Gopal Khemka Murder Mystery: पटना के चर्चित गोपाल खेमका हत्याकांड की गुत्थी लगभग सुलझ गई है. 4 जुलाई की रात गांधी मैदान इलाके में हुई इस सनसनीखेज हत्या ने पूरे बिहार को हिलाकर रख दिया था. पुलिस की ताबड़तोड़ कार्रवाई ने न केवल शूटर को पकड़ा, बल्कि सुपारी देने वाले मास्टरमाइंड और हथियार सप्लाई करने वाले का भी पर्दाफाश कर दिया. 10 लाख की सुपारी, एक एनकाउंटर, और कई गिरफ्तारियों से इस केस में परत दर परत चीजें सामने आई. आइए जानते है इस हत्याकांड की पूरी कहानी.
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10 लाख की सुपारी
पटना पुलिस ने सोमवार को मुख्य शूटर उमेश यादव को मालसलामी इलाके से धर दबोचा. उमेश ने ही गोपाल खेमका की हत्या के लिए 10 लाख रुपये की सुपारी ली थी, जिसमें से उसे 1 लाख रुपये एडवांस मिले थे. पुलिस को उसके पास से हत्या में इस्तेमाल की गई बाइक, एक पिस्तौल, 80 कारतूस, दो मोबाइल फोन और 1 लाख रुपये नकद मिले. उमेश की निशानदेही पर पुलिस ने उदयगिरी अपार्टमेंट में छापेमारी की, जहां से हत्या के हथियार गंगा किनारे से बरामद हुए.
मास्टरमाइंड अशोक साव का पर्दाफाश
पुलिस की जांच में बड़ा खुलासा हुआ कि इस हत्याकांड का मास्टरमाइंड कोई और नहीं, बल्कि पटना का कारोबारी अशोक साव था. मंगलवार को पुलिस ने उसे उदयगिरी अपार्टमेंट से गिरफ्तार कर लिया. माना जा रहा है कि अशोक ने ही उमेश को सुपारी दी थी. हत्या के बाद उमेश कुछ देर के लिए अशोक के अपार्टमेंट में रुका था, जिसने पुलिस का शक गहरा कर दिया.
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एनकाउंटर में ढेर हुआ हथियार सप्लायर राजा
मंगलवार देर रात मालसलामी इलाके में पुलिस और अपराधियों के बीच मुठभेड़ हुई, जिसमें हथियार सप्लायर विकास उर्फ राजा मारा गया. रात 2:45 बजे हुई इस कार्रवाई में पुलिस ने घटनास्थल से एक पिस्तौल, गोलियां और खोखे बरामद किए. राजा ने ही उमेश को हत्या के लिए हथियार मुहैया कराए थे.
कैसे हुई गोपाल खेमका की हत्या?
4 जुलाई की रात करीब 11:40 बजे गोपाल खेमका बांकीपुर क्लब से अपने गांधी मैदान स्थित घर लौट रहे थे. जैसे ही वे घर पहुंचे, पहले से घात लगाए शूटर ने उन पर गोलियां चला दीं. जांच में पता चला कि दो अन्य लोग शूटर को पल-पल की जानकारी दे रहे थे. एक शख्स क्लब से निगरानी कर रहा था, जबकि दूसरा बिस्कोमान टावर के पास तैनात था. योजन के मुताबिक, अंतिम संकेत मिलने के बाद ही उमेश ने हमला किया.
राजनीति में भी हलचल
इस हत्याकांड में एक ‘राजनीतिक व्यक्ति’ के शामिल होने का दावा बीजेपी प्रवक्ता नीरज उमर ने किया था, जिसकी जांच में फिलहाल पुष्टि नहीं हुई है. उधर, सत्ताधारी जेडी(यू) ने पुलिस की पीठ थपथपाई. राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा, “मुखमंत्री नीतीश कुमार के शासन में अपराधियों को बख्शा नहीं जाएगा. पुलिस ने इस कार्रवाई से बड़ा संदेश दिया है.” बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने भी कहा, “अपराधियों को ठोकने का आदेश है. जो भी अपराध करेगा, पुलिस उस पर कार्रवाई करेगी.”
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