6 माह के लिए निलंबन के बाद कांग्रेस MLA मुकेश भाकर का आया पहला रिएक्शन, बोले- 'स्पीकर साहब पहले से...'
विधानसभा में भारी हंगामे के बाद कांग्रेस विधायक मुकेश भाकर को 6 महीने के लिए निलंबित कर दिया गया है.
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सचिन पायलट (Sachin Pilot) के करीबी विधायक मुकेश भाकर को विधानसभा से 6 महीने के लिए निलंबित कर दिया गया है. आरोप है कि विधानसभा की कार्यवाही के दौरान भाकर ने आसन की तरह आपत्तिजनक इशारा किया था. इसको लेकर सरकारी मुख्य सचेतक जोगेश्वर गर्ग ने भाकर को छह महीने के लिए सस्पेंड करने का प्रस्ताव रखा था, जिसे मंजूर कर लिया गया.
निलंबित होने के बाद मुकेश भाकर (Congress MLA Mukesh Bhakar) 6 महीने के लिए विधानसभा कैंपस में प्रवेश नहीं कर पाएंगे. इसके साथ ही वे विधायक के तौर पर मिलने वाले वेत्तन भत्तों और सुविधाओं से भी वंचित रहेंगे. 6 महीने तक वह न तो विधानसभा में कोई सवाल लगा पाएंगे और न ही विधायक के तौर पर विधानसभा की समितियों में शामिल हो पाएंगे.
भाकर बोले- बीजेपी के दबाव में लिया गया फैसला
6 महीने के लिए निलंबित होने के बाद मुकेश भाकर की पहली प्रतिक्रिया सामने आई है. उन्होंने कहा- यह फैसला बीजेपी के दबाव में लिया गया है. हम कानून मंत्री के बेटे की गलत तरीके से नियुक्ति के बारे में बात करना चाहते थे. जब नेता प्रतिपक्ष बोल रहे थे तो बीजेपी नेता बीच में खड़े होकर बोलने लगे. मैंने कहा कि नेता प्रतिपक्ष बोल रहा है तो आपको अधिकार नहीं है. उतने में पूरी भाजपा खड़ी हो गई. विधानसभा में भाजपा सरकार के मंत्री जवाब नहीं दे पा रहे थे. उनका बचाव करने की जिम्मेदारी स्पीकर ने अपने ऊपर ले ली.
"स्पीकर साहब पहले से तय करके आए थे"
भाकर ने स्पीकर वासुदेव देवनानी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि स्पीकर साहब पहले से तय करके आए थे. वो पहले भी दो-तीन बार टोक चुके थे. वह बार-बार ये कह रहे थे कि यूनिवर्सिटी से आए छात्र नेता सुधर जाओ, तुम्हें सस्पेंड कर दूंगा. बिना वोटिंग जल्दबाजी में सस्पेंशन हुआ. मार्शलों ने हमारी महिला विधायकों के साथ जिस तरीके का बर्ताव किया, जैसा सड़क पर झगड़ा होता है, वैसी नौबत आई.