जैसलमेर: जिला कलेक्टर टीना डाबी की नई पहल, महिलाओं के उत्थान के लिए उठाया यह कदम

विमल भाटिया

Jaisalmer: महिला सशक्तिकरण व फीमेल लिंगानुपात को बढ़ाने के साथ महिलाओं के उत्थान के लिये किए जा रहे प्रयासों के अन्तर्गत जैसलमेर में शुक्रवार का दिन एक नया इतिहास बन गया. जैसलमेर में पहली बार नारी शक्ति के बहुआयामी सशक्तिकरण एवं आर्थिक उत्थान एवं सामाजिक सुरक्षा को लेकर जिला कलेक्टर टीना डाबी ने सुशासन के […]

ADVERTISEMENT

NewsTak
social share
google news

Jaisalmer: महिला सशक्तिकरण व फीमेल लिंगानुपात को बढ़ाने के साथ महिलाओं के उत्थान के लिये किए जा रहे प्रयासों के अन्तर्गत जैसलमेर में शुक्रवार का दिन एक नया इतिहास बन गया. जैसलमेर में पहली बार नारी शक्ति के बहुआयामी सशक्तिकरण एवं आर्थिक उत्थान एवं सामाजिक सुरक्षा को लेकर जिला कलेक्टर टीना डाबी ने सुशासन के नवाचार के रूप में ‘जैसाण शक्ति’ लेडीज फर्स्ट कार्यक्रम के तहत बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के अन्तर्गत व ड्रॉपआउट हो चुकी बच्चियों को पुनः शिक्षा से जोड़ने के लिये एक नया कॉन्सेप्ट विद्या सखी भी लॉन्च किया गया.

इस विद्या सखी कार्यक्रम में चयनित की गई महिलाओं व युवतियों को बैच लगा कर उनको बच्चियों को पढ़ाने की जिम्मेदारी सौंपी गई. इसके साथ महिला सषक्तिकरण के लिये दो महीने के प्रोग्राम को भी जारी किया गया. इस दो महीनों में जिले के विभिन्न क्षेत्रों में महिलाओं के उत्थान व सशक्तिकरण के लिये कई कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं.

’जिला कलेक्टर टीना डाबी ने जैसाण शक्ति कार्यक्रम पर सभी मातृ शक्ति को बधाई देते हुए कहा कि उनके मन में जैसलमेर की बालिकाओं एवं महिलाओं के उत्थान के लिए कुछ करने की मंशा बनी तब सोचा गया कि किस रूप में कार्यक्रम को शुरू किया जाए, उसको ध्यान में रखते हुए इस कार्यक्रम को जैसाण शक्ति का नाम दिया गया. उन्होंने कहा कि इस अभियान का मुख्य उद्देश्य जिले में बालिकाओं के सुरक्षित जन्म, शिक्षा और स्वास्थ्य को सुनिश्चित करने और महिलाओं को सामाजिक, आर्थिक एवं कानूनी रूप से सशक्त करने पर कार्य करना है.

यह भी पढ़ें...

जिला कलेक्टर ने कहा कि इस अनूठे अभियान के माध्यम से बालिकाओं को शिक्षित करने पर विशेष जोर दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि इसके लिए अभियान में विद्या सखी का चयन किया गया है, जो शिक्षा से वंचित बालिकाओं को पुनः स्कूली शिक्षा से जोड़कर उनको आगे लाएगी, वहीं उसके बाद उनको उच्च शिक्षा के लिए प्रेरित किया जाएगा ताकि बालिकाएं शिक्षा के क्षेत्र में अव्वल रहकर हर क्षेत्र में आगे बढ़े एवं समाज के विकास में अपनी अहम् भूमिका अदा करे.

उन्होंने कहा कि इसके तहत सर्वप्रथम बालिका विद्यालयों के साथ ही जिन सहशैक्षणिक विद्यालयों में बालिकाएं अधिक है, उन विद्यालयों को प्राथमिकता से लिया जाकर उनमें मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएगी. जैसे पानी, बिजली, क्रियाशील शौचालय इत्यादि हो. इसके साथ ही उच्च शिक्षा अर्जित करने वाली बालिकाओं के लिए कैरियर काउन्सलिंग का कार्य किया जाएगा, वहीं गृहणी के लिए भी रोजगारमुखी कार्यक्रमों का आयोजन इसके माध्यम से किया जाएगा.

उन्होंने कहा कि इस अनूठे अभियान में बालिकाओं के साथ ही महिलाओं के लिए निःशुल्क चिकित्सा केम्प लगाने के साथ ही ब्रेस्ट कैंसर जागरूकता के सम्बन्ध में भी कार्यक्रम आयोजित किए जाएगे. इसके साथ ही वृद्धजन महिलाओं को आर्थिक रूप से सम्बल बनाने के लिए पेंशन की व्यवस्था सुनिश्चित करवाई जाएगी. इसके साथ ही महिलाओं के उत्थान के लिए संचालित सरकार की कल्याणकारी योजनाओं से लाभान्वित किया जाएगा.

जिला कलेक्टर ने मातृ शक्ति से आह्वान किया कि वे जैसाण शक्ति अभियान में अपनी अहम भूमिका अदा करते हुए महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में आगे आए. उन्होंने विद्या सखी से आह्वान किया कि वे ड्रॉप आउट हुई बालिकाओं के साथ ही शिक्षा से वंचित बालिकाओं को इस अभियान के दौरान अवश्य ही शिक्षा से जोड़ने की कार्रवाई करे.

जालोर में डबल मर्डर: देवर ने भाभी की कुल्हाड़ी से की हत्या, बीच-बचाव में आए पड़ोसी को भी मारा

    follow on google news
    follow on whatsapp