Charchit Chehra: कौन हैं कथावाचक इंद्रेश उपाध्याय जिनकी शादी की हो रही इतनी चर्चा, सोशल मीडिया पर वीडियो भी वायरल

Charchit Chehra: कथावाचक इंद्रेश उपाध्याय की शादी इन दिनों सोशल मीडिया पर बड़े पैमाने पर वायरल हो रही है. वृंदावन से जयपुर तक हुई हल्दी, संगीत और घुड़चढ़ी की अनोखी रस्में चर्चा में हैं. 27 वर्षीय लोकप्रिय कथावाचक और 'भक्तिपथ' आंदोलन के संस्थापक इंद्रेश उपाध्याय की शादी हरियाणा की शिप्रा से हो रही है. चर्चित चेहरा के इस एपिसोड में जानिए पूरी कहानी.

Indresh Upadhyay wedding
कथावाचक इंद्रेश उपाध्याय की शादी की खूब हो रही चर्चा

न्यूज तक डेस्क

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Charchit Chehra: सोशल मीडिया पर इन दिनों एक कथावाचक की खूब चर्चा हो रही है, लेकिन इस बार चर्चा का कारण उनके द्वारा दिया गया बयान नहीं बल्कि शादी है. कथावाचक इंद्रेश उपाध्याय अपनी शादी को लेकर अचानक खूब चर्चा में आ गए है. उनकी शादी से जुड़ी रस्मों के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं. चर्चित चेहरा के इस एपिसोड में जानिए है कौन हैं कथावाचक इंद्रेश उपाध्याय? किससे हो रही है उनकी शादी? तो आइए विस्तार से जानते हैं पूरी कहानी. 

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शादी के जश्न का वीडियो वायरल

यूपी के वृंदावन में कथावाचक इंद्रेश उपाध्याय की शादी का जश्न देखने को मिल रहा है. इंद्रेश उपाध्याय की शादी जयपुर के ताज होटल में 5 दिसंबर यानी आज होगी. लेकिन विवाह से पहले की रस्में जैसे हल्दी और संगीत वृंदावन के रमणरेती स्थित उनके आवास पर निभाई गईं. इंद्रेश महाराज की धूमधाम से घुड़चढ़ी हुई. इस दौरान इंद्रेश उपाध्याय ऑफ व्हाइट शेरवानी में सजे, पगड़ी पहने इंद्रेश महाराज बारात लेकर जयपुर के लिए रवाना हुए. 

घुड़चढ़ी की तस्वीरों में इंद्रेश उपाध्याय अपने पूरे परिवार के साथ दिखाई दे रहे हैं. उनके परिजन बैंड बाजे की धुन पर खुशी में झूमते-गाते नजर आ रहे हैं. घुड़चढ़ी के दौरान वहां मौजूद आसपास के लोगों की भीड़ लग गई. घोड़ी पर इंद्रेश के साथ उनकी भतीजी भी बैठी थीं, जो निकासी का आकर्षण बनी रही. निकासी में हाथी-घोड़े शामिल रहे और बाराती बांके बिहारी जी का ध्वज थामे नाचते-गाते जयपुर की ओर बढ़ते दिखे. बारात के वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहे हैं. 

कौन है इंद्रेश उपाध्याय?

इंद्रेश उपाध्याय का जन्म 7 अगस्त 1997 को यूपी के वृंदावन में हुआ था. इनका घर वृंदावन के रमणरेती में है. 27 साल के इंद्रेश उपाध्याय एक प्रसिद्ध कथावाचक हैं. देश के युवा और लोकप्रिय कथावाचकों में इनकी गिनती होती है. इनके लाखों फॉलोअर्स हैं. इनकी कथा को सुनने के लिए हजारों लोगों की भीड़ इकठ्ठा होती है. यूट्यूब पर भक्तिपथ के नाम से इनका चैनल भी है, जिसमें इनके 14 लाख से ज्यादा फॉलोअर्स हैं.  इंद्रेश, मशहूर कथावाचक कृष्ण चंद्र शास्त्री महाराज के बेटे और ‘भक्तिपथ’ आंदोलन के संस्थापक हैं, जिसका उद्देश्य युवाओं को आध्यात्मिकता की ओर प्रेरित करना है. इनके प्रवचनों और भजनों को लाखों लोग सुनते हैं और ओवरऑल सोशल मीडिया पर बड़ी फैन फॉलोइंग है. 

किससे हो रही शादी?

इंद्रेश उपाध्याय की शादी हरियाणा की रहने वाली शिप्रा के साथ हो रही है. शिप्रा मूल रूप से हरियाणा के यमुनानगर की रहने वाली हैं. शिप्रा के पिता पंडित हरेंद्र शर्मा यूपी पुलिस में डीएसपी रह चुके हैं. फिलहाल उनका परिवार अमृतसर में रहता है. दोनों परिवारों सालों से एक-दूसरे को जानते हैं. जिसके चलते दोनों परिवार की सहमति के बाद यह रिश्ता तय हुआ है.

कई मशहूर दिग्गज करेंगे शिरकत

इंद्रेश महाराज का ये विवाह, धार्मिक जगत ही नहीं, बल्कि मनोरंजन और कला जगत की प्रमुख हस्तियों का भी संगम बनने जा रहा है. बताया जा रहा है कि इनके शादी समारोह में बाबा बागेश्वर धीरेंद्र शास्त्री, कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर, मूलक पीठाधीश्वर राजेंद्र दास महाराज, पुंडरीक गोस्वामी, सिंगर बी प्राक और बॉलीवुड एक्टर संजय दत्त समेत कई और संत और जानी-मानी हस्तियां शामिल होने वाली हैं. इस भव्य विवाह के लिए वैदिक-आध्यात्मिक थीम पर आधारित विशेष निमंत्रण पत्र तैयार किया गया है. कार्ड के साथ वृंदावन के प्रमुख मंदिरों का प्रसाद भी भेजा गया है. शादी समारोह में शामिल होने बड़े दिग्गज और मेहमान जयपुर पहुंच रहे हैं. 

देश से लेकर विदेश तक करते हैं पाठ

इंद्रेश महाराज कथावाचक के साथ-साथ भजन गायक भी हैं. इनके राधा-कृष्ण से जुड़े कई भजन लोकप्रिय हुए. इंद्रेश देश-विदेश में भजन संध्या और भागवत कथा का पाठ करते हैं. इंद्रेश महाराज का भजन "राधा गोरी गोरी" बहुत फेमस हुआ. इसे पॉपुलर सिंगर बी प्राक के साथ भी रिलीज किया गया. जिसके बाद ये भजन सोशल मीडिया पर छा गया. इसके अलावा गोविंद मेरो है गोपाल मेरो है, प्यारो वृन्दावन, राधा रामनाम हरे हरे जैसे इनके कई भजन लोकप्रिय हुए. इनके भजनों को सुनने के लिए वृंदावन में हजारों लोगों की भीड़ देखने को मिलती है. 

13 साल की उम्र में पढ़ लिया था गीता

इंद्रेश, धार्मिक परिवार से आते हैं, इनके पिता, श्री कृष्ण चंद्र शास्त्री, जिन्हें 'ठाकुर जी' के नाम से भी जाना जाता है, एक प्रतिष्ठित भागवत कथा वाचक और आध्यात्मिक गुरु हैं. इंद्रेश ने अपनी स्कूली शिक्षा वृंदावन के कान्हा माखन पब्लिक स्कूल में पूरी की. घर के धार्मिक माहौल में पले-बढ़े इंद्रेश जी को बचपन से ही आध्यात्मिक मार्गदर्शन मिला. पिता ने इन्हें शास्त्रों का ज्ञान दिया और मां ने उन्हें अनुशासित जीवन के मूल्य सिखाए, जिससे उनमें कम उम्र से ही धर्मग्रंथों को समझने और याद करने की क्षमता विकसित हुई.

इंद्रेश जी ने अपनी किशोरावस्था से ही कथावाचन और भजन गायन शुरू कर दिया था. कहा जाता है कि इन्होंने सिर्फ 13 साल की उम्र में ही गीता जैसे ग्रंथों का अध्ययन कर लिया था. इनके कथावाचन की अनोखी शैली और मधुर भजनों ने इन्हें Gen Z के बीच सोशल मीडिया पर बहुत लोकप्रिय बना दिया है. फिलहाल अब इंद्रेश उपाध्याय शादी के बंधन में बंधने जा रहे हैं. सोशल मीडिया पर इनकी शादी की काफी चर्चा है. 

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