खैरथल-तिजारा जिले के मुंडावर में स्थित संवर्धन नर्सिंग कॉलेज में उस समय हंगामा मच गया. जब नर्सिंग की पढ़ाई करने वाले सेकंड ईयर के थर्ड सेमेस्टर के सभी 39 छात्र-छात्राएं फेल हो गए. इस अप्रत्याशित परिणाम के विरोध में गुस्साए छात्रों ने कॉलेज गेट पर ताला जड़कर जमकर प्रदर्शन किया. इस दौरान छात्रों ने कॉलेज के गेट पर जमकर हंगामा किया व कॉलेज प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए.
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हाल ही में नर्सिंग छात्रों का परिणाम जारी हुआ था. इस दौरान संवर्धन नर्सिंग कॉलेज सेकंड ईयर के थर्ड सेमेस्टर के सभी 39 छात्र-छात्राएं फेल हो गए. छात्रों का आरोप है कि कॉलेज प्रशासन की बड़ी लापरवाही के चलते उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ हुआ है. परीक्षा में 50 अंकों के बजाय केवल 25 अंकों में मार्क्स भेजे गए, जिससे सभी छात्र फेल हो गए. इससे नाराज छात्रों ने जब जवाब मांगा तो उन्हें धमकियों का सामना करना पड़ा. कॉलेज प्रशासन छात्रों की आवाज दबाने में लगा हुआ है व छात्रों को चुप रहने के लिए तरह-तरह की धमकियां दी जा रही है.
छात्रों ने कॉलेज के गेट पर ताला लगाया
इसके विरोध में बड़ी संख्या में छात्र कॉलेज के गेट पर जमा हुए और छात्रों ने कॉलेज के गेट पर ताला लगाकर विरोध प्रदर्शन कर हंगामा किया. छात्रों ने बताया कि एक टीचर घनश्याम उन्हें चेतावनी दे रहे हैं कि यदि विरोध प्रदर्शन जारी रहा. तो उन्हें जानबूझकर फेल किया जाएगा. ढाई साल तक कॉलेज में ही अटका दिया जाएगा. छात्रों ने कहा कि वो मानसिक दबाव में हैं और परिजनों की नाराज़गी भी झेलनी पड़ रही है. इसलिए मजबूर होकर उन्होंने तालाबंदी का रास्ता अपनाया है. मामले की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंचे कॉलेज डायरेक्टर कपिल शर्मा ने भी छात्रों को समझाने के बजाय धमकी देने का रुख अपनाया. जिससे छात्रों में और आक्रोश फैल गया. कॉलेज स्टाफ व अन्य छात्र पेड़ फांदकर या दीवारें लांघकर अंदर जाते देखे गए. लेकिन छात्रों ने ताला खोलने से साफ इनकार कर दिया.
चर्चा का विषय बना मामला
छात्रों ने बताया कि वो सोमवार को अभिभावकों के साथ फिर से विरोध प्रदर्शन करेंगे. इस पूरे घटनाक्रम पर कॉलेज प्रबंधन ने कोई भी प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया. इस दौरान हिमांशी जांगिड़, अनीस शर्मा, जितेश, अमित यादव, प्रीति यादव, अशु शर्मा, कोमल, कल्पित, उमेश, रामकरण सहित सभी छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे. छात्रों की मांग है कि उन्हें न्याय मिले. उनके नंबरों की जांच हो और जिम्मेदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए. यह मामला पूरे प्रदेश में चर्चा का विषय बना हुआ है.
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