लालू को किडनी देने वाली बेटी रोहिणी कर रहीं सियासी डेब्यू! चर्चित रही है इनकी शादी की कहानी

News Tak Desk

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रोहिणी आचार्य
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Loksabha Elections 2024: बिहार के पूर्व सीएम और राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव की डॉक्टर बेटी रोहिणी आचार्य अब  राजनीति में हाथ आज़माने के लिए तैयार हैं.  रोहिणी आचार्य बिहार की सारण लोकसभा सीट से अपना सियासी डेब्यू कर सकती हैं. अगर ऐसा होता है तो वो लालू परिवार में से राजनीति में प्रवेश करने वाली चौथी संतान होंगी। रोहिणी के भाई तेजस्वी यादव बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता हैं. उनके भाई तेज प्रताप यादव बिहार विधानसभा के सदस्य हैं और बहन मीसा भारती राज्यसभा सदस्य हैं.

लालू की 'लाडली' ने 2 अप्रैल से अपने चुनावी अभियान को शुरू करने का ऐलान कर दिया है। प्रचार अभियान शुरू करने से पहले रोहिणी ने अपने पिता लालू यादव, माता राबड़ी देवी और बहन मीसा भारती के साथ हरिहरनाथ मंदिर में विधि-विधान से पूजा-अर्चना की.

कौन हैं  रोहिणी आचार्य?

रोहिणी आचार्य एक डॉक्टर हैं और उनके पास एमबीबीएस की डिग्री है. उन्होंने साल 2002 में सॉफ्टवेयर इंजीनियर और आयकर अधिकारी समरेश सिंह से शादी की थी.  रोहिणी आचार्या की शादी के वक्त काफी विवाद भी देखने को मिला था. दरअसल, राबड़ी यादव के भाईयों पर आरोप लगा था कि उन्होंने बारातियों के लिए शो रूम से जबरन गाड़ियां और सोफे उठवा लिए थे.

कहा जाता है कि शहर की कई सड़कों पर आतंक था क्योंकि लालू के रिश्तेदारों ने राज्य की राजधानी के कई कार शोरूमों पर छापा मारा और 50 से ज्यादा नई कारों को लेकर चले गए.

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इंडिया टूडे की पुरानी रिपोर्ट के अनुसार बोरिंग रोड पर मारुति शोरूम के मालिक ए.सी. गुप्ता कहते हैं कि हमने  पांच कारें दीं, लेकिन कार शोरूम के कर्मचारियों ने कहा कि अल्टोस और वैगनआर समेत 10 नए वाहन जबरन ले लिए गए. अन्य ऑटोमोबाइल निर्माताओं के साथ भी कुछ ऐसा ही देखने को मिला.

रोहिणी ने 2022 में अपने पिता लालू यादव  को अपनी एक किडनी डोनेट की थी जिसके बाद वो सुर्खियों में आईं। रोहिणी सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहती हैं। आए दिन वो सोशल मीडिया के जरिए सरकार पर अपने ही अंदाज में जमकर बरसती नज़र आती हैं. रोहिणी आचार्य फिलहाल अपने पति और बच्चों के साथ सिंगापुर में रहती हैं. दंपति के दो बेटे और एक बेटी है.

लालू यादव इसी सीट से जीतकर पहली बार संसद पहुंचे थे

बता दें कि लालू यादव साल 1977 में इस सीट से जीतकर पहली बार सांसद बने थे. लालू इस सीट से चार बार सांसद रहे हैं. साल 2014 से यह सीट भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के कब्जे में है. सारण सीट से इस समय बीजेपी के राजीव प्रताप रूडी सांसद हैं और बीजेपी ने उनपर फिर एक बार भरोसा जताते हुए अपना प्रत्याशी घोषित किया है.

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