MPPSC 2021 Exam topper: तीसरे प्रयास में MPPSC की टॉपर बनीं अंकिता पाटकर, नंबर देख चौंक जाएंगे
MPPSC 2021 Topper Ankita Patkar: रायसेन की अंकिता पाटकर ने MPPSC 2021 फाइनल रिजल्ट में टॉप किया है. टॉप 10 की लिस्ट में 7 बेटियां हैं, अंकिता पाटकर के साथ ही इसमें प्रियल यादव समेत 7 लड़कियों ने बाजी मारी है.
ADVERTISEMENT

MPPSC Result 2021: मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग ने एमपीपीएसी 2021 बैच का फाइनल रिजल्ट जारी कर दिया है. गर्व करने की बात यह है की टॉप 10 की लिस्ट में 7 बेटियां हैं. जिन्होंने पूरे प्रदेश का नाम रोशन किया है. मध्य प्रदेश रायसेन जिले की रहने वाली अंकिता पाटकर (MPPSC Topper Ankita Patkar) ने सभी से आगे निकलते हुए टॉप किया है.
अंकिता ने सबसे ज़्यादा (942 अंक) हासिल किए हैं. इसके साथ ही वह 2021 बैच की टॉपर बनी. MP Tak पर जानिए अंकिता पाटकर की कहानी, जो अपने तीसरे प्रयास में बड़ी सफलता हासिल करते हुए स्टेट टॉपर बनी हैं. वह दो प्रयास में असफल हो गई थीं, लेकिन हार नही मानी.
इस सफलता से बेहद खुश अंकिता पाटकर ने एमपी तक से कहा- "मैं बहुत खुश हूं, रैंक वन पर मेरा नाम है. पहले तो यकीन नहीं हो रहा था. पीएससी की तैयारी में मेरे पेरेंट्स और मेरे गुरु का बड़ा योगदान रहा है. एमपी गवर्नमेंट ओबीसी स्टूडेंट को फ्री कोचिंग कराती है, मैंने वहां से भी पढ़ाई की थी. यूट्यूब चैनल्स से भी तैयारी की. मेरी तैयारी एग्जाम ओरिएंटेड और सिलेबस देखकर होती थी."
घर की सबसे छोटी बेटी बनी स्टेट टॉपर?
मध्य प्रदेश के टॉप-10 रैंकर्स में से 7 लड़कियां हैं. इन्हीं में शामिल हैं रायसेन शहर की बेटी अंकित पाटकर जिन्होंने 1575 में से 942 अंक हासिल करते हुए प्रदेश में पहला स्थान हासिल किया है. अंकित पाटकर के परिवार में खुशी का माहौल है. अंकिता परिवार की सबसे छोटी बेटी हैं. उनसे बड़ी तीन बहने हैं. वहीं एक छोटा भाई भी है. पिता जनरल स्टोर चलाते हैं, तो वहीं मां टीचर हैं.
यह भी पढ़ें...
MP PSC Result: लड़कियों ने मारी बाजी, टॉप 10 में 7 बेटियां, उज्जैन के भाई-बहन की सबसे अधिक चर्चा
भोपाल रहकर की MPPSC की तैयारी
अंकिता ने भोपाल और घर में रहकर अपनी एमपीपीएससी की तैयारी की थी. उन्होंने परिवार और शिक्षकों को अपनी सफलता का श्रेय दिया है . जनपद पंचायत औबेदुल्लागंज में सहायक विकास विस्तार अधिकारी के पद पर कार्यरत अंकिता ने अपनी इस सफलता का श्रेय वहां के स्टाफ को भी दिया है.
YouTube का भी लिया सहारा
स्टेट टॉपर अंकिता की माने तो उन्हे नवोदय से पढ़ाई करने का फायदा हुआ, जहां अच्छी पढ़ाई होती थी. साथ ही गाइडेंस हमेशा अच्छा मिलता है. उन्होंने कोचिंग से मिली टेस्ट सीरीज और टॉपर्स की कॉपियों से भी तैयारी की थी.
MP: अतिथि शिक्षकों को बाहर करेगी मध्य प्रदेश सरकार? एक ऑर्डर ने बढ़ाई सबकी टेंशन
ऐसा था तैयारी का शेड्यूल
अंकिता सुबह 8 बजे लाइब्रेरी पहुंच जाती थी. वह कोशिश करती थी कि 8 से 10 घंटे पढ़ाई कर सके और निरंतर लगी रहती थी. उन्होंने एमपी गवर्नमेंट को शुक्रिया कहा, क्योंकि MP सरकार की ओबीसी स्टूडेंट को फ्री कोचिंग कराती है, जहां से अंकिता ने भी पढ़ाई की थी. इसके अलावा उन्होंने यूट्यूब चैनल से भी तैयारी की थी. उनका सक्सेस मंत्रा था- तैयारी एग्जाम ओरिएंटेड और सिलेबस देखकर करना... (स्मार्ट वर्क ओवर हार्ड वर्क).
पेरेंट्स और गुरु का अहम योगदान
अंकिता पाटकर ने अपनी खुशी जाहिर करते हुए कहा, "मैं बहुत खुश हूं, रैंक वन पर मेरा नाम है. पहले तो यकीन नहीं हो रहा था. पीएससी की तैयारी में मेरे पेरेंट्स और मेरे गुरु का बड़ा योगदान रहा है. अंकिता के पिता पिता दौलत राम पाटकर पोस्ट ऑफिस में एजेंट हैं. जबकि मां चंद्रकला पाटकर रिटायर्ड शिक्षक हैं.
बता दें कि इस नतीजे के साथ प्रदेश के इन अभ्यर्थियों को 24 डिप्टी कलेक्टर, 13 डीएसपी, जिला पंजीयन सहायक, वाणिज्य कर अधिकारी, श्रम अधिकारी, नगर पालिका अधिकारी सहित कई पदों पर हुआ है.