Bihar Bandh: बिहार में आज सड़कों से लेकर रेलवे स्टेशनों तक हंगामा मचा हुआ है. महागठबंधन ने वोटर लिस्ट के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) और ट्रेड यूनियनों के समर्थन में 'बिहार बंद' का आह्वान किया है. राजद नेता तेजस्वी यादव और सांसद पप्पू यादव के नेतृत्व में कार्यकर्ता सड़कों पर उतर आए, जिससे गांधी सेतु से लेकर जहानाबाद तक यातायात ठप हो गया.
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सड़कों पर टायर जलाए गए, ट्रेनें रोकी गईं और कार्यकर्ताओं ने अनोखे अंदाज में क्रिकेट तक खेला. यह बंद न केवल बिहार की सियासत को गर्म कर रहा है, बल्कि आम लोगों का ध्यान भी खींच रहा है. आइए, जानते हैं क्या है पूरा मामला.
गांधी सेतु पर चक्का जाम, सड़कों पर क्रिकेट
महागठबंधन के नेता तेजस्वी यादव के निर्देश पर राजद विधायक डॉ. मुकेश रौशन ने उत्तरी बिहार के अहम रास्ते गांधी सेतु और रामाशीष चौक पर चक्का जाम किया. इस दौरान गाड़ियों की लंबी कतारें लग गईं. प्रदर्शन को अनोखा बनाने के लिए राजद कार्यकर्ताओं ने सड़क पर क्रिकेट खेलकर सरकार के खिलाफ अपना गुस्सा जाहिर किया.
मनेर में राष्ट्रीय राजमार्ग 30 पर सुबह 7 बजे से आगजनी और नारेबाजी के साथ बंद को समर्थन दिया गया. राजद नेता ललन यादव ने कहा कि यह प्रदर्शन गरीब और अल्पसंख्यक मतदाताओं के अधिकारों की रक्षा के लिए है.
रेलवे स्टेशनों पर प्रदर्शन, पुलिस सतर्क
जहानाबाद, दरभंगा और सासाराम में महागठबंधन और राजद की छात्र शाखा ने रेलवे स्टेशनों पर प्रदर्शन किया. जहानाबाद कोर्ट रेलवे स्टेशन पर पटना-गया पैसेंजर ट्रेन को रोककर नारेबाजी की गई, हालांकि पुलिस ने तुरंत हस्तक्षेप कर स्थिति को सामान्य किया. दरभंगा में बिहार संपर्क क्रांति एक्सप्रेस को रोककर कार्यकर्ता रेल पटरियों पर बैठ गए.
सासाराम में सुबह 6 बजे से ही सीआरपीएफ और आरपीएफ तैनात थी, ताकि स्टेशन परिसर में कोई हंगामा न हो. पटना के सचिवालय हॉल्ट स्टेशन को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया, जहां सांसद पप्पू यादव के पहुंचने से पहले अधिकारियों ने पुलिसकर्मियों को सख्त निर्देश दिए कि रेलवे संपत्ति को नुकसान न होने दिया जाए.
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वोटर लिस्ट रिवीजन पर क्यों है विवाद?
महागठबंधन का आरोप है कि चुनाव आयोग का वोटर लिस्ट रिवीजन अभियान गरीब और हाशिए पर रहने वाले मतदाताओं को वोटिंग के अधिकार से वंचित करने की साजिश है. राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा, "चुनाव आयोग एक राजनीतिक दल का अंग बन गया है. गरीबों के नाम मतदाता सूची से हटाए जा रहे हैं, जिससे उनकी पेंशन और राशन भी छीना जाएगा." राजद के चंदन यादव ने डॉ. लोहिया के हवाले से कहा कि अगर सड़कें सुनसान हो जाएंगी, तो संसद बहरी हो जाएगी. विपक्ष ने इस प्रक्रिया को तुरंत रोकने की मांग की है.
पटना से मुजफ्फरपुर तक बंद का असर
पटना के इनकम टैक्स गोलंबर पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सड़क जाम कर विरोध जताया. मुजफ्फरपुर के जीरोमाइल चौक पर राजद कार्यकर्ताओं ने चक्का जाम किया, जिससे सीतामढ़ी, दरभंगा, मोतिहारी और हाजीपुर जाने वाले रास्तों पर यातायात प्रभावित हुआ. सिवान में एमएलसी विनोद जायसवाल और विधायक बच्चा जी पांडे के नेतृत्व में सड़कों को बंद किया गया. जहानाबाद में एनएच-83 पर आगजनी और नारेबाजी के साथ प्रदर्शन जारी रहा. मोतिहारी में भी सुबह से राजद कार्यकर्ता चक्का जाम में जुटे रहे.
जेडीयू का पलटवार
बिहार बंद पर जेडीयू नेता राजीव रंजन ने पलटवार करते हुए कहा कि वोटर लिस्ट रिवीजन का काम सही दिशा में चल रहा है और 4 करोड़ मतदाताओं के प्रपत्र चुनाव आयोग के पास पहुंच चुके हैं. उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि उनकी जमीन खिसक रही है, इसलिए वे लोगों को गुमराह कर रहे हैं.
क्या होगा आगे?
महागठबंधन का यह प्रदर्शन बिहार की सियासत में नया मोड़ ला सकता है. तेजस्वी यादव और पप्पू यादव के नेतृत्व में यह बंद न केवल वोटर लिस्ट रिवीजन के खिलाफ है, बल्कि गरीबों और अल्पसंख्यकों के अधिकारों की लड़ाई का प्रतीक बन गया है. दूसरी ओर, प्रशासन की सख्ती और जेडीयू का जवाब इस विवाद को और गर्म करने की ओर इशारा कर रहा है.
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