बिहार में इस साल विधानसभा चुनाव होने वाले है. इसी कड़ी में हर राजनीतिक दल अपना वोट बैंक मजबूत करने और समीकरण सही करने में पहले से ही जुट गया है. फिलहाल चुनाव की कोई आधिकारिक घोषणा तो नहीं हुई है लेकिन संभावनाएं जताई जा रही है कि छठ पूजा के आसपास यह चुनाव हो सकता है.
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लेकिन इस चुनाव से ठीक पहले जन सुराज और पीके को एक बड़ा झटका लगा है. कल यानी मंगलवार को जन सुराज पार्टी के बड़े नेता और पूर्व आईपीएस अधिकारी आनंद मिश्रा, पूर्व केंद्रीय मंत्री नागमणि सहित कई लोग बीजेपी जॉइन करने वाले है. आइए विस्तार से जानते हैं पूरी कहानी.
बीजेपी में शामिल होंगे ये कद्दावर नेता
बिहार की राजनीति में कल का दिन भारतीय जनता पार्टी के लिए एक सुनहरा दिन है. चुनाव से ठीक पहले कई जानी-मानी और बड़ी हस्तियां भाजपा से जुड़ने वाली है जिससे की आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा का समीकरण काफी मजबूत हो सकता है. कल एक समारोह के दौरान जन सुराज अभियान के यूथ विंग के अध्यक्ष रहे पूर्व आईपीएस अधिकारी आनंद मिश्रा बीजेपी की सदस्यता लेंगे. माना जा रहा है कि उनके बीजेपी में जुड़ने से काफी लाभ होगा.
आनंद मिश्रा के साथ ही बिहार के कद्दावर और पूर्व केंद्रीय मंत्री नागमणि और उनकी पत्नी सुचित्रा सिन्हा भी कल भाजपा को जॉइन करेंगी. साथ ही कई अन्य जाने माने लोग भी प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल और अन्य नेताओं की मौजूदगी में बीजेपी की सदस्यता लेंगे और इस दिन को ऐतिहासिक बनाएंगे.
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बक्सर से चुनाव लड़ सकते हैं आनंद मिश्रा
पूर्व आईपीएस अधिकारी आनंद मिश्रा के पार्टी जॉइन करने से पहले ही यह बात उड़ने लगी है कि वे बक्सर से आगामी चुनाव में प्रत्याशी हो सकते है. आपको बता दें कि आनंद मिश्रा लोकसभा चुनाव में बक्सर से बीजेपी का टिकट चाहते थे लेकिन उन्हें नहीं मिला. फिर उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ा था और अपने दम पर 47000 से अधिक वोट प्राप्त किए थे. हालांकि रिजल्ट में बीजेपी प्रत्याशी को आरजेडी के सुधाकर सिंह ने 30 हजार वोटों से हरा दिया था.
नागमणि बिहार की राजनीति में बड़ा चेहरा
आनंद मिश्रा के साथ ही बीजेपी जॉइन करने वाले नागमणि का भी बिहार में काफी नाम है. इनके पास बिहार की राजनीति का लंबा अनुभव रहा है और साथ ही उनके समर्थकों के बीच अच्छी पकड़ भी है. यह भी माना जा रहा है कि भाजपा को इनसे ओबीसी वोट बैंक साधने में काफी मदद मिलेगी.
आपको बता दें कि चुनाव से पहले भाजपा में इन हस्तियों के आने से पार्टी को काफी मजबूती मिलेगी और साथ ही लोकसभा चुनाव के लिए भी एक नींव तैयार होगी. अब देखना यह दिलचस्प होगा की क्या आनंद मिश्रा को इस बार बक्सर से टिकट मिलता है या नहीं और यह समीकरण बिहार चुनाव में कितना खड़ा उतरता है.
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