Asaram Bapu पर Supreme Court का सुप्रीम फैसला, 11 साल बाद जेल से बाहर!

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आसाराम बापू का जीवन सफर विवादों से भरा रहा है. पाकिस्तान में जन्मे आसुमल ने अहमदाबाद में तांगा चलाने से लेकर एक प्रभावशाली धार्मिक गुरु बनने तक का सफर तय किया. 2013 के रेप केस में दोषी ठहराए जाने के बाद उन्हें आजीवन कारावास की सजा मिली, लेकिन हाल ही में उन्हें मेडिकल आधार पर अंतरिम जमानत दी गई है.
Asaram Bapu Antrim Bail: आसाराम बापू का जीवन विवादों और रहस्यों से भरा हुआ है. पाकिस्तान के सिंध प्रांत में एक साधारण हिंदू परिवार में जन्मे आसुमल थाउमल हरपलानी ने विभाजन के बाद भारत आकर गुजरात में तांगा चलाने से लेकर धार्मिक गुरू बनने तक का सफर तय किया. अहमदाबाद में चाय बेचते और शराब के नशे में हत्या के आरोपों से बरी होकर, आसुमल ने स्वयं को "आसाराम" के रूप में स्थापित किया.
साबरमती नदी के किनारे आश्रम बनाकर, आसाराम ने धीरे-धीरे अपने प्रवचनों से बड़ी संख्या में भक्तों को जोड़ा. कुछ ही वर्षों में उन्होंने 400 से अधिक आश्रम और अकूत संपत्ति बनाई. धार्मिक साम्राज्य की बुलंदियों पर पहुंचने वाले आसाराम का पतन 2013 में शुरू हुआ, जब उन पर नाबालिग के साथ दुष्कर्म का आरोप लगा. इसके बाद उनकी गिरफ्तारी, कोर्ट में ट्रायल, और अंततः आजीवन कारावास की सजा ने उनकी छवि को पूरी तरह धूमिल कर दिया.
वर्तमान में, आसाराम को मेडिकल आधार पर अंतरिम जमानत मिली है. उनका इलाज पुलिस सुरक्षा में जारी है. आसाराम का यह सफर उन सवालों को उठाता है कि धर्म की आड़ में समाज किस तरह से धोखा खा सकता है और न्याय की प्रक्रिया कैसे सामने आती है.