कप सिरप विवाद पर राजस्थान के चिकित्सा मंत्री बोले- दवा से मौत नहीं, अन्य बीमारियों से गई बच्चों की जान 

राजस्थान के चिकित्सा मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर ने दावा किया है कि बच्चों की मौतें कफ सिरप से नहीं, बल्कि अन्य बीमारियों (जैसे मस्तिष्क ज्वर) के कारण हुई हैं. उन्होंने कहा कि सिरप की जांच में वह सही पाया गया है.

rajasthan cough syrup deaths
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Jodhpur: राजस्थान में कफ सिरप से बच्चों की मौत के आरोपों पर विराम लगाते हुए चिकित्सा मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर ने बड़ा बयान दिया है. शनिवार को जोधपुर सर्किट हाउस में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर उन्होंने कहा कि बच्चों की मौतें खांसी की दवाई पीने से नहीं हुई हैं, बल्कि वे अन्य गंभीर बीमारियों से ग्रसित थे. उन्होंने यह भी दावा किया कि विभाग द्वारा जांच में कफ सिरप सही पाया गया है.

जांच में दवाई 'सही', मौत की वजह 'बीमारी'

मंत्री खींवसर ने मीडिया को जानकारी दी कि जिन बच्चों की मौत हुई, उनकी जांच करवाई गई है. एक बच्चे को मस्तिष्क ज्वर (Encephalitis) था, तो दूसरे को श्वसन संक्रमण (Respiratory Infection). उन्होंने स्पष्ट किया कि बच्चों की मृत्यु का कारण दवा नहीं है.

बता दें 'कफ सिरप' से तीन बच्चों की मौत की खबरें आने के बाद, विभाग ने 28 सितंबर को सरकारी आपूर्ति में आने वाली खांसी की दवाई पर रोक लगा दी थी. जांच में दवा के सही पाए जाने के बाद चिकित्सा मंत्री पहली बार मीडिया के सामने आए.

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बड़े की दवा बच्चों को नुकसानदेह

मंत्री ने कहा कि बड़े लोगों की दवाई अगर बच्चों को दी जाती है तो उसका नुकसान होता है. इस मामले में भी ऐसा प्रतीत हुआ है. अब हम नई व्यवस्था लागू कर रहे हैं, जिससे दवाइयां पर गर्भवती और बच्चों के लिए उपयोगी है या नहीं इसकी जानकारी भी दी जाएगी.

हमारे डॉक्टर ने दवाई नहीं लिखी

चिकित्सा मंत्री ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग में किसी भी स्तर पर डॉक्टर द्वारा यह दवाई नहीं लिखी गई थी. एक जगह पर नर्सिंग गर्मी और फार्मासिस्ट द्वारा दवाई दी गई वह मरीज भी स्वस्थ हैं. सरकार की इसमें कोई लापरवाही नहीं है. कोई मिलावट नहीं है. लेकिन जब उनसे पूछा गया कि कफ सिरप को लेकर लोगों में संशय हुआ है तो क्या विभाग बाजार में उपलब्ध खांसी की दवाइयां की जांच के लिए सैंपलिंग करवाएंगे तो मंत्री ने कहा कि हर दवाई की चार जगह पर जांच होती है. उन्होंने बताया कि  हमारा विभाग सैंपलिंग कर रहा है इसी में अनियमितता होने पर ड्रग कंट्रोलर राजाराम को निलंबित किया गया है.

सवालों के जवाब में उलझे मंत्री, अधिकारियों से पूछते रहे

प्रेस कॉन्फ्रेंस में लगातार खांसी की दवाइयां को लेकर सवाल पूछे गए तो मंत्री उनका जवाब नहीं दे पाए वह बार-बार अपने अधिकारियों से पूछते रहे. यहां तक जब उनसे पूछा गया कि क्या दवाई वापस जारी कर दी है तो पहले हां भरी, इसके बाद जब सवाल हुआ कि ब्रोक के बावजूद जोधपुर में यह दवाई देने की जानकारी सामना आई है, तो कहने लगे दवाई पर रोक लागू है कहां दवाई दी गई है मुझे बताएं मैं कार्रवाई करूंगा. शिक्षा मंत्री सवालों से बचने के लिए प्रेस कॉन्फ्रेंस बीच में छोड़ रवाना हुए.
 

 
 
 
 

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