फैमिली पर पॉलिटिक्स भारी! सुप्रिया के खिलाफ बारामती से पत्नी सुनेत्रा को लड़ाएंगे अजित पवार?

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Maharashtra News: चाचा शरद पवार से उनकी पार्टी नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी (NCP) पर कब्जे की जंग जीतने के बावजूद अजित पवार थमते नजर नहीं आ रहे हैं. न्यूज एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक महाराष्ट्र की बारामती सीट पर आगामी लोकसभा चुनाव में पवार परिवार के भीतर टकराव देखने की संभावना है. उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने अपनी चचेरी बहन और सांसद सुप्रिया सुले के खिलाफ उम्मीदवार खड़े करने के संकेत दिए हैं.

इस बीच ऐसी अटकलें भी लगाई जा रही हैं कि अजित पवार दिग्गज नेता शरद पवार की बेटी सुले के खिलाफ बारामती से अपनी पत्नी सुनेत्रा पवार को मैदान में उतार सकते हैं. बारामती सीट पांच दशकों से अधिक समय से पवार परिवार और सुप्रिया सुले का गढ़ रही है. सुले ने 2009 से लगातार तीन बार यहां से लोकसभा का चुनाव जीता है.

शरद पवार ने इस सीट को बनाया था गढ़

शरद पवार ने 1967, 1972, 1978, 1980, 1985 और 1990 में बारामती से महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव जीता. उन्होंने 1984, 1996, 1998, 1999 और 2004 में यहीं से लोकसभा चुनाव भी जीता. पर लगता है कि 2024 में स्थिति अलग होने वाली है. आपको बता दें कि अजित पवार एनसीपी के विधायकों के एक गुट के साथ एकनाथ शिंदे-भाजपा सरकार में शामिल हुए थे. इसके बाद एनसीपी दो गुटों में बंट गई. पिछले दिनों चुनाव आयोग और महाराष्ट्र विधानसभा स्पीकर ने एनसीपी पर शरद पवार नहीं बल्कि अजित पवार के गुट को ही मान्यता दी.

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शरद पवार ने जिस पार्टी की स्थापना की थी अब उसपर कब्जे की लड़ाई वह सुप्रीम कोर्ट के चौखट पर लड़ रहे हैं. उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने पिछले दिनों कहा था कि अगर उनका उम्मीदवार लोकसभा चुनाव में सुले के खिलाफ जीतता है, तो वह इस साल के अंत में बारामती से होने वाला विधानसभा चुनाव लड़ेंगे.

अजित पवार ने कहा कि वह ऐसे उम्मीदवार को मैदान में उतारेंगे जिसने पहले कभी चुनाव नहीं लड़ा हो. एएनआई ने पवार के हवाले से कहा, “महाराष्ट्र राज्य के गठन और चुनाव शुरू होने के बाद से आज तक बारामती में ऐसा कभी नहीं हुआ कि विपक्षी उम्मीदवार की जमानत जब्त न हुई हो. और मुझे इस पर गर्व है.” उन्होंने आगे कहा, “लोग आपके पास आएंगे और भावनात्मक मुद्दों पर वोट मांगेंगे, लेकिन यह आपको तय करना है कि आप भावनात्मक आधार पर वोट देंगे या विकास कार्यों को जारी रखने और अपनी आने वाली पीढ़ियों के कल्याण के लिए वोट देंगे.”

अजित पवार ने सुले पर निशाना साधते हुए कहा, “जो लोग काम करते हैं, उन्हें आरोपों का सामना करना ही पड़ता है. जो लोग काम नहीं करते, उनका क्लीन रहना तय है.” आपको बता दें इस सप्ताह की शुरुआत में, महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने अजित पवार के नेतृत्व वाले गुट को असली एनसीपी घोषित किया था. चुनाव आयोग ने अजित पवार के नेतृत्व वाले गुट को पार्टी का नाम और ‘घड़ी’ चुनाव चिह्न भी आवंटित किया है.

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रिपोर्ट: इंडिया टुडे

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