Rajasthan Monsoon Update: जुलाई का महीना मॉनसून के लिहाज से राजस्थान के लिए ऐतिहासिक रहा. मौसम विभाग के अनुसार, इस साल जुलाई में 285 मिमी बारिश दर्ज की गई, जिसके कारण 69 साल का रिकॉर्ड टूट गया. इससे पहले 1956 में जुलाई के महीने में 308 मिमी बारिश हुई थी. पिछले 24 घंटों में राज्य में सर्वाधिक वर्षा तारानगर (चूरू) में 185.0 मिलीमीटर दर्ज की गई.
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आज कई जिलों में येलो अलर्ट जारी
IMD जयपुर के अनुसार, आज श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, जयपुर, चूरू, सीकर बीकानेर,, नागौर आसपास के क्षेत्रों में अलग-अलग स्थानों पर मेघगर्जन के साथ हल्की से मध्यम वर्षा / आकाशीय बिजली और कहीं-कहीं पर तेज हवा (20-30 kmph) की संभावना है.
कई जगह हादसे
भारी बारिश के बीच धौलपुर जिले में पार्वती नदी में एक मिनी ट्रक बह गया. ट्रक में सवार ड्राइवर और क्लीनर लापता हैं, इसके अलावा नागौर में जसनगर में लगातार बारिश ने हालात बिगाड़ गए है. लूणी नदी में पानी का स्तर बढ़ने से नेशनल हाईवे-458 को पिछले 12 दिनों में तीसरी बार बंद करना पड़ा. पिछले दिनों सवाईमाधोपुर का मध्यप्रदेश से संपर्क टूट गया.
धौलपुर में चंबल नदी उफान पर है, कई इलाके जलमग्न हैं. सेना को बुलाया गया. रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. पार्वती बांध के 4 गेट खोल दिए गए हैं.
क्यों हो रही है इतनी बारिश?
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि मानसून की ट्रफ लाइन वर्तमान में श्रीगंगानगर और रोहतक से गुजर रही है. दक्षिण-पश्चिम राजस्थान में ऊपरी स्तर पर एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन बना हुआ है. इसके असर से 2 अगस्त को बीकानेर संभाग में बारिश की संभावना है, जबकि बाकी हिस्सों में मौसम शुष्क रह सकता है.
राजस्थान में भारी बारिश का कहर, सवाई माधोपुर का मध्यप्रदेश से संपर्क टूटा, कई जिलों में अलर्ट जारी
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