BJP को 273 सीटों से नीचे रोकना मुमकिन!… योगेंद्र यादव ने न्याय यात्रा के दौरान समझाया गणित

अभिषेक

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Yogendra Yadav
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Bharat jodo nyay Yatra: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने 14 जनवरी को देश के पूर्वोत्तर के राज्य मणिपुर से ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ की शुरुआत की है. यात्रा को पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने हरि झंडी दिखा कर रवाना किया. यात्रा में तमाम कांग्रेस नेताओं के साथ देश के कुछ प्रमुख राजनैतिक चिंतक और विचारक भी हैं. राजनैतिक विश्लेषक और प्रोफेसर योगेंद्र यादव भी राहुल की इस यात्रा में बतौर मेन्टर की भूमिका में हैं. हमारी सहयोगी निधि तनेजा ने योगेंद्र यादव से राहुल की इस भारत जोड़ो न्याय यात्रा के विषय में खास बातें की हैं. इस दौरान योगेंद्र यादव ने यह भी कहा है कि लोकसभा चुनावों में बीजेपी को बहुमत के आंकड़े यानी 273 से नीचे रोकना मुमकिन है. पर सवाल है कि आखिर ऐसा कैसे होगा?

यहां नीचे पढ़िए योगेंद्र यादव से हुई बातचीत के संपादित अंश…

भारत जोड़ो न्याय यात्रा क्या है?

योगेंद्र यादव: ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ देश में न्याय के सवाल को उस दौर में उठा रही है, जब देश हर तरफ से अन्याय के रास्ते पर जा रहा है. यात्रा को इसीलिए मणिपुर से भी शुरू किया गया है जहां महीनों से सिविल वार जैसी सिचूऐशन है. प्रधानमंत्री को लक्ष्यदीप जाने की फुरसत है, चुनावों में रैलियां करने की फुरसत है लेकिन मणिपुर के लोगों के दर्द को जानने के लिए समय नहीं है. आप इससे समझ सकते हैं कि देश को न्याय की कितनी जरूरत है. राहुल जी ने ऐसे ही पिछले साल मोहब्बत के दुकान की बात कही थी, जब देश में झूठ और नफरत चल रही थी और हमने उस यात्रा का असर भी देखा. इसीलिए वर्तमान में अन्याय के जमाने में जो न्याय की बात करें, तो मैं उसको सलाम करता हूं.

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क्या इस यात्रा का कोई पॉलीटिकल मोटिव है? क्योंकि पार्टी लगातार ये कह रही है कि यात्रा का कोई सियासी उद्देश्य नहीं है.

योगेंद्र यादव: देखिए मुझे ऐसा लगता है कि, यात्रा को पॉलीटिकल ही होना चाहिए. कोई पॉलीटिकल पार्टी राजनीति करें, तो उसमे हैरानी की क्या बात है? मेरा ये मानना है कि राजनैतिक दलों को राजनीति करनी ही चाहिए, हां ओछी और देश को तोड़ने वाली राजनीति नहीं करनी चाहिए. अगर इस देश में कोई भी सत्य,अहिंसा, न्याय और मोहब्बत के नाम पर राजनीति करना चाहता है, तो हमें उसका स्वागत करना चाहिए. मैं तो चाहता हूं कि, बीजेपी को भी ऐसे ही देश जोड़ने, हिन्दू-मुस्लिम एकता और देश को आगे बढ़ाने के नाम पर सियासत करना चाहिए.

रही बात भारत जोड़ो यात्रा के बाद कर्नाटक और तेलांगाना में जीत की, तो अगर कोई कहे कि इन राज्यों में कांग्रेस की जीत की एकमात्र वजह ‘भारत जोड़ो यात्रा’ थी, तो ये फिजूल की बात होगी. इसमें यात्रा का एक छोटा सा मगर क्रिटिकल योगदान था. और हां उस छोटे से योगदान से पूरा चुनाव जीता जा सके, ये कभी भी संभव नहीं हो सकता.

2024 के चुनाव में कांग्रेस का क्या लक्ष्य होना चाहिए?

जैसा कि आपको पता है बीजेपी वाले ये कह रहे हैं कि, इस चुनाव में हमारा लक्ष्य और बड़ा है. देखिए अगर कोई दल सत्ता में आना चाहता है, तो वो ऐसी ही बातें करेगा और मैं इस बात से सहमत भी हूं कि, किसी भी राजनैतिक दल को ऐसा ही कहना चाहिए. लेकिन बात अगर 2024 के लोकसभा चुनाव में बहुमत के आंकड़ें 273 की करें, तो मेरा ये मानना है कि, बीजेपी को आज भी 273 से कम सीटों पर रोका जा सकता है. हां ऐसा करने के लिए एक सुनियोजित रणनीति बनानी होगी. आज एक हौआ हो गया है, खासतौर पर तीन राज्यों के विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद कि, बस-बस हो गया, जीत गए हैं. आदि. असल बात करें तो हमें आंकड़ों को देखने की जरूरत है. मेरा ये मानना है कि, सभी चुनावी नतीजों को पलटा जा सकता है, बशर्ते विपक्ष एकजुट होकर कोई निश्चित एजेंडा के तहत चुनाव लड़े.

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INDIA अलायंस में सीटों के बंटवारे को लेकर क्या सीन है?

देखिए अभी चुनाव में 3-4 महीने बाकी हैं. अलायंस के सभी दल आपस में मिलकर इसपर बात कर रहे हैं. मुझे ऐसा लगता हैं कि आने वाले कुछ दिनों में सभी के सामने इसकी तस्वीर साफ हो जाएगी.

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बातचीत का पूरा वीडियो आप यहां नीचे देख सकते हैं-

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