हमीरपुर में मानवता हुई शर्मसार: यमुना पुल पार करने से शव वाहन को रोका, लेकिन विधायक की गाड़ी बेरोकटोक निकली
हमीरपुर में यमुना पुल पर मरम्मत के दौरान एक शर्मनाक घटना सामने आई, जहां भाजपा विधायक की गाड़ी को गुजरने दिया गया, लेकिन एक शव वाहन को रोका गया, जिसके चलते बेटे को अपनी मां का शव स्ट्रेचर पर पैदल ले जाना पड़ा.
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Hamirpur Yamuna Bridge News: उत्तर प्रदेश से इंसानियत को शर्मसार करने वाली एक तस्वीर सामने आई है. यहां एक हाईवे पर बने पुल पर मरम्मत का कार्य चल रहा है. ऐसें में पुल वाहनों का आवागमन पूरी तरह बंद था. इस बीच अराेप है कि शनिवार को एक शव वाहन को पुल पर एंट्री से रोक दिया गया. लेकिन दावा है कि उसी दौरान भाजपा विधायक की गाड़ी बेरोकटोक वहां से गुजर गई.
दरअसल, ये पूरा मामला यूपी के हमीरपुर जिले में कानपुर-सागर हाईवे पर स्थित यमुना पुल का बताया जा रहा है. यहां यमुना पुल पर हर शनिवार सुबह 6 बजे से रविवार रात 12 बजे तक मरम्मत कार्य के कारण वाहनों की आवाजाही पूरी तरह प्रतिबंधित रहती है. इस दौरान ट्रैफिक को डायवर्ट करने के लिए पुलिस तैनात की जाती है.
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शव वाहन को रोका, स्वजन लगाते रहे गुहार
इस बीच शनिवार सुबह करीब 6:30 बजे हमीरपुर सदर से भाजपा विधायक मनोज प्रजापति की कार को पुल पार करने की अनुमति दे दी गई, जबकि सुबह 9:30 बजे कानपुर से आ रहे एक शव वाहन को रोक दिया गया. शव वाहन में सवार स्वजनों ने प्रशासन से गुहार भी लगाई. लेकिन उनकी बात अनसुनी रही. नतीजतन, एक बेटे को अपनी मां का शव स्ट्रेचर पर लादकर पैदल ही पुल पार करना पड़ा.
मां के शव को लेकर जाना पड़ा पैदल
सुमेरपुर थाना क्षेत्र के टेढ़ा गांव निवासी बिंदा ने बताया कि उनकी मां शिव देवी का पैर टूटने के कारण कानपुर के अस्पताल में इलाज चल रहा था. शनिवार सुबह उनकी मृत्यु हो गई. बिंदा अपनी मां के शव को एंबुलेंस से हमीरपुर ला रहे थे, लेकिन यमुना पुल पर उन्हें रोक दिया गया. कोई विकल्प न देखकर, बिंदा ने एंबुलेंस चालक की मदद से मां के शव को स्ट्रेचर पर रखा और करीब एक किलोमीटर पैदल चलकर नदी के दूसरी ओर पहुंचे. इसके बाद शव को ऑटो में रखकर गांव ले गए. इस हृदयविदारक दृश्य ने वहां मौजूद हर व्यक्ति को झकझोर दिया.
विपक्ष ने सरकार किया हमला
इस घटना ने विपक्षी दलों को भाजपा सरकार पर हमला करने का मौका दे दिया. समाजवादी पार्टी ने X पर लिखा, ''भाजपा सरकार में जनता बेबस और मजबूर! हमीरपुर में योगी सरकार के तन्त्र ने फिर मानवता को किया शर्मसार. जहां एक तरफ मरम्मत के लिए बंद यमुना पुल पर लाश वाली एंबुलेंस को जाने से रोका बेटे को स्ट्रेचर पर ले जाना पड़ा मां का शव,वहीं दूसरी तरफ भाजपा सरकार के विधायक की कार का उसी बंद पुल गुजरना बेहद शर्मनाक. जनता जवाब देगी.''
वहीं, कांग्रेस ने X पर लिखा,ये घटना BJP की सरकारों में उस मानसिकता का सबूत है- जहां सत्ता के नशे में चूर नेता खुद को 'राजा' समझते हैं, उन्हें जनता के दुख-दर्द, परेशानियों से कोई फर्क नहीं पड़ता. शर्मनाक!'
यहां देखें कांग्रेस का पूरा पोस्ट
विधायक ने दी सफाई
वहीं, हमीरपुर सदर विधायक मनोज प्रजापति ने इस मामले में सफाई देते हुए कहा कि जब वे पुल पार कर रहे थे, तब यातायात पूरी तरह बंद नहीं हुआ था. इसलिए उनकी गाड़ी को जाने दिया गया. गौरतलब है कि इससे पहले 21 जून को भी प्रमुख सचिव का काफिला बंद पुल से गुजरा था. इस घटना ने प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए हैं, क्योंकि आम जनता को सख्त नियमों का पालन करना पड़ता है, जबकि प्रभावशाली लोगों को छूट मिलती दिख रही है.