कौन हैं ऐंजल चकमा, जिसकी देहरादून में मौत होने के बाद परिवार वालों से CM धामी को करनी पड़ी बात

Dehradun Student Attack: उत्तराखंड के देहरादून में पढ़ाई कर रहे त्रिपुरा के छात्र एंजेल चकमा की 17 दिन बाद अस्पताल में मौत हो गई. बताया जा रहा है कि कथित नस्लीय टिप्पणी के विरोध के बाद उन पर धारदार हथियारों से हमला किया गया था. इस घटना के बाद पूर्वोत्तर के छात्रों में आक्रोश है, जबकि त्रिपुरा के सीएम ने उत्तराखंड के सीएम ने बात की है.

Angel Chakma Case
Angel Chakma Case

टीना साहू

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Dehradun Angel Chakma Death Case: उत्तराखंड के देहरादून जिले के सेलाकुई में कथित नस्लीय हिंसा का शिकार हुए त्रिपुरा के छात्र एंजेल चकमा की 17 दिन बाद अस्पताल में मौत हो गई. चकमा देहरादून में अपने भाई के साथ पढ़ाई कर रहा थे. चकमा की मौत के बाद से अब पूर्वोत्तर के छात्रों में आक्रोश है. वहीं,  मामले में राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग नजर बनाए हुए है. इस बीच अब चकमा की हत्या के बाद सोशल मीडिया पर उन्हें न्याय दिलाने के लिए आंदोलन शुरू हो गया है, इसके लिए देहरादून से त्रिपुरा तक अलग-अलग शहरों में लोग कैंडिल मार्च निकाल रहे हैं. इस बीच अब त्रिपुरा के सीएम माणिक साहा ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह से धामी फोन पर बात की है. त्रिपुरा के सीएम के कहा कि सीएम धामी ने मुझे दोषियों के खिलाफ कड़ी कारवाई करने का भरोसा दिया है. इस बीच सीएम धामी ने भी मृतक के पिता से बात की है और हर संभव मदद का भरोषा दिलाया है. 

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क्या है पूरा मामला?

दरअसल, दावा है कि बीती 9 दिसंबर को एंजेल चकमा पर कुछ छात्रों ने नस्लीय टिप्पणी की थी. जब उन्हाेंने इसका विरोध किया तो मौके पर बहसबाजी हो गई. आराेप है कि इसी विवाद के बीच ऐंजल पर धारदार हथियारों से हमला कर दिया गया. इसमें वो बुरी तरह जख्मी हो गए. इसके बाद एंजेल चकमा के भाई माइकल चकमा ने गंभीर हालत में उन्हें ग्राफिक एरा अस्पताल में भर्ती कराया गया था. यहां लंबे इलाज के बाद उनकी उसकी मौत हो गई.

कौन था एंजेल चकमा?

आपको बता दें कि 24 वर्षीय ऐंजल चकमा त्रिपुरा के उनाकोटी जिले के नंदानगर के रहने वाले थे. वे उत्तराखंड के देहरादून जिले के एक कॉलेज से MBA की पढ़ाई कर रहे थे. बताया जा रहा है उनके साथ उनके भाई माइकल चकमा भी एक अन्य कॉलेज पढ़ते हैं. दोनों भाई देहरादून के थाना प्रेमनगर में नंदा की चौकी के पास रहते थे.

भाई ने बताया पूरा घटनाक्रम

इस मामले मे छात्र के भाई माइकल चकमा ने पुलिस को दी गई तहरीर में बताया था कि 9 दिसंबर को वो अपने भाई के साथ शाम के समय सेलाकुई में खरीदारी कर रहे थे. आरोप है कि इस दौरान नशे में धुत कुछ छात्रों ने उनकाे कथित जाति सूचक शब्द कहे और नस्लीय टिप्पणी की. जब उन्होंने इसका विरोध किया तो विवाद बढ़ने लगा. इस बीच छोटे भाई माइकल चकमा ने बड़े भाई का बचाव करने की कोशिश की तो नशे में धुत आरोपी छात्रों ने एंजेल चकमा पर धारदार हथियारों से ताबड़तोड़ वार कर दिए. इसके बाद गंभीर हालत में घायल एंजेल को ग्राफिक एरा अस्पताल में भर्ती कराया गया. लेकिन यहां जिंदगी और मौत से लड़ते हुए घटना के 17 दिन बाद उनकी मौत हो गई.

5 आरोपी गिरफ्तार, एक फरार

मामले की जानकारी देते हुए एसपी सिटी प्रमोद कुमार ने बताया कि इसमें चार से पांच नाम सामने आए. पुलिस ने इसमें तीन लोगों को अरेस्ट कर जेल भेजे दिया है. वहीं, घटना में दो किशोर भी शामिल हैं जिन्हें बाल सुधार गृह भेजा गया है. उन्होंने बताया कि इसमें हत्या की धाराएं बढ़ा दी गई है. एसपी ने बताया कि इसमें एक और आरोपी वांटेड है. वो मूल रूप से नेपाल का रहने वाला है. एसपी ने बताया कि उसकी तलाश जारी है. उसपर 25 हजार का इनाम भी घोषित कर दिया गया.

त्रिपुरा के सीएम का बयान आया सामने

वहीं, एंजेल चकमा की मौत के मामले में त्रिपुरा के सीएम माणिक साहा ने कहा कि "मैंने इस मामले में उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी से बात की है. उन्होंने मुझे भरोसा दिलाया है कि वे यह सुनिश्चित करेंगे कि न्याय मिले. पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है और शायद एक या दो लोग अभी भी फरार हैं और उन्हें भी जल्द ही पकड़ लिया जाएगा. मैंने कहा कि जांच में कोई कमी नहीं होनी चाहिए. उन्होंने मुझे भरोसा दिलाया कि वे न्याय दिलाएंगे और उन्होंने पहले ही पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया है." "मैंने आज पीड़ित परिवार से बात करने की कोशिश की... मैं उनसे मिलूंगा. और जब से यह घटना हुई है, मैं स्थानीय विधायक के साथ रेगुलर संपर्क में हूं. उन्हें जिस भी तरह की मदद की जरूरत होगी, हम उसके लिए तैयार हैं.

सीएम पुष्कर सिंह धामी ने ऐंजल के पिता से की बात

उधर इस मामले में बाेलते हुए उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को एंजेल के पिता से फोन पर बात की. सीएम ने एंजेल की हत्या पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि उत्तराखंड सरकार दोषियों को कड़ी सजा दिलाएगी. सीएम ने कहा कि उत्तराखंड में कभी भी इस तरह का माहौल नहीं रहा है. यहां देश- विदेश के बच्चे पढ़ने के लिए आते हैं. इसलिए यह घटना हम सबके लिए भी है. सरकार ऐसे मामलों में सख्ती से कार्रवाई करेगी. उन्होने कहा कि घटना के बाद त्रिपुरा के मुख्यमंत्री डॉ. माणिक साहा के साथ ही केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से भी उनकी बात हुई है. मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार पूरी तरह पीड़ित परिवार के साथ खड़ी है. उत्तराखंड सरकार परिवार की हर संभव सहायता करेगी.

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