यूपी में 10 सीटों पर उपचुनाव में कांग्रेस को कितनी सीटें देगी सपा? इन जगहों पर फंस सकता है पेच

शुभम गुप्ता

कांग्रेस उन तीनों सीटों की मांग कर रही है जो कि बीजेपी या उसके सहयोगियों के पास थी. कांग्रेस का मानना है कि सपा के साथ चुनाव लड़ने पर वे इन तीनों सीटों पर जीत दर्ज कर सकती है. लेकिन एक रिपोर्ट के मुताबिक सपा तीनों सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारना चाहती है.

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Uttar Pradesh BYpoll Election: लोकसभा चुनाव 2024 कांग्रेस के लिए पिछली 2 बार के आम चुनाव से बेहतर रहा है. पार्टी ने इस बार के चुनाव में पिछली बार से ज्यादा सीटें जीतीं और अपने वोटिंग पर्सेंटेज में सुधार किया है. सबसे ज्यादा लोकसभा सीटों वाले राज्य उत्तर प्रदेश में भी कांग्रेस बेहतर हुई है. इस बार कांग्रेस ने यूपी में इस बार 8 सीटें जीतीं. देश की सबसे पुरानी पार्टी 2014 आम चुनाव में दो और 2019 में सिर्फ एक सीट जीती थी.

कांग्रेस ने ये चुनाव यूपी में समाजवादी पार्टी के साथ मिलकर लड़ा था. आम चुनाव के बाद यूपी में 10 सीटों पर उपचुनाव होने हैं. लोकसभा चुनाव में बेहतर प्रदर्शन से उत्साहित कांग्रेस इंडिया ब्लॉक में शामिला सपा के साथ बातचीत में आगामी विधानसभा उपचुनावों में तीन सीटों पर अपना दावा पेश कर सकती है. लेकिन दोनों सहयोगियों के बीच ये बातचीत होने की संभावना कम है, क्योंकि सपा इनमें से कुछ सीटें नहीं छोड़ना चाहेगी.

तैयारियों में जुटी कांग्रेस

आगामी उपचुनाव के लिए कांग्रेस तैयारियों में जुट गई है. यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने रविवार को उपचुनाव होने वाली 10 विधानसभा सीटों के जिला प्रमुखों, प्रभारियों और अन्य प्रमुख नेताओं से बैठक की.   बैठक का मुख्य उद्देश्य उपचुनाव में कांग्रेस की संभावनाओं की ग्राउंड रिपोर्ट जानना था. सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार ये तय हुआ है कि कांग्रेस 10 में पांच सीटें- करहल, सीसामऊ, कटेहरी, कुंदरकी और मिल्कीपुर सपा के लिए छोड़ देगी. वहीं इसके अलावा पार्टी अपने उम्मीदवारों के लिए "दो-तीन सीटों" पर जोर दे सकती है.

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किन सीटों पर कांग्रेस लड़ना चाहती है चुनाव?

कांग्रेस 10 सीटों में से तीन सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है जिसमें मीरापुर, मंझवा और फूलपुर शामिल है. 2022 चुनाव में मीरापुर सीट रालोद ने जीती थी. 2024 चुनाव में सांसद बनने के बाद रालोद नेता चंदन चौहान ने इस सीट से इस्तीफा दे दिया है.बता दें कि RLD अब बीजेपी की सहयोगी है. मंझवा सीट भी बीजेपी सहयोगी निषाद पार्टी के विनोद कुमार बिंद द्वारा खाली की गई है. इसके अलावा फूलपुर सीट पर बीजेपी ने जीत हासिल की थी. कांग्रेस उन तीनों सीटों की मांग कर रही है जो कि बीजेपी या उसके सहयोगियों के पास थी.

कांग्रेस का मानना है कि सपा के साथ चुनाव लड़ने पर वे इन तीनों सीटों पर जीत दर्ज कर सकती है. लेकिन इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक सपा तीनों सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारना चाहती है.

गाजियाबाद और खैर सीट छोड़ सकती है सपा!

समाजवादी पार्टी के एक नेता ने बताया कि अखिलेश यादव ने शुक्रवार को मीरापुर में अपनी पार्टी के कुछ संभावित उम्मीदवारों से मुलाकात की. सपा खेमे से मिली जानकारी के अनुसार पार्टी उपचुनाव में कांग्रेस को दो सीटें दे सकती है जो हैं गाजियाबाद और खैर विधानसभा सीट.

दिल्ली में एक सपा नेता ने कहा कि पार्टी शायद कांग्रेस के लिए एक सीट छोड़ देगी. उनका मानना है कि जहां हम मजबूत हैं, वहां दो सीटें देना मुश्किल होगा.  सपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता अब्दुल हफीज गांधी ने कहा कि उपचुनाव की सीटों के संबंध में नेताओं के साथ समय पर चर्चा होगी. उन्होंने कहा, ''दोनों पार्टियों का शीर्ष नेतृत्व बैठ कर सीटों पर चर्चा करेगा. 

2022 विस. चुनाव में कैसा था दलों का प्रदर्शन?

2022 में प्रदेश में विधानसभा चुनाव भी हुए थे जहां 403 सीटों पर बीजेपी ने बहुमत हासिल करते हुए 255 सीटें अपने नाम की थी.  सपा ने 111 और कांग्रेस ने दो सीटें जीती थीं. 

बता दें कि चुनाव आयोग द्वारा 10 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव कब होंगे ये फिलहाल ऐलान नहीं किया गया है.
 

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