शिवराज, वसुंधरा का पत्ता कटा? राजस्थान, एमपी, छत्तीसगढ़ में नया CM फेस दे सकती है BJP
राजस्थान चुनाव के नतीजों के बाद जब सीएम पद को लेकर अटकलें तेज हुईं तो पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने अपनी ताकत भी दिखाई. सूत्रों के हवाले से खबर आई कि वसुंधरा ने 68 विधायकों से संपर्क साधा है.
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कौन बनेगा मुख्यमंत्री?: मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में चुनाव जीतने के बाद भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में इन राज्यों के लिए मुख्यमंत्री पद की रेस है. एमपी में शिवराज सिंह चौहान, राजस्थान में वसुंधरा राजे सिंधिया और छत्तीसगढ़ में डॉ. रमन सिंह भी इसे रेस में समझे जा रहे हैं. पर इस बीच सूत्रों को लेकर एक ऐसी खबर आ रही है, जिसने इन तीनों हैवीवेट दिग्गज नेताओं के दिलों की धड़कन बढ़ाने का काम किया है. ऐसी जानकारी मिली है कि बीजेपी इन तीनों राज्यों में मुख्यमंत्री पद के लिए नए चेहरे पर विचार कर सकती है.
न्यूज एजेंसी एएनआई ने इस संबंध में ट्वीट कर जानकारी दी है. इस ट्वीट में लिखा है, ‘राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में नए चेहरों को मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी देगी बीजेपी: सूत्र.’ अब इस जानकारी की अपने-अपने हिसाब से सियासी व्याख्या की जा रही है. राजस्थान, एमपी और छत्तीसगढ़ में अगर नए चेहरे का फॉर्म्युला लागू हो गया, तो निश्चित तौर पर यह शिवराज, वसुंधरा और रमन सिंह के लिए एक सियासी झटका होगा.
राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में नए चेहरों को मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी देगी बीजेपी: सूत्र
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 6, 2023
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वसुंधरा राजे तो शक्ति प्रदर्शन भी कर चुकीं
राजस्थान चुनाव के नतीजों के बाद जब सीएम पद को लेकर अटकलें तेज हुईं तो पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने अपनी ताकत भी दिखाई. सूत्रों के हवाले से खबर आई कि वसुंधरा ने 68 विधायकों से संपर्क साधा है. इसके अलावा 28 विधायक, जिसमें निर्दलीय भी हैं वसुंधरा से मिल भी चुके हैं. इस कवायद को पार्टी के शीर्ष नेतृत्व पर दबाव बनाने की कोशिश के रूप में भी देखा गया.
शिवराज ने संकेतों में किए थे इशारे
उधर शिवराज सिंह चौहान ने भी इशारों में अपनी दावेदारी स्पष्ट करने की कोशिश की है. वैसे तो उन्होंने बयान ये जारी किया कि वे सीएम पद की रेस में न कभी थे और न आगे रहेंगे. पर इसके साथ उन्होंने दिल्ली जा रहे नेताओं का नाम लिए बिना इतना जरूर कहा था कि वह दिल्ली नहीं बल्कि छिंदवाड़ा जाएंगे और लोकसभा में इस सीट को भी जीतने की तैयारी में जुटेंगे. शिवराज ने साफ तौर पर यह दिखाने की कोशिश की थी कि वह एमपी छोड़कर कहीं जाने वाले नहीं हैं.
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इस बीच विधानसभा चुनाव जीते सांसदों ने दिया इस्तीफा
बीजेपी ने एमपी, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में सांसदों को भी टिकट दिया था. इसमें 12 सांसदों को जीत मिली. इनमें से 10 सांसदों ने बुधवार को लोकसभा सदस्यता से इस्तीफा दे दिया. इस कवायद को भी तीनों राज्यों में मुख्यमंत्री के चयन की पार्टी की प्रक्रिया से जोड़कर देखा जा रहा है. राजस्थान से सांसद दीया कुमार, राज्यवर्धन सिंह राठौड़ के अलावा राज्यसभा सांसद किरोणीलाल मीणा ने इस्तीफा दिया. एमपी से राकेश सिंह, रीति, प्रह्लाद पटेल, नरेंद्र सिंह तोमर और राव उदय प्रताप ने इस्तीफा दिया है. छत्तीसगढ़ से अरुण साव और गोमती साय ने इस्तीफा दिया है.
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