केदारनाथ जाना होगा अब आसान, 8-9 घंटे की जगह 36 मिनट में पहुंचेंगे बाबा के दरबार! उत्तराखंड में बनेगा भारत का पहला 3S Tricable रोपवे

Kedarnath ropeway: अब केदारनाथ यात्रा होगी आसान! अडानी ग्रुप बनाएगा भारत का पहला 3S Tricable रोपवे, 12.9 किमी दूरी सिर्फ 36 मिनट में होगी तय. जानें पूरी जानकारी.

Kedarnath ropeway
केदारनाथ पहुंचना होगा अब आसान

न्यूज तक डेस्क

16 Oct 2025 (अपडेटेड: 16 Oct 2025, 05:45 PM)

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बर्फ की पहाड़ियों के बीच बसा बाबा केदारनाथ का धाम, हिंदुओं की आस्था का महान प्रतीक है. हिमालय की ऊंचाइयों में बसे होने के कारण लोगों का यहां पहुंचना किसी बड़े चुनौती से कम नहीं है. बाबा केदारनाथ के दर्शन के लिए सिर्फ चढ़ाई करनी पड़ती है, बल्कि बदलते मौसम, बारिश, बर्फबारी और कठिन रास्तों का भी सामना करना पड़ता है जो कि इसी एक कठिन तीर्थ-स्थल बना देता है. 

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लेकिन अब यह कठिनाई जल्द ही दूर होने वाली है क्योंकि अब अडानी ग्रुप इस यात्रा को आसान बनाने के लिए 4 हजार करोड़ से ज्यादा की लागत से एक रोपवे बनाने जा रहा है. यह रोपवे 12.9 किलोमीटर लंबा है और इससे सोनप्रयाग से केदारनाथ तक की यात्रा जो की 8-9 घंटे में पूरी होती थी अब मात्र 36 मिनट में पूरी होने की बात कही जा रही है.

गौतम अडानी ने खुद साझा की जानकारी

इस परियोजना की जानकारी खुद गौतम अडानी ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X(पूर्व ट्विटर) पर शेयर की. इस पोस्ट में एक वीडियो के साथ-साथ कैप्शन में लिखा हुआ है कि, 'केदारनाथ धाम की कठिन चढ़ाई अब आसान होगी. अदाणी समूह श्रद्धालुओं की यात्रा को सरल और सुरक्षित बनाने के लिए यह रोपवे बना रहा है. इस पुण्य कार्य का हिस्सा बनना हमारे लिए गर्व की बात है.महादेव सब पर अपनी कृपा बनाए रखें.'

वीडियो में बताई गई ये बातें

सोशल मीडिया पर शेयर किए गए इस वीडियो में परियोजना से जुड़ी बातें बताई गई है. 2 मिनट 2 सेकेंड के इस वीडियो में इस पवित्र की महानता का जिक्र करते हुए बताया गया कि केदारनाथ की यात्रा लाखों हिंदुओं के आस्था का एक केंद्र है, इसे कठिन रास्ते, खराब मौसम और लंबे समय की वजह से यह काफी चुनौतीपूर्ण यात्रा है. लेकिन अब अडानी ग्रुप आस्था को सुविधा से जोड़ने का काम कर रही है.

इस वीडियो में बताया गया है कि 12.9 किलोमीटर लंबा सोनप्रयाग-केदारनाथ रोपवे की मदद से अब यात्रा का समय 8-9 घंटे से घटकर सिर्फ 36 मिनट हो जाएगा. साथ ही इस रोपवे के माध्यम से हर घंटे 1 हजार 800 यात्री प्रति दिशा में यात्रा कर पाएंगे. वहीं इस रोपवे की गोंडोला(रोपवे से यात्रा के दौरान जहां पर बैठेने की व्यवस्था होती है) में 35 लोगों की बैठने की व्यवस्था होगी.

भारत का पहला 3S Tricable रोपवे

वीडियो में आगे यह भी बताया गया है कि यह भारत का पहला 3S Tricable रोपवे बनेगा, जो विश्व की सबसे सुरक्षित और अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी पर बेस्ड होगा. साथ ही यह रोपवे समय की बचत करेगा और यात्रा को आरामदायक भी बनाएगा. इससे बुजुर्ग, बच्चे और महिलाएं आसानी से केदारनाथ बाबा का दर्शन कर पाएंगे. इस परियोजना के माध्यम से पर्यटन और स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी.

यहां देखें गौतम अडानी का पोस्ट

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