केंद्र सरकार ने बिहार को दी 6014 करोड़  रुपए की सौगात, रेलवे और सड़क क्षेत्र में होगा विकास

Bihar News: केंद्र सरकार ने बिहार को 6014 करोड़ की सौगात दी. रेलवे और सड़क परियोजनाओं से यात्रा आसान होगी, कनेक्टिविटी, पर्यटन और रोजगार के अवसर बढ़ेंगे.

केंद्र सरकार ने बिहार को 6014 करोड़ की सौगा दी – रेलवे और सड़क विकास परियोजना
केंद्र सरकार ने दी बिहार को बड़ी सौगात

न्यूज तक डेस्क

24 Sep 2025 (अपडेटेड: 24 Sep 2025, 05:04 PM)

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केंद्र सरकार ने बिहार को 2 बड़ी सौगात दी है. पीएम मोदी की अध्यक्षता में बुधवार को हुई केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में राज्य में रेल और सड़क विकास के लिए कुल 6014 करोड़ रुपए की परियोजनाओं पर मुहर लगा दी गई है. रेलवे के क्षेत्र में विकास में 2192 करोड़ रुपए का खर्च तो वहीं सड़कों के विकास के लिए 3822 करोड़ की राशि दी गई है. माना जा रहा है कि इन दोनों क्षेत्र के विकास से राज्य के लोगों को काफी मदद मिलेगा क्योंकि इससे यात्रा में सुविधा से व्यापार में बढ़ोतरी होगा और इससे राज्य के बुनियादी ढांचे को मजबूती मिलेगी.

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79 किलोमीटर लंबी फोर लेन सड़क बनेगी

केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बिहार के साहेबगंज-अरेराज-बेतिया खंड पर 78.942 किलोमीटर लंबी चार-लेन वाली सड़क के निर्माण को मंजूरी दे दी है. यह सड़क NH-139W का हिस्सा होगी, जिसका निर्माण हाइब्रिड एन्युइटी मोड (HAM) के तहत किया जाएगा. इस परियोजना की अनुमानित लागत ₹3,822.31 करोड़ है. 

कनेक्टिविटी में सुधार से होगा आर्थिक विकास

इस योजना के तहत पटना और बेतिया के बीच फोर लेन-सड़क का निर्माण होगा जिससे की कनेक्टिविटी में सुधार आएगा. साथ ही उत्तरी बिहार के जिलों जैसे वैशाली, सारण, सीवान, गोपालगंज, मुजफ्फरपुर, पूर्वी चंपारण और पश्चिमी चंपारण को नेपाल सीमा तक जोड़ेगी. इस परियोजना से ना केवल लोगों को आवाजाही में सुविधा मिलेगी बल्कि सामान लाने-ले जाने के लिए भी उपयोग की जाएगी. इससे आसपास के इलाकों में भी आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा.

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पर्यटन के क्षेत्र में भी होगा विकास

इस परियोजना से बिहार के प्रमुख पर्यटन और धार्मिक स्थलों तक पहुंचने में भी सुधार होगा, जिसमें  केसरिया बुद्ध स्तूप, सोमेश्वरनाथ मंदिर, जैन मंदिर, विश्व शांति स्तूप और महावीर मंदिर शामिल हैं. साथ ही यह बौद्ध सर्किट को भी मजबूत करेगी जो इंटरनेशनल पर्यटन की संभावनाएं बढ़ाएगी.

रोजगार के अवसर और समय की बचत

सरकार के अनुसार, यह परियोजना प्रत्यक्ष रूप से लगभग 14.22 लाख कार्य-दिवस और अप्रत्यक्ष रूप से 17.69 लाख कार्य-दिवस का रोजगार पैदा करेगी. इसके अलावा, सड़क के आसपास आर्थिक गतिविधियों में वृद्धि से और भी रोजगार के अवसर पैदा होंगे.

वहीं सड़क को इस हिसाब से डिजाइन किया जाएगा जिसकी स्पीड 100 किमी प्रति घंटा होगी, जबकि इस पर चलने वाले वाहनों की अधिकतम गति 80 किमी प्रति घंटा होगी. यानी कि साहेबगंज से बेतिया की यात्रा में लगने वाला समय 2.5 घंटे से घटकर सिर्फ 1 घंटे रह जाएगा. यह यात्रियों और मालवाहक वाहनों दोनों के लिए एक सुरक्षित, तेज और बिना किसी बाधा के  यात्रा सुनिश्चित करेगा.

सिंगल लाइन को किया जाएगा डबल लाइन

सड़क के साथ-साथ रेलवे क्षेत्र में भी विकास के लिए बख्तियारपुर-राजगीर-तिलैया रेलखंड को सिंगल लाइन से डबल लाइन में बदलने के लिए मंजूरी मिल गई है. इस परियोजना में 2192 करोड़ रुपए की लागत आएगी जो कि राज्य के चार जिलों से होकर गुजरेगी. इस विकास से राजगीर, नालंदा और पावापुरी जैसे महत्वपूर्ण धार्मिक और पर्यटन स्थलों की कनेक्टिविटी बढ़ेगी. 

इतनी आबादी को होगा सीधा फायदा

सिंगल लाइन को डबल लाइन बदलने से लगभग 1400 से ज्यादा गांव और 13 लाख से ज्यादा आबादी को इसका सीधा फायदा मिलेगा. वहीं गया और नवादा जैसे जिलों में कनेक्टिविटी को और मजबूती मिलेगी. 

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