दो आधार कार्ड, दो नाम, एक ही तस्वीर: क्या है कथावाचक की पहचान का सच?

न्यूज तक

इटावा में कथावाचक की जाति को लेकर चल रहा विवाद अब एक नया मोड़ ले चुका है. जिस घटना के बाद सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने इन कथावाचकों का सम्मान किया था, अब उन्हीं पर गांव की महिलाओं ने छेड़खानी के गंभीर आरोप लगाए हैं.

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इटावा में कथावाचक की जाति को लेकर चल रहा विवाद अब एक नया मोड़ ले चुका है. जिस घटना के बाद सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने इन कथावाचकों का सम्मान किया था, अब उन्हीं पर गांव की महिलाओं ने छेड़खानी के गंभीर आरोप लगाए हैं. साथ ही, इनके दो-दो आधार कार्ड सामने आने से मामला और गहरा गया है.

इटावा में कथावाचक के दो आधार कार्ड सामने आए हैं. खास बात ये है कि दोनों आधार कार्डों का नंबर एक ही है और उन पर एक ही व्यक्ति की फोटो लगी है, लेकिन नाम अलग-अलग हैं. इससे इनकी असली पहचान पर सवाल उठ खड़े हुए हैं. पुलिस ने इन आधार कार्डों की जांच शुरू कर दी है.

छेड़खानी के आरोप और निष्पक्ष जांच की मांग

गांव की रेनू तिवारी और उनके पति जय प्रकाश तिवारी ने मंगलवार शाम इटावा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से मिलकर छेड़खानी की शिकायत की. उन्होंने पुलिस से निष्पक्ष कार्रवाई की मांग की है.

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ब्राह्मण समाज महासभा के प्रदेश अध्यक्ष अरुण दुबे ने भी इस मामले पर अपनी बात रखी. उन्होंने कहा कि ये कथावाचक फर्जी आधार कार्ड बनवाकर ब्राह्मण बनकर लोगों को गुमराह कर रहे थे. उन्होंने बताया कि पहले इन्होंने खुद को ब्राह्मण बताया और कथावाचक बने, लेकिन जब सच्चाई सामने आई, तब यह घटना हुई. अरुण दुबे ने मारपीट की निंदा करते हुए कहा कि महिला के साथ हुई छेड़खानी की जांच होनी चाहिए और उन कथावाचकों पर भी कार्रवाई होनी चाहिए.

पीड़ित महिला ने बताई आपबीती

पीड़ित महिला रेनू तिवारी ने बताया कि ये कथावाचक उनके घर कथा कहने आए थे. पहले दिन की कथा खत्म होने के बाद जब वे खाना खिला रहे थे, तब कथावाचक ने उनकी उंगली पकड़कर बदतमीजी की और छेड़खानी की. रेनू ने तुरंत अपने पति को बताया, जिसके बाद वहां मौजूद लड़के गुस्से में आ गए. उन्होंने पुलिस अधिकारी से इसकी शिकायत की है. उन्होंने आरोप लगाया कि ये लोग फर्जी तरीके से ब्राह्मण बनकर आए थे और इनके आधार कार्ड भी फर्जी थे.

पति का बयान और अखिलेश यादव से संबंधों की धमकी

पीड़ित महिला के पति जयप्रकाश तिवारी ने बताया कि वे हरिद्वार में रहते हैं और प्राइवेट नौकरी करते हैं. उन्हें इन कथावाचकों के बारे में कुछ नहीं पता था. उन्होंने बताया, "जैसे ही शाम को उन्होंने मेरी पत्नी के साथ बदतमीजी और छेड़खानी की, तो हमने विरोध किया. इस पर वे हमें धमकाने लगे और कहने लगे कि उनके संबंध अखिलेश यादव से हैं और वे हमें घर से उठा लेंगे."

जयप्रकाश ने बताया कि उसी समय उन्हें पता चला कि ये लोग यादव हैं. उन्होंने कहा कि वे बाहर रहते हैं और उनके बच्चे भी बाहर रहते हैं, इसलिए वे डर गए. इसके बाद वहां के स्थानीय लड़कों ने उनके साथ जो किया, वह ठीक नहीं था. उन्होंने अधिकारियों से शिकायत की है और निष्पक्ष जांच की मांग की है.

पुलिस ने दिया जांच का आश्वासन

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि पीड़ित महिला ने कुछ बातें बताई हैं. मामले की जांच की जा रही है और सच्चाई के आधार पर कार्रवाई की जाएगी.
 

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