बलरामपुर का एक सीसीटीवी फुटेज सोशल मीडिया पर जमकर वायरल है. इस फुटेज में ऑरेंज कलर का ड्रेस पहनी एक युवती तेजी से भागती हुई नजर आ रही है. लड़की के पीछे से करीब 6 बाइक्स गुजरती हैं. इन्हीं बाइकर्स में से दो आरोपी अंकुर वर्मा और हर्षित पांडे भी होते हैं जो युवती का पीछा कर रहे होते हैं.
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मूक बधिर युवती न चिल्ला पाई न किसी से मदद मांग पाई. आरोपियों ने उसे दौड़ाकर पकड़ लिया. उसे बहादुरगढ़ पुलिस चौकी के पीछे झाड़ियों में ले गए. आरोप है कि आरोपियों ने दिव्यांग से गैंगरेप किया.
इधर जब दिव्यांग घर नहीं पहुंची तो परिजन पुलिस के पास पहुंचे. पुलिस के साथ परिजनों ने भी उसकी खोजबीन शुरू की. रात करीब 8 बजे वो थाने से करीब 20 मीटर की दूरी पर झाड़ियों में मिली. पुलिस ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया. यहां जांच में डॉक्टरों ने युवती के साथ दुष्कर्म की पुष्टि की है.
CCTV SP आवास के सामने का
जब पुलिस ने सीसीटीवी चेक किया तो पीड़िता एसपी आवास के सामने भागती हुई नजर आई. इस इलाके में डीएम और जज के भी आवास हैं जो सिक्योरिटी में हैं. यहां पुलिसकर्मियों की ड्यूटी होती है. घटना भी जिस बहादुरगढ़ पुलिस चौकी के पीछे हुई उसका सीसीटीवी खराब पाया गया है. इसके साथ ही रेलवे फाटक का भी सीसीटीवी खराब पाया गया.
क्या है पूरा मामला
21 साल की दिव्यांग पीड़िता देहात कोतवाली थाना क्षेत्र की रहने वाली है. वो सोमवार शाम को ननिहाल से घर लौट रही थी. पीड़िता का ननिहाल और घर के बीच की दूरी 1 किमी है. बीच रास्ते में एसपी और डीएम के आवास हैं. जानकारी के मुताबिक आरोपियों ने पहले शराब पी और फिर एसपी आवास के पास पीड़िता को रोका. उन्होंने उसे घर छोड़ देने की बात कही. पीड़िता ने मना किया तो वे जबरदस्ती पर उतर गए. वो भागने लगी और SP आवास के पास CCTV कैमरे में भागते हुए कैद हो गई. ध्यान देने वाली बात है कि पीड़िता के घर से 300 मीटर दूरी पर कुकुरभुकवा में आरोपियों का घर है. दोनों पीड़िता को पहले से जानते थे.
एनकाउंटर में पुलिस ने आरोपियों को पकड़ा
पीड़िता को पुलिस ने अस्पताल में भर्ती कराया. पीड़िता के भाई की तहरीर पर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया. CCTV से आरोपियों की पहचान की गई. मुखबिर से पता चला कि आरोपी कुकुरभुकवा गांव में छुपे हुए हैं. पुलिस पहुंची तो वे भागने लगे.
पुलिस ने दोनों के पैरों में गोली मारी. दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर पुलिस ने अस्पताल में भर्ती कराया है. फिलहाल ये पूरा मामला चर्चा का विषय बना हुआ है.
पीड़िता के परिजनों ने पुलिस पर लापरवाही के लगाए आरोप
पीड़िता के परिजनों ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि जिस जगह घटना हुई, वहां डीएम, एसपी, और जज जैसे बड़े अधिकारियों के आवास हैं, और पुलिस की 24 घंटे ड्यूटी रहती है.
इस वारदात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि बलरामपुर में अपराधी कितने बेखौफ हैं. जिस इलाके में वारदात हुई वहां अधिकारियों के आवास हैं और घटनास्थल के बेहद करीब पुलिस चौकी भी है.
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