'कोई मानने को तैयार नहीं...हम सबूत पेश नहीं कर पा रहे', पहलगाम अटैक मणिशंकर अय्यर ने दी प्रतिक्रिया
Mani Shankar Aiyar: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मणिशंकर अय्यर ने अटपटा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि भारत सरकार इस हमले के लिए पाकिस्तान को दोषी ठहरा रही है.
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Mani Shankar Aiyar: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मणिशंकर अय्यर ने अटपटा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि भारत सरकार इस हमले के लिए पाकिस्तान को दोषी ठहरा रही है, लेकिन अंतरराष्ट्रीय समुदाय में किसी भी देश ने पाकिस्तान को आतंकवाद का जिम्मेदार नहीं कहा है.
मणिशंकर अय्यर ने क्या बोला
अय्यर ने न्यूज एजेंसी IANS से बातचीत करते हुए कहा, ''किसी ने नहीं कहा, वो जो 33 देश जहां थरूर और उनके लोग गए. किसी ने नहीं कहा कि पाकिस्तान जिम्मेदार है. UN ने नहीं कहा कि पाकिस्तान जिम्मेदार है. अमेरिका ने नहीं कहा कि पाकिस्तान जिम्मेदार है. हम ही इकलौते हैं, जो अपनी छाती पीट-पीटकर कहते हैं कि हाय-हाय पाकिस्तान जिम्मेदार है लेकिन यह बात कोई मानने को तैयार नहीं है. हम कोई सुबूत पेश नहीं कर पा रहे हैं, जिससे लोग मुतमईन हों कि हम जानते हैं कौन-सी पाकिस्तानी एजेंसी है जिसने ये हरकत की है.''
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पहलगाम हमले ने हिलाया था देश
आपको बता दें 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था. इस हमले में 26 पर्यटकों की जान चली गई थी, जबकि कई अन्य घायल हो गए थे. इसके बाद भारत ने पाकिस्तान को करारा जवाब दिया था और पाकिस्तान में स्ट्राइक कर करीब 100 से अधिक आंतकियों को मार गिराया था.
भारत ने की थी अंतरराष्ट्रीय कोशिश
हमले के बाद भारत ने अंतरराष्ट्रीय मंचों पर पाकिस्तान को बेनकाब करने के लिए सात सर्वदलीय सांसदों के प्रतिनिधिमंडल 33 देशों में भेजा था. इस प्रतिनिधिमंडल में कांग्रेस के 3 नेता शशि थरूर, मनीष तिवारी और आनंद शर्मा भी शामिल थे.
'ऑपरेशन महादेव' में आतंकी ढेर
हाल ही में सुरक्षाबलों ने पहलगाम के मास्टरमाइंड को ढेर कर दिया. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने संसद में बताया कि 'ऑपरेशन महादेव' के तहत जम्मू-कश्मीर के दाछीगाम के जंगलों में तीन आतंकियों को मार गिराया गया. इनमें लश्कर-ए-तैयबा का एक टॉप कमांडर भी शामिल था. मारे गए आतंकियों के नाम सुलेमान, अफगानी और जिब्रान बताए गए हैं. इस ऑपरेशन में सेना, सीआरपीएफ और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने मिलकर कार्रवाई की.