झोपड़ी में अचानक आग लगी...10 लाख रुपये का कैश मिनटों में हुआ राख, विस्थापन के दौरान मिला था मुआवजा

Alwar News: राजस्थान के अलवर जिले के मालीयर जट्ट गांव में शुक्रवार रात किसान बनवारी नाथ की झोपड़ी में आग लग गई. इस हादसे में बनवारी का परिवार तो सुरक्षित बच गया. लेकिन इस घटना में सरकार से मिले विस्थापन मुआवजे के 10 लाख रुपये कैश जलकर राख हो गए.

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10 लाख रुपये कैश जलकर खाक

हिमांशु शर्मा

• 03:48 PM • 05 Oct 2025

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Alwar News: राजस्थान के अलवर जिले में शुक्रवार देर रात एक दर्दनाक हादसा हो गया. यहां बनवारी नाथ नामक एक  शख्स की कच्ची झोपड़ी में अचानक आग लग गई. इस आग में घर में रखे करीब 10 लाख रुपये नकद जलकर राख हो गए. हादसे के समय परिवार के कुछ सदस्य झोपड़ी के अंदर सो रहे थे, लेकिन गनीमत रही कि कोई भी घायल नहीं हुआ. घटना की जानकारी मिलते ही इलाके में हड़कंप मच गया और लोगों के बीच 10 लाख रुपये जलने की चर्चा शुरू हो गई.

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मौके पर पहुंचे एसडीएम ने पीड़ित परिवार की मदद के लिए नुकसान का आकलन कर रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए.इस हादसे के बाद से परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है. उनका कहना है कि जिन पैसों से वे अपना भविष्य संवारना चाहते थे, वे कुछ ही मिनटों में आग की भेंट चढ़ गए. फिलहाल आग लगने की असली वजह का अभी तक साफ पता नहीं चल पाया है.

क्या है पूरा मामला?

दरअसल, राजस्थान के अलवर के मालीयर जट्ट गांव में शुक्रवार को किसान बनवारी नाथ के कच्चे मकान में अचानक आग लग गई. जिस वक्त ये हादसा हुआ बनवारी नाथ आंगन में सो रहे थे. वहीं, उनकी पत्नी, पुत्रवधू और छोटे बच्चे कच्चे मकान के अंदर थे. इस बीच जब अचानक आग की लपटें उठीं तो बच्चों ने शोर मचाया. उनकी आवाज सुनकर बनवारी नाथ तुरंत जागे. उन्होंने परिवार के सभी सदस्यों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया. लेकिन घर के अंदर रखा 10 लाख रुपये का कैश जलकर राख हो गया. हालांकि, गनीमत रही कि इस भयानक घटना में किसी की जान नहीं गई.

कहां से आए 10 लाख?

ग्रामीण सुंदर चौधरी ने बताया कि सरिस्का टाइगर रिजर्व क्षेत्र से लगभग 100 परिवारों को विस्थापित करके मालीयर जट्ट गांव में बसाया गया था. इन्हें सरकार ने विस्थापन के समय मुआवजे के तौर पर 10 लाख रूपये की राशि दी थी. बनवारी नाथ का परिवार उन्हीं में से एक था. ऐसे में अचानक लगी इस आग ने उनका सब कुछ छीन लिया. घटना के बाद से अब उनका परिवार खुले आसमान के नीचे जीवन गुजारने को मजबूर है. 

मौके पर पहुंचा प्रशासनिक अमला

मामले की सूचना मिलते ही प्रशासनिक अमला हरकत में आ गया. तिजारा के एसडीएम संजीव कुमार ने बताया कि आगजनी की जानकारी मिलते ही तहसीलदार और अन्य प्रशासनिक अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे गए. एसडीएम ने कहा कि अधिकारियों को नुकसान का आकलन कर रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए हैं, ताकि पीड़ित परिवार की आपदा प्रबंधन कोष से आर्थिक मदद की जा सके.

एसडीएम ने ये भी कहा कि नियमों के तहत जले हुए नोटों को बदलवाने की पूरी कोशिश की जाएगी. उन्होंने स्थानीय लोगों से भी पीड़ित परिवार की सहायता के लिए आगे आने की अपील की है. गाँव के लोगों ने भी मिलकर आर्थिक सहायता जुटाने की बात कही है.

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