भर्तृहरि महताब को बनाया गया लोकसभा का प्रोटेम स्पीकर, जानिए कौन हैं ये और क्या होता है प्रोटेम स्पीकर?

अभिषेक

18वीं लोकसभा का पहला सत्र 24 जून से शुरू होगा. नवनिर्वाचित सदस्य 24-25 जून को शपथ लेंगे. जबकि लोकसभा अध्यक्ष का चुनाव 26 जून को होना है.

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Protem speaker Bhartrihari Mahtab: बीजेपी सांसद भर्तृहरि महताब 18वीं लोकसभा में प्रोटेम स्पीकर होंगे. राष्ट्रपति भवन से गुरुवार को जारी एक आधिकारिक पत्र में कहा गया, 'राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संविधान के अनुच्छेद 95(1) के तहत लोकसभा सदस्य भर्तृहरि महताब को प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया हैं. यानी अब भर्तृहरि महताब ही नवनिर्वाचित सांसदों को शपथ दिलाएंगे. वे लोकसभा अध्यक्ष के चुनाव तक लोकसभा के पीठासीन अधिकारी के कर्तव्यों का निर्वहन करेंगे. आपको बता दें कि, लोकसभा चुनाव से पहले भर्तृहरि महताब बीजेडी छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए थे और ओडिशा के कटक से सांसद हैं. वहीं कांग्रेस ने इस फैसले का विरोध किया है. आइए आपको बताते हैं कौन हैं भर्तृहरि महताब और क्या होता है प्रोटेम स्पीकर.  

समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने बताया कि 7 बार सांसद रह चुके भर्तृहरि महताब को लोकसभा का अस्थायी अध्यक्ष नियुक्त किया गया है. 18वीं लोकसभा के नवनिर्वाचित सदस्य प्रोटेम स्पीकर के समक्ष शपथ लेंगे. आपको बता दें कि, 18वीं लोकसभा का पहला सत्र 24 जून से शुरू होगा. नवनिर्वाचित सदस्य 24-25 जून को शपथ लेंगे. जबकि लोकसभा अध्यक्ष का चुनाव 26 जून को होना है.

7 बार के सांसद हैं भर्तृहरि महताब

ओडिशा के पहले मुख्यमंत्री हरेकृष्ण महताब के बेटे, भर्तृहरि ने हाल के वर्षों में बीजू जनता दल (BJD) की कार्यप्रणाली पर नाराजगी व्यक्त करते हुए लोकसभा चुनाव से ठीक पहले इस्तीफा दे दिया था. फिर वो 28 मार्च 2024 को बीजेपी में शामिल हो गए थे. महताब 66 वर्षीय हैं. वो साल 1998 से ही ओडिशा की कटक लोकसभा सीट से चुनाव लड़ते आ रहे हैं. वह कटक सीट से 1999, 2004, 2009, 2014, 2019 और 2024 में लोकसभा चुनाव जीते हैं. उन्हें 2017 में उत्कृष्ट सांसद का पुरस्कार भी मिला था. इसके साथ ही 'वाद-विवाद' में उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए संसद रत्न पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया है. 

अब जानिए क्या होता है प्रोटेम स्पीकर?

प्रोटेम स्पीकर को लोकसभा का पीठासीन अधिकारी भी कहा जा सकता है. प्रोटेम स्पीकर को सदन की रोजमर्रा की कार्यवाही करवानी होती है. भतृहरि महताब लोकसभा के नए अध्यक्ष के चुनाव होने तक सदन में अध्यक्ष की हैसियत से सारी जिम्मेदारियां निभाएंगे. वो नवनिर्वाचित सदस्यों को शपथ भी दिलाएंगे. हालांकि प्रोटेम एक अस्थाई पद होता है. वह तब तक काम करेंगे, जब तक कि सदन का नया अध्यक्ष न चुन लिया जाए. वैसे आपको बता दें कि, लोकसभा अध्यक्ष या स्पीकर का चुनाव सदन में बहुमत से किया जाता है.

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कांग्रेस ने किया इस फैसले का विरोध

भर्तृहरि महताब को प्रोटेम स्पीकर बनाए जाने पर कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने विरोध करते हुए कहा कि, परंपरा के अनुसार सबसे ज्यादा कार्यकाल पूरा करने वाले सांसद को पहले 2 दिनों के लिए प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया जाता है, जब सभी नवनिर्वाचित सांसदों को शपथ दिलाई जाती है. उन्होंने कहा कि, 18वीं लोकसभा में सबसे वरिष्ठ सांसद कोडिकुन्निल सुरेश (कांग्रेस) और वीरेंद्र कुमार (भाजपा) हैं, जो अब अपना 8वां कार्यकाल पूरा कर रहे हैं. इसके बाद वाले अब केंद्रीय मंत्री हैं और इसलिए यह उम्मीद की जा रही थी कि कोडिकुन्निल सुरेश प्रोटेम स्पीकर होंगे. इसके बजाय 7 बार सांसद रह चुके भर्तृहरि महताब को प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया गया है. वे 6 बार बीजेडी सांसद रहे और अब बीजेपी के सांसद हैं. 

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