राजस्थान (rajasthan weather) में मानसून (heavy rain in monsoon) की बारिश का कहर जारी है. भीलवाड़ा (bhilwara news) और चित्तौड़गढ़ की सीमा पर स्थित मेनाल झरने में जाने वाले पानी में सेल्फी लेते समय दो युवकों का पैर पानी की तेज धार में फिसल गया. एक को तो वहां मौजूद लोगों ने पकड़ लिया और किसी तरह से उसकी जान बच गई. वहीं कन्हैया लाल फिसल गया और पानी की तेज धार में पत्ते की तरह बह गया.
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सोमवार को युवक मेनाल झरने में जाने वाले पानी में फिसला था और बुधवार को 150 फीट नीचे गिर रहे झरने के पास उसका शव बरामद हुआ है. युवक की पहचान कन्हैया लाल बैरवा के रूप में हुई है. भीलवाड़ा का रहने वाला मृतक कन्हैया लाल बैरवा अपने दोस्त अक्षत धोबी के साथ रील बनाने मेनाल झरने पर पहुंचा. वे दोनों झरने के ऊपर काफी तेजी से बह रह पानी में खड़े होकर रील बना रहे थे. ध्यान देने वाली बात है कि मानसून की बारिश से झरने में पानी की आवक काफी बढ़ गई है.
बैलेंस बिगड़ा और मौत ने खींच लिया
बारिश के चलते पानी की धार इतनी तेज थी कि कन्हैया और अक्षत दोनों के पांव उठ गए और वे पानी में बहने लगे. पानी में लगी सुरक्षा जंजीरों को दोनों ने पकड़ लिया. झरने में नहा रहे दूसरे लोगों ने जब उन्हें बहते देखा तो वे आए. तब तक कन्हैया पानी के वेग को झेल नहीं पाया और उसका हाथ जंजीर से छूट गया. वो देखते ही देखते पत्ते की तरह पानी में बहने लगा. इधर अक्षत को लोगों ने पकड़ लिया और उसे बाहर निकाल लिया गया.
150 नीचे खाईं में गिर रहे झरने के साथ गिरा
इधर कन्हैया पानी में बहने के बाद करीब 150 फीट नीचे गिर रहे झरने के साथ चट्टानों पर गिरा और उसकी मौत हो गई. सोमवार को हुई घटना के बाद एसडीआरएफ की टीम बड़ी मुश्किल से बुधवार को वहां पहुंची जहां कन्हैया गिरा था. मौके पर चट्टान पर कन्हैया का निर्वस्त्र शव पड़ा था. पानी के वेग से उसके कपड़े तक बह गए थे.
झरने के पास थे पोख्ता इंतजाम फिर भी हो गया हादसा
चित्तौड़गढ़ जिले के बेंगू तहसीलदार धर्मेंद्र स्वामी की मानें तो मेनाल झरने में सुरक्षा के लिए लोहे की जंजीरों की बैरिकेडिंग लगाई गई है. प्रशासन की तरफ से गोताखोरों की एक टीम भी लगा रखी है. बावजूद इनके लोग चुपके से डेंजर पॉइंट तक पंहुच रहे हैं.
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