Ghaziabad Crime News: उत्तर प्रदेश के गाजियाबद के Aura Chimera सोसाइटी में हुई मकान मालकिन की हत्या ने पूरे इलाके में सनसनी फैला रखी है. मकान का किराया लेने पहुंची दीपशिखा ने कभी ऐसा नहीं सोचा होगा कि जिनको उन्होंने किराए पर अपना घर दिया था, वो ही उनकी जान के दुश्मन बन जाएंगे. किराए को लेकर शुरू हुआ मामूली से विवाद ने खूंखार रूप ले लिया और किराएदारों ने अपनी मकान मालकिन का गला घोंट कर मार दिया. इस मामल में किराएदार अजय गुप्ता और आकृति गुप्ता ने खुद ही सारी बातें कबूल ली है, जिसमें दोनों एक-दूसरे को बचाते हुए नजर आ रहे है. उनके कबूलनामे का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें पति कहता है कि 'मैंने मारा' तो पत्नी कहती है कि 'नहीं मैं भी तो साथ थी'. आइए विस्तार से जानते हैं पूरा मामला और अजय-आकृति ने क्या-कुछ बताया.
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अजय-आकृति ने कबूला अपना जुर्म
इस मामले में आरोपी अजय गुप्ता और उसकी पत्नी आकृति गुप्ता ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है. जब वह पूरी हत्याकांड को बता रहे थे तभी किसी ने पूरा वीडियो रिकॉर्ड कर लिया. वायरल हो रहे वीडियो में पहले अजय कहता है कि, मैंने गला घोंट कर उसे मारा है और मेरी पत्नी को कोई हाथ नहीं लगाए. इस पर पत्नी कहती है कि नहीं मैं भी इनके साथ थी. आगे आकृति अजय को कहती है कि अपने पर मत लो. जो किया हैं हम दोनों ने साथ ही किया है. अजय-आकृति ने कहा कि दीपशिखा ने हमारा घर से निकलना मुश्किल कर दिया था और वो बहुत ही टॉर्चर करती थी.
यहां देखें वीडियो
क्या है पूरा मामला?
यह मामला 17 दिसंबर का है. गाजियाबाद के राजनगर एक्सटेंशन स्थित Aura Chimera सोसाइटी जो की पॉश इलाके में है, वहां प्लैट नंबर 506 में खूनी खेल हुआ. जब मकान मालकिन दीपशिखा अपने किराएदारों से किराया मांगने पहुंची तो वहां तीखी बहस हो गई. बहस अचानक ने इतनी बढ़ गई कि दीपशिखा ने साफ कहा है कि या तो किराया दो या फिर मकान खाली करो. लेकिन यह बात किराएदार अजय-आकृति को अच्छी नहीं लगी और उन्होंने दीपशिखा का गला घोंटकर मौत के घाट उतार दिया.
फिर शव को छिपाने के लिए उन्होंने अपने ही घर में मौजूद लाल रंग का सूटकेस निकाला और उसी में दीपशिखा का शव रख दिया. फिर सूटकेस को घर में ही बेडरूम के नीचे छिपा दिया ताकि किसी को कुछ पता नहीं चले.
मेड के शक से खुला पूरा भेद
इस मामले का भेद खुलने में मेड ने सबसे बड़ी भूमिका निभाई है. दरअसल जब देर रात तक दीपशिखा अपने घर वापस नहीं लौटी तो उसे शक हुआ. फिर वह फ्लैट नंबर 506 पहुंची और अंदर अजीब सी शांति देख उसे शक हुआ. इसके बाद सीसीटीवी चेक किया गया जिसमें दीपशिखा वहां अंदर आती दिखीं लेकिन बाहर नहीं निकली. फिर लोगों ने फ्लैट नंबर 506 की तलाशी शुरू की और बेडरूम से लाल सूटकेस मिला, जिसमें दीपशिखा का लाश था.
भीड़े के बहाने भागने की कोशिश में थे अजय-आकृति
जैसे-जैसे वहां भीड़ बढ़ी तो आरोपी अजय-आकृति ने मौके से भागने की कोशिश भी की. लेकिन वहां मौजूद लोगों ने उन्हें पकड़ लिया और फिर पुलिस को इसकी सूचना दी गई. हालांकि अजय-आकृति ने अपना जुर्म जल्द ही कबूल कर लिया, जिसका वीडियो अब खूब वायरल हो रहा है. नंदग्राम की सहायक पुलिस आयुक्त उपासना पाण्डेय ने इस मामले की जानकारी देते हुए कहा कि मामला बेहद ही गंभीर है और इसकी गहनता से जांच की जा रही है.
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