऐसा पहली बार नहीं हुआ है. कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव धीरज गुर्जर ने 2 महीने पहले भी वाहनों के नंबर प्लेट पर पुलिस की कार्रवाई के विरोध में धमकी दी थी. तब धीरज गुर्जर ने कहा था- 'यदि पुलिस में अगर दम है तो गुर्जर लिखी गाड़ी को पकड़े और थाने में डाले. चैलेंज करता हूं ऐसा किया तो मेरा जूता बात करेगा.'
नरेश मीणा ने कहा- गधे पर बैठाकर...
कांग्रेस के बागी प्रत्याशी नरेश मीणा ने एसडीएम को थप्पड़ मारने के बाद कहा- 'गुस्सा था उस एसडीएम पर उतरा है. मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता. मेरा नुकसान हो जाए तो हो जाए. कोई सरकार के इशारे पर गलत काम करेगा तो उसे एक थप्पड़ पड़ी है. और पड़ेगा. मैंने यहां खुल्ला कह रखा है. नरेशा मीणा जनता का बेटा बनकर काम करता है. ऐसों को गधे पर बैठाकर काला मुंह कराकर घुमाएगा. चाहे मुझे फांसी क्यों न हो जाए.' नरेश मीणा ने और क्या कहा? पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
पूर्व सीएम गहलोत ने दिया था ये रिएक्शन
नरेश मीणा के थप्पड़ कांड पर पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि 'राज्य सरकार का इकबाल खत्म हो चुका है. कानून व्यवस्था ठप हो चुकी है. ये घटना के हुई ही क्यों? गहलोत ने सवाल उठाया कि नरेश मीणा खड़े ही क्यों हुए? किसके शह पर खड़े हुए. क्या बीजेपी को जिताने के लिए इन्हें खड़ा किया गया.' माना जा रहा है कि गहलोत के ये सवाल कहीं न कहीं सचिन पायलट की तरफ इशारा करते हैं क्योंकि नरेश मीणा कांग्रेस पार्टी में थे तब पायलट के करीबी और उनके फैन थे. टिकट नहीं मिलने के बाद उन्होंने बगावत कर दी और निर्दलीय मैदान में उतर गए.
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