Uttarakhand Weather Today: उत्तराखंड में मानसून का भयावाह रूप देखने को मिला रहा है. मंगलवार को प्रदेश के कई जिलों से भारी बारिश दर्ज की गई. उत्तरकाशी के में तो धराली में बादल फटने से सैलाब आ गया. इसमें 4 की मौत हो गई 50 से ज्यादा लोग लापता बताए जा रहे हैं.
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वहीं मैदानी इलाकों में जलभराव की खबरें सामने आ रही हैं. इस बीच अब मौसम विभाग ने आज यानी 6 अगस्त को राज्य के कई जिलों के लिए अलर्ट जारी किया है. इन जिलों में बाढ़, बोल्डर गिरने और सड़क बंद होने जैसी घटनाएं होने की आशंका जताई गई है.
सभी स्कूलों की एक दिन की छुट्टी
मौसम विभाग ने उत्तराखंड के कुमाऊं क्षेत्र में पिथौरागढ़, अल्मोड़ा, चंपावत, नैनीताल, बागेश्वर और उधमसिंह नगर में भारी बारिश होने की संभावना है जताई गई है. मौसम विभाग के अनुसार, ज्यादा बारिश की वजह से भूस्खलन, अचानक बाढ़, बोल्डर गिरना, जलभराव और सड़कों के बंद होने जैसी घटनाएं देखी जा सकती हैं.
ऐसे में किसी भी अनहोनी से बचने के लिए 6 अगस्त (बुधवार) को अल्मोड़ा, चंपावत, पिथौरागढ़ और उधमसिंह नगर जिले के सभी सरकारी, अर्द्धसरकारी और निजी स्कूलों (कक्षा 1 से 12 तक) और सभी आंगनबाड़ी केंद्रों को एक दिन के लिए बंद रखने का फैसला किया गया है.
कई जिलों में तेज बारिश की संभावना
वहीं, गढ़वाल क्षेत्र में पौड़ी, रुद्रप्रयाग, उत्तरकाशी और चमोली में भी कुछ स्थानों पर गरज-चमक के साथ ही तेज बारिश हो सकती है. IMD ने इन जिलों के लिए ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी किया है. रुद्रप्रयाग जिले में लगातार हो रही बारिश की वजह से नदी-नालों का जलस्तर तेजी से बढ़ने की संभावना जताई गई है.
इसे ध्यान में रखते हुए 6 अगस्त 2025 को चमोली और रुद्रप्रयाग के जिले के सभी सरकारी, अर्द्धसरकारी और निजी स्कूल (कक्षा 1 से 12 तक) और सभी आंगनबाड़ी केंद्रों को एक दिन के लिए बंद रखने का निर्णय लिया गया है.
अगले 48 घंटे में भी राहत नहीं
वहीं, मौसम विभाग ने आने वाले दो दिनों में प्रदेश के पहाड़ी जिलों में भारी बारिश की संभावना जताई है. इसमें खासतौर पर बागेश्वर, पिथौरागढ़, चंपावत, नैनीताल, अल्मोड़ा, चमोली और रुद्रप्रयाग में रुक-रुक कर तेज बारिश हो सकती है. इस दौरान भूस्खलन, सड़काें का बंद होना, नदी-नालों का जलस्तर बढ़ना जैसी घटनाएं हो सकती हैं. प्रशासन ने संवेदनशील इलाकों में सवधानी बरतने की सलाह दी है.
लोगों से की अपील
भारत मौसम विज्ञान विभाग देहरादून ने स्पष्ट किया है कि लगातार बारिश के कारण नदी-नालों में अचानक बाढ़, भूस्खलन, सड़कें बाधित होना और बिजली गिरने से जान-माल की हानि जैसे खतरे बने रहेंगे. लोगों को सलाह दी गई है कि वे घर के भीतर रहें, पेड़ों और बिजली के खंभों से दूर रहें तथा नदी-नालों के पास न जाएं.
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