Ajmer: होटल कर्मियों से मारपीट के आरोप में IPS सुशील बिश्नोई और IAS गिरधर निलंबित

चंद्रशेखर शर्मा

IAS Girdhar and IPS Sushil suspended for assault in Ajmer: अजमेर (Ajmer) के एक होटल में आईएएस गिरधर और आईपीएस सुशील बिश्नोई का सीसीटीवी सामने आया है. इसमें होटल कर्मियों से मारपीट करते देखा जा रहा है. इस घटना में आईएएस गिरधर के भी शामिल होने की बात सामने आई है. इनके साथ तीन पुलिसकर्मी […]

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IAS Girdhar and IPS Sushil suspended for assault in Ajmer: अजमेर (Ajmer) के एक होटल में आईएएस गिरधर और आईपीएस सुशील बिश्नोई का सीसीटीवी सामने आया है. इसमें होटल कर्मियों से मारपीट करते देखा जा रहा है. इस घटना में आईएएस गिरधर के भी शामिल होने की बात सामने आई है. इनके साथ तीन पुलिसकर्मी भी शामिल हैं. होटल संचालक की शिकायत पर जांच बैठाई गई और घटना में शामिल तीनों पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया. मामले में प्रदेश सरकार ने एक्शन लेते हुए आईएएस गिरधर और आईपीएस सुशील को निलंबित किया गया है. मामले की जांच एडीजी इंटेलिजेंस को करेंगे.

घटना 11 जून की है. रात करीब 3 बजे एक फॉर्च्यूनर कार और एक वेन्यू कार में आईपीएस सुशील कुमार विश्नोई अपने दोस्तों के साथ होटल के बाहर पहुंचे थे. बताया जा रहा है कि आईपीएस सुशील विश्नोई ने वहां बाहर घूम रहे होटल कर्मचारी से वाशरूम की जानकारी ली तो कर्मचारी ने उन्हें वाशरूम का रास्ता बता दिया. इसके बाद सुशील कुमार बिश्नोई होटल के अंदर गए और वहां पर फिर से टॉयलेट का रास्ता पूछने लगे.

होटल के अंदर मौजूद कर्मचारियों ने उन्हें बताया कि टॉयलेट का रास्ता बाहर से है तो सुशील कुमार विश्नोई ने अपना आपा खो दिया और अपने दोस्तों के साथ मिलकर होटल कर्मचारियों के साथ मारपीट करना शुरू कर दिया. रात करीब 3 बजे का वक्त होने के चलते होटल में अधिक स्टाफ मौजूद नहीं था. इसी का फायदा उठाते हुए आईपीएस अधिकारी ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर होटल में जमकर मारपीट की और तोड़फोड़ की.

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आईपीएस अधिकारी के सिविल यूनिफॉर्म में होने के चलते होटल में उन्हें कोई पहचान नहीं सका. जानकारी के अनुसार जब होटल मालिक ने इसकी सूचना गेगल थाना पुलिस को दी तो गेगल थाना पुलिस की टीम होटल पहुंच गई. होटल कर्मचारियों ने पुलिस को बताया कि कुछ लोगों ने आकर उनके साथ मारपीट की और होटल में तोड़फोड़ की है. जिस पर पुलिस टीम ने तुरंत आरोपियों की तलाश शुरू कर दी, लेकिन जब पुलिस को यह पता चला कि आरोपी कोई और नहीं उन्हीं के आईपीएस अधिकारी सुशील कुमार विश्नोई और उनके दोस्त हैं तो वह सुशील कुमार विश्नोई और उनके दोस्तों को लेकर एक बार फिर होटल में पहुंचे. जहां इस बार उन्होंने पहले से ज्यादा मारपीट की और पुलिसकर्मियों ने कर्मचारियों को पीटा.

जब यह सूचना बाहर आई तो गेगल थाना पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज की है. बताया जा रहा है की गेगल थाना के एसएचओ सुनील कुमार बेड़ा को पूरी घटना की जानकारी होने के बावजूद भी अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर आईपीएस अधिकारी को बचाने का प्रयास किया.

अजमेर एसपी चुनाराम जाट ने घटना में शामिल गेगल थाने के एसआई रूपाराम, कॉन्स्टेबल गौतम और मुकेश यादव का ट्रांसफर जांच लंबित होने के चलते पुलिस लाइन कर दिया है. पूरी घटना पर अजमेर एसपी चूनाराम जाट से संपर्क करने का प्रयास किया, लेकिन वे मीडिया के सामने नहीं आ रहे हैं. वहीं थाना के एसएचओ सुनील कुमार से जब इस बारे में बात की गई तो उन्होंने कहा कि आरोपियों की तलाश की जा रही है. कुछ लोगों को राउंडअप भी किया है, लेकिन वह आईपीएस अधिकारी सुशील कुमार बिश्नोई के खिलाफ कुछ भी कहने से बचते हुए दिखाई दे रहे हैं. प्रदेश सरकार ने पूरे मामले की जांच एडीजी विजिलेंस को सौंपी है.

गौरतलब है कि आईपीएस सुशील कुमार विश्नोई अजमेर में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के पद पर कार्यरत थे. जिनका पिछले दिनों ही ट्रांसफर गंगापुर सिटी जिले के प्रभारी अधिकारी के रूप में हुआ था. बताया जा रहा है कि सुशील कुमार विश्नोई ने अपने दोस्तों के साथ अजमेर से विदाई की पार्टी रखी थी. वहीं पूरे मामले में अब राजपूत समाज भी खुलकर सामने आया है. बताया जा रहा है कि यह होटल राजपूत समाज के प्रतिष्ठित व्यक्ति का है. राजपूत समाज ने आज आरटीडीसी चेयरमैन धर्मेंद्र राठौर से भी मुलाकात कर उन्हें पूरी घटना से अवगत कराया है. धर्मेंद्र राठौर ने मीडिया से कहा कि इस मामले में किसी भी अधिकारी और पुलिसकर्मी को बख्शा नहीं जाएगा. मामले की निष्पक्ष जांच करवाई जाएगी. मामले में आईएएस गिरधर की भी भूमिका सामने आई है.

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