बिहार चुनाव के पहले फेज की वोटिंग से महज एक सप्ताह पहले यानी 30 अक्टूबर को बाहुबलियों के गढ़ मोकामा में हुए हत्याकांड का मामला अभी ठंडा नहीं पड़ा है. जन सुराज समर्थक दुलारचंद यादव की हत्या ने प्रदेश की राजनीति में सनसनी फैला दी है. इस घटना को लेकर कई तरह के वीडियो सामने आए थे. अब एक और नया वीडियो सामने आया है जिसे की उनके मौत के पहले का वीडियो होने का दावा किया जा रहा है. चंद सेकेंड के इस वीडियो ने फिर एक बार इस हत्याकांड के मामले को गरमा दिया है.
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नया वीडियो हो रहा वायरल
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस चंद सेकेंड के वीडियो में देखा जा सकता है दुलारचंद यादव अपना कुर्ता उतार रहे हैं और वे बनियान, धोती और जुते में नजर आ रहे है. कुर्ता उतारने के बाद वह गाड़ी की तरफ जाते हुए भी दिखाई दे रहे है. साथ ही दुलारचंद यादव का कुर्ता फटा हुआ भी नजर आ रहा है. हालांकि अभी तक ऐसा कोई भी वीडियो सामने नहीं आया है जिसमें उन पर कोई भी हमला करते दिखे. वायरल वीडियो को लेकर तरह-तरह के दावे किए जा रहे हैं, लेकिन बिहार तक इस वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करता है.
यहां देखें वीडियो
30 अक्टूबर को हुई थी मौत
यह पूरी घटना 30 अक्टूबर को घटित हुई जब एनडीए प्रत्याशी अनंत सिंह और जन सुराज के प्रत्याशी पीयूष प्रियदर्शी का काफिला आमने-सामने हुआ. इसी दौरान दोनों पक्षों में झड़प हुआ और दुलारचंद यादव की मौत हो गई. पहले दावा किया जा रहा था उनकी मौत गोली लगने से हुई है लेकिन पोस्टमार्टम के बाद यह साफ हो गया कि उनकी मौत के पीछे की वजह इंटरनल ब्लीडिंग और पसलियां टूटना है.
14 दिन की न्यायिक हिरासत में अनंत सिंह
इस मामले में दुलारचंजद यादव के परिजनों ने अनंत सिंह पर हत्या का आरोप लगाया था. आज तक से खास बातचीत में उनके पोते नीरज कुमार ने कहा कि उन्होंने खुद अपनी आंखों से अनंत सिंह को गोली चलाते हुए देखा है और अनंत सिंह ने ही मेरे दादा को मारा है. हालांकि पुलिस ने अनंत सिंह को 1 नवंबर की देर रात करीबन डेढ बजे ही गिरफ्तार कर लिया था और उन्हें फिलहाल 14 की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है.
ललन सिंह ने संभाला कमान
अनंत सिंह के जेल जाने के बाद जदयू के कद्दावर नेता और केंद्रीय मंत्री ललन सिंह ने आज यानी 3 अक्टूबर को मोकामा में रोड शो और जनसभा को संबोधित किया. जनता को संबोधन देने के दौरान ललन सिंह ने कहा कि, जब अनंत बाबू यहां थे तब मेरी जिम्मेदारी कम थी, लेकिन जब वे यहां नहीं तो मेरी जिम्मेदारी बढ़ गई है. इसलिए मैंने मोकामा चुनाव प्रचार का कमान संभाल लिया है.(यहां पढ़ें पूरी खबर)
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