Etawah news: शंकराचार्य ने बता दिया- भागवात कथा किसे करनी चाहिए और किसे नहीं, चोटी काटने पर दिया ये रिएक्शन

Etawah news : शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने इटावा कथा विवाद पर कहा- जाति छुपाकर कथा कहना दुस्साहस है. मारपीट नहीं होनी चाहिए थी, कानून का सहारा लें.

Shankaracharya Avimukteshwaranand reaction, Etawah katha vachak controversy, Mani Mukut Yadav caste dispute, Avimukteshwaranand statement on caste
तस्वीर: यूपी तक.

News Tak Desk

• 06:29 PM • 26 Jun 2025

follow google news

इटावा के दंदरपुर गांव में भागवत कथा कहने आए मणि मुकुट यादव और उनके सहयोगी संत कुमार यादव की चोटी काटने के मामले पर शंकराचार्य का रिएक्शन आया है.  ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने मामले पर अपना रिएक्शन दिया है. 

Read more!

यूपी तक के सवालों का जवाब देते हुए अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि कुछ लोग जाति की आड़ में अपने कुकृत्यों को छुपाने की कोशिश करते हैं. आप यादव हैं, जाटव हैं...तो इसमें खराबी क्या है? आप क्यों अपनी जाति छुपा रहे हैं?  क्यों ब्राह्मणों के बीच में ब्राह्मण बनकर जा रहे हैं? 

ये तो दुस्साहस है- अविमुक्तेश्वरानंद

ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य ने आगे कहा- 'ये तो दुस्साहस है. पोल खुलनी थी...खुल गई. हालांकि ये एक पक्ष है.' अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि उनके साथ मारपीट नहीं करनी चाहिए थी. यदि कोई व्यक्ति ठग रहा है, वो जो नहीं है वो बता रहा है  तो उसके लिए कानून है. 

वे हिंदू ही तो हैं...चोटी क्यों काटी?  

शंकराचार्य ने आगे कहा- मारपीट नहीं करनी चाहिए. चोटी काटने की क्या जरूरत. हिंदू ही तो थे. चोटी क्यों काटी?

भागवत कथा कौन कर सकता है? 

भागवत कथा कौन कर सकता है या किसे करना चाहिए के सवाल पर अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि यदि कोई भी अपने घर में अपनों को, अपनी जाति के लोगों को भागवत कथा सुना सकता है. यदि सभी जाति के लोगों को कथा सुनानी हो तो वो अधिकार केवल ब्राह्मणों को है. उससे किसी भी जाति के लोगों को आपत्ति नहीं होगी. सभी जातियों के लोग बैठकर कथा सुन सकेंगे. 

यहां देखें वीडियो 

यह भी पढ़ें: 

Etawah News: कथावाचकों की चोटी काटने के विवाद के बाद गांव में बवाल, पुलिस पर पथराव, हवाई फायरिंग, दर्जनों गिरफ्तार
 

    follow google newsfollow whatsapp