बिहार में मौसम इन दिनों कहर बनकर टूटा है. बीते कुछ दिनों से हालात ऐसे हैं मानो आसमान से आफत बरस रही हो. कहीं आंधी-तूफान तो कहीं बारिश की बौछार ने जन जीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है. पिछले 3-4 दिनों से मौसम खराब बना हुआ है. कहीं तूफानी सुबह है तो कहीं डरावनी शाम. गुरुवार की सुबह जब लोगों ने आंखें खोलीं, तो सीतामढ़ी, शिवहर , दरभंगा, सहरसा, मधुबनी और अररिया इन 6 जिलों में तूफान की सरसराहट हवा में घुल चुकी थी. धूलभरी आंधी, तेज हवाएं और आसमान में काले बादलों ने माहौल को डरावना बना दिया था. मधुबनी में ओले गिरने से खेतों में खड़ी फसलें बर्बाद हो गईं थी. बीते 24 घंटे में सबसे अधिक तापमान गया में 37.8 डिग्री दर्ज किया गया वहीं सहरसा के अगवानपुर में 15 डिग्री के साथ सबसे कम तापमान दर्ज किया गया.
ADVERTISEMENT
8 जिलों में ऑरेंज तो 20 से ज्यादा जिलों में यलो अलर्ट
मौसम विभाग ने आज भी राज्य के 8 जिलों में भारी बारिश तेज हवा और बिजली गिरने को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जिसमें पूर्वी चंपारण,पश्चिमी चंपारण, कटिहार, सुपौल, सहरसा, किशनगंज , अररिया और मधुबनी जिला शामिल है. इसके अलावा 20 से ज्यादा जिलों में यलो अलर्ट जारी किया गया है. इन जिलों में 40-50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने और गरज-तड़क के साथ बारिश व ओले गिरने की आशंका है. इनमें आने वाले गोपालगंज, सिवान, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, पटना, नालंदा , गया, नवादा, जमुई , शेखपुरा, बेगूसराय, खगड़िया, मुंगेर, बांका, भागलपुर जैसे कई जिले शामिल है. वहीं कैमूर, बक्सर, रोहतास, औरंगाबाद, अरवल, भोजपुर इन जिलों में फिलहाल बारिश को लेकर कोई
अलर्ट नहीं है.
ये खबर भी पढ़ें: बिहार के 20 जिलों में तेज आंधी और बारिश का अलर्ट जारी, 24 घंटे बेहद खतरनाक
आकाशीय बिजली गिरने से 22 की मौत, बढ़ रहे आंकड़े
बुधवार 10 अप्रैल को बिहार के अलग-अलग जिलों में अचानक मौसम में बदलाव होने के बाद कई इलाकों में आंधी-तूफान आया. साथ ही आकाशीय बिजली गिरने से 22 लोगों की मौत हो गई. बेगूसराय और दरभंगा में 5-5 मौतें हुई हैं, वहीं मधुबनी में 4, औरंगाबाद में 2, सहरसा में 2, समस्तीपुर में 2 और लखीसराय-गया में 1-1 की जान चली गई. फिलहाल आंकड़े और बढ़ रहे है.
मौसम विभाग की चेतावनी
खराब मौसम को देखते हुए मौसम विभाग लगातार लोगों को सुरक्षित रहने की सलाह दे रहा है . विभाग ने इसके प्रभाव और सुझाव को लेकर एडवायजरी जारी की है. लोगों को कमजोर इमारतों से दूर रहने, घरों में सुरक्षित रहने और पेड़ या बिजली के खंभों के नीचे खड़ा न होने की सलाह दी गई है. खेतों में काम और बाहर की गतिविधियां फिलहाल टालने में ही समझदारी बताई गई है. खास कर किसानों को खेती के सभी कार्यों और बाहरी गतिविधियों को निलंबित करने की सलाह दी गई है.
तापमान में उठा-पटक
मौसम केंद्र के मुताबिक, 13 अप्रैल तक मौसम का मिजाज ऐसा ही बना रहेगा. तेज हवाएं और बारिश भले ही गर्मी से थोड़ी राहत दें, लेकिन फसल और रोजमर्रा की जिंदगी पर इसका असर दिखेगा.
ये खबर भी पढ़ें: बिहार में बेरोजगारों के लिए बड़ा ऐलान, स्वास्थ्य विभाग समेत 20 हजार से ज्यादा पदों पर होंगी भर्तियां
ADVERTISEMENT