राम मंदिर आंदोलन से लेकर राज्य आंदोलन तक…जानिए कौन हैं महेंद्र भट्ट जो दूसरी बार बने उत्तराखंड BJP अध्यक्ष

Mahendra Bhatt Uttarakhand: उत्तराखंड बीजेपी की कमान एक बार फिर महेंद्र भट्ट के हाथों सौंप दी गई है. इस पद पर काबिज होने वाले वे प्रदेश के पहले नेता बन गए हैं. जानिए उनके संघर्ष, अनुभव और पार्टी में मजबूत पकड़ की पूरी कहानी.

mahendra-bhatt-elected-uttarakhand-bjp-president
महेंद्र भट्ट लगातार दूसरी उत्तराखंड बीजेपी के अध्यक्ष चुने गए हैं (फोटो : X@mahendrabhatbjp)

न्यूज तक

01 Jul 2025 (अपडेटेड: 01 Jul 2025, 05:39 PM)

follow google news

Mahendra Bhatt Uttarakhand: उत्तराखंड में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने महेंद्र भट्ट को लगातार दूसरी बार प्रदेश अध्यक्ष चुना है. वे इस पद पर दोबारा निर्वाचित होने वाले पहले नेता बन गए हैं. 30 जून 2025 को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की मौजूदगी में भट्ट ने नामांकन दाखिल किया था.

Read more!

आपको बता दें कि महेंद्र भट्ट को 30 जुलाई 2022 को पहली बार उत्तराखंड बीजेपी अध्यक्ष बनाया गया था. वे गढ़वाल क्षेत्र के ब्राह्मण नेता हैं. उनके नेतृत्व में बीजेपी ने कई चुनावों में जीत हासिल कर चुकी है.

ABVP से शुरू हुआ राजनीतिक सफर

महेंद्र भट्ट का राजनीतिक करियर 1991 में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) से शुरू हुआ. 1991-1996 तक वे ABVP में प्रदेश सह मंत्री, जिला संयोजक और संगठन मंत्री रहे. 1997 में बीजेपी युवा मोर्चा के प्रदेश सह मंत्री बने और 1998-2000 तक उत्तरांचल युवा मोर्चा के महामंत्री रहे. 2000-2002 में वे उत्तरांचल युवा मोर्चा के पहले अध्यक्ष बने. इस दौरान उन्होंने उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलन में भी सक्रिय भूमिका निभाई.

2002 में इस सीट से बने विधायक

2002 में भट्ट ने नंदप्रयाग विधानसभा सीट से पहली बार विधायक का चुनाव जीता, लेकिन 2007 में इसी सीट पर हार का सामना करना पड़ा. 2017 में उन्होंने बद्रीनाथ सीट से जीत हासिल की, लेकिन 2022 में फिर हार मिली. इसके बावजूद बीजेपी ने उनके अनुभव को महत्व देते हुए 2022 में उन्हें प्रदेश अध्यक्ष बनाया. अप्रैल 2024 से वे राज्यसभा सांसद भी हैं.

राम मंदिर आंदोलन में रहे सक्रिय

महेंद्र भट्ट राम मंदिर आंदोलन में सक्रिय रहे और 15 दिन पौड़ी के कांसखेत जेल में रहे. उत्तराखंड राज्य आंदोलन में भी उन्होंने हिस्सा लिया और पांच दिन जेल में बिताए. इन आंदोलनों ने उनकी जुझारू नेता की छवि को मजबूत किया.

बीजेपी का भरोसेमंद चेहरा

भट्ट का नेतृत्व बीजेपी के लिए हमेशा फायदेमंद रहा. उनके कार्यकाल में पार्टी ने संगठनात्मक और चुनावी स्तर पर मजबूती हासिल की. उत्तराखंड बीजेपी में भगत सिंह कोश्यारी, तीरथ सिंह रावत और अजय भट्ट जैसे दिग्गज अध्यक्ष रहे. लेकिन भट्ट पहले नेता हैं जो लगातार दूसरी बार इस पद पर काबिज हुए. सीएम धामी के समर्थन और उनके अनुभव से पार्टी को और मजबूती मिलने की उम्मीद है.

ये भी पढ़ें: रुड़की में तेज रफ्तार कार ने छीनी युवती की जिंदगी, सीसीटीवी में कैद हुआ दिल दहलाने वाला मंजर!

    follow google newsfollow whatsapp