EPFO सब्सक्राइबर्स के लिए बड़ी खबर है. 1 जून से EPFO 3.0 की शुरुआत हो रही है, जिससे पीएफ का पैसा निकालना उतना ही आसान हो जाएगा जितना बैंक अकाउंट से कैश निकालना. ATM और UPI से PF विड्रॉल की सुविधा मिल रही है. आइए जानते हैं EPFO में क्या-क्या नए बदलाव हो रहे हैं.
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EPFO 3.0: क्या है नया?
1. ATM और UPI से PF विड्रॉल की सुविधा
अब EPFO सदस्य सीधे ATM से या UPI के जरिए PF का पैसा निकाल सकेंगे. ये सुविधा डिजिटल बैंकों की तरह EPFO को फाइनेंशियल फ्रीडम की दिशा में ले जाएगी.
2. क्लेम प्रोसेसिंग पूरी तरह ऑटोमेटेड
क्लेम अप्रूवल और सेटलमेंट अब पूरी तरह ऑटोमैटिक होगा. ऑटो-क्लेम सेटलमेंट की लिमिट ₹1 लाख से बढ़ाकर ₹5 लाख कर दी गई है.
3. KYC डिटेल्स खुद अपडेट करें
अब यूजर यूनिवर्सल अकाउंट नंबर (UAN) के जरिए नाम, जन्मतिथि, जेंडर, मैरिटल स्टेटस जैसे KYC डिटेल्स खुद ऑनलाइन अपडेट कर सकेंगे.
4. सेंट्रलाइज्ड पेंशन पेमेंट सिस्टम (CPPS)
अब पेंशनर्स किसी भी बैंक की किसी भी ब्रांच से अपनी पेंशन निकाल सकेंगे. पहले एक तय ब्रांच पर ही जाना पड़ता था.
5. HR या एम्प्लॉयर की निर्भरता खत्म
नौकरी बदलने पर अब PF ट्रांसफर के लिए HR से मदद लेने की ज़रूरत नहीं. सबकुछ खुद डिजिटल तरीके से किया जा सकेगा.
EPFO 3.0 : अब ATM से सेकेंडों में निकाल सकेंगे PF के पैसे, पहले लगते थे कई दिन
EPFO 3.0 की खास बातें?
- पीएफ के पैसे ATM से निकल सकेंगे. पहले इसे निकालने में 7 से 10 दिन लगते थे.
- EPFO से जुड़े कर्मचारियों के लिए ATM कार्ड जारी किए जाएंगे. ये कार्ड PF अकाउंट से लिंक होंगे.
- इसका ATM कार्ड का इस्तेमाल किसी भी ATM में कर सकते हैं.
- कुल जमा राशि का अधिकतम 50 फीसदी पैसे ही निकाले जा सकते हैं.
- EPFO के कर्मचारी किसी भी बैंक से अपनी पेंशन निकाल सकते हैं.
- एडवांस फंड निकासी की लिमिट भी 50,000 रुपए से बढ़कर 1 लाख रुपए हो गई है.
EPFO में पैसे निकालने को लेकर क्या है नियम? यहां जानें
नए फीचर्स के साथ क्या हैं जोखिम?
- ATM सुविधा से PF को रेगुलर बैंक अकाउंट की तरह यूज़ करने का खतरा.
- बार-बार पैसे निकालने से इंटरेस्ट लॉस होगा, जो PF पर 8.25% मिलता है- देश में सबसे ज्यादा फिक्स्ड रिटर्न में से एक है.
- इमरजेंसी फंड के तौर पर PF का संतुलित इस्तेमाल जरूरी.
निष्कर्ष
EPFO 3.0 भारत के 9 करोड़ PF सदस्यों के लिए फाइनेंशियल क्रांति साबित हो सकता है, लेकिन इस सुविधा का समझदारी से इस्तेमाल करना होगा ताकि रिटायरमेंट फंड सुरक्षित रहे.
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