Uttarakhand Congress President: उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव से एक साल पहले कांग्रेस ने एक बड़ा दांव खेला है. दरअसल, प्रदेश के राजनीतिक इतिहास में पहली बार कांग्रेस ने गढ़वाल मंडल से नए पार्टी अध्यक्ष और अभियान समिति के अध्यक्ष की नियुक्ति की है. ऐसे में माना जा रहा है कि कांग्रेस ने गढ़वाल कार्ड खेलकर मुख्यमंत्री धामी के लिए भी एक चुनौती पेश कर दी है.
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आपको बता दें कि कांग्रेस उत्तराखंड में अपने नए अध्यक्ष के रूप में गणेश गोदियाल (Ganesh Godiyal) को नियुक्त किया है. गणेश गोदियाल एक अनुभवी नेता हैं. राज्य की राजनीति में उनकी अच्छी पकड़ है मानी जाती है. ऐसे में उनकी नियुक्ति को कांग्रेस की एक बड़ी रणनीतिक कदम के रूप में देखा जा रहा है.
प्रदेश अध्यक्ष के साथ कई और पदों नियुक्ति
गौरतलब है कि लंबे मंथन के बाद आलाकमान ने गणेश गोदियाल को उत्तराखंड कांग्रेस का नया अध्यक्ष नियुक्त किया है. इसके साथ ही, प्रीतम सिंह को प्रचार समिति की कमान और डॉ हरक सिंह रावत को चुनाव प्रबंधन समिति का अध्यक्ष बनाया गया है. वहीं, करण माहारा को कांग्रेस कार्य समिति का विशेष आमंत्रित सदस्य बनाया गया है. इसके साथ ही जिला और शहर कांग्रेस अध्यक्षों की लिस्ट भी जारी कर दी गई है. मनोज यादव को प्रदेश कांग्रेस का सह प्रभारी बनाया गया है.
प्रदेश में संतुलन साधने की रणनीति
माना जा रहा है कि प्रदेश में संतुलन साधने की रणनीति के तहत इन तीनों नामों का चयन किया गया है. यह तिकड़ी अनुभव, संगठन और प्रभाव का संगम मानी जा रही है. गणेश गोदियाल संगठन के भीतर सुलझे और स्वीकार्य चेहरे हैं तो प्रीतम सिंह के पास संगठन और जनसंपर्क का लंबा अनुभव है. उधर डॉ हरक सिंह रावत मैदान में सक्रिय और पुराने कांग्रेस-भाजपा समीकरणों को समझने वाले नेता माने जाते हैं.
गोदियाल पहले भी रह चुके हैं प्रदेश अध्यक्ष
आपको बता दें कि गणेश गोदियाल को दूसरी बार उत्तराखंड कांग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है. इससे पहले वे 22 जुलाई 2021 से 10 अप्रैल 2022 तक इस पद पर रह चुके हैं. राजनीतिक हलकाें में चर्चा है कि ये नियुक्ति 2027 के विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखकर की गई है.
गोदियाल की नियुक्ति के साथ ही कांग्रेस ने अभियान समिति के अध्यक्ष की नियुक्ति भी की है, जो राज्य में चुनावी रणनीति को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे. इस नियुक्ति से कांग्रेस को राज्य में अपनी स्थिति मजबूत करने में मदद मिलेगी और भाजपा के लिए चुनौती पेश करेगी.
धामी सरकार के लिए नई चुनौती
वहीं, कांग्रेस के इस कदम को गढ़वाल कार्ड के रूप में देखा जा रहा है, जो राज्य की राजनीति में एक महत्वपूर्ण क्षेत्र है. गढ़वाल क्षेत्र में कांग्रेस की अच्छी पकड़ है और गोदियाल की नियुक्ति से पार्टी को इस क्षेत्र में अपनी स्थिति मजबूत करने में मदद मिलेगी. अब इस नियुक्ति को धामी सरकार के लिए एक नई चुनौती के रुप में देखा जा रहा है. कहा जा रहा है कि राज्य में चुनावी माहौल को बदलने के लिए कांग्रेस को एक बड़ा अवसर मिल सकता है.
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