एकमुश्त राशि पर गारंटीड रिटर्न चाहिए? FD पर ब्याज दरों में कटौती के बाद निवेशकों की नजर अब पोस्ट ऑफिस की किसान विकास पत्र (KVP) स्कीम पर है. भारत सरकार द्वारा संचालित यह स्कीम सुरक्षित भी है और मिलने वाला ब्याज टैक्स डिडक्शन से मुक्त भी है.
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35 वर्षीय साक्षी के पास सेविंग्स के ₹10 लाख रुपए हैं. वह एक निजी कंपनी में काम करती हैं. उन्हें मासिक खर्च की चिंता नहीं है. बाजार की अस्थिरता को देखते हुए साक्षी सुरक्षित और गारंटीड रिटर्न देने वाली सरकारी योजना की तलाश में हैं. अब सवाल ये है कि उनके जैसे निवेशक FD, POMIS या KVP में से किस योजना का चयन करें?
FD vs KVP – किसमें डबल फायदा?
- FD की वर्तमान ब्याज दर (जून 2025): 6.9% से 7.1% (बैंक के अनुसार)
- KVP की ब्याज दर (जून 2025): 7.5% (सरकार द्वारा तय)
निवेश योजना | ब्याज दर | डबल होने में समय | ₹10 लाख का अनुमानित रिटर्न |
FD | 7.0% करीब-करीब | 10 साल+ | ₹20.00 लाख (लगभग) |
KVP | 7.5% | 115 महीने (9 साल 7 महीने) | ₹20 लाख (गारंटीड) |
FD में ब्याज दर घटने के साथ ही लॉन्ग टर्म निवेशकों के लिए KVP ज्यादा आकर्षक बन गया है, खासकर उन लोगों के लिए जिन्हें टैक्स डिडक्शन नहीं चाहिए.
अन्य लोकप्रिय योजनाओं से तुलना
- SCSS: सिर्फ 60+ उम्र वालों के लिए, 8.2% ब्याज लेकिन साक्षी जैसे युवाओं के लिए नहीं.
- POMIS: ₹9 लाख तक की सीमा और मासिक ब्याज, लेकिन एकमुश्त रिटर्न नहीं.
- FD: इनकम टैक्स छूट में फायदा, लेकिन मिलने वाले ब्याज पर TDS लागू और ब्याज दर घट रही.
- POTD: इनकम टैक्स छूट में फायदा और ब्याज पर TDS भी नहीं, लेकिन निवेश की अवधि 5 साल.
KVP vs POTD vs POMIS vs FD तुलना टेबल
विशेषता | KVP | POTD (5 वर्ष) | POMIS | FD (10 वर्ष) | ||
स्कीम का नाम | किसान विकास पत्र | पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट | पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम | बैंक फिक्स्ड डिपॉजिट | ||
ब्याज दर (जून 2025) | 7.5% (वार्षिक कंपाउंडिंग) | 7.5% (वार्षिक कंपाउंडिंग) | 7.3% (मंथली पेड) | 6.9% (बैंक पर निर्भर) | ||
निवेश अवधि | 115 महीने (9 साल 7 महीने) | 5 साल | 5 साल | 5 से 10 साल | ||
निवेश राशि की सीमा | न्यूनतम ₹1,000, अधिकतम सीमा नहीं | न्यूनतम ₹1,000, अधिकतम सीमा नहीं | अधिकतम ₹9 लाख (सिंगल), ₹15 लाख (जॉइंट) | बैंक नीति पर निर्भर | ||
ब्याज भुगतान | मैच्योरिटी पर एकमुश्त | सालाना/मैच्योरिटी पर | हर महीने | मंथली/क्वार्टरली/मैच्योरिटी विकल्प | ||
टैक्स छूट | नहीं | हां, 80C (5 वर्ष के लिए) | नहीं | हां,80C (5 वर्ष के FD पर) | ||
ब्याज पर TDS | नहीं | नहीं (लेकिन टैक्सेबल) | नहीं (लेकिन टैक्सेबल) | हां, 10% TDS | ||
मैच्योरिटी पर राशि (₹10 लाख) | ₹20 लाख (दोगुना) | ₹14.4 लाख लगभग | ₹14.4 लाख + मंथली ब्याज | ₹19.8 लाख लगभग | ||
लिक्विडिटी/निकासी सुविधा | 2.5 साल बाद आंशिक निकासी संभव | 6 महीने बाद निकासी संभव (पेनल्टी) |
| प्रीमैच्योर निकासी पर जुर्माना | ||
सुरक्षा | 100% गारंटीड (सरकारी योजना) | 100% गारंटीड | 100% गारंटीड | बैंक पर निर्भर, DICGC सुरक्षा ₹5 लाख तक |
किस योजना को कौन चुने?
निवेशक का उद्देश्य | बेहतर विकल्प |
पैसा डबल करना है | KVP |
टैक्स छूट चाहिए | POTD / FD (5 वर्ष) |
हर महीने आय चाहिए | POMIS |
लिक्विडिटी चाहिए + टैक्स छूट | POTD / FD |
TDS से बचना है | KVP / POTD / POMIS |
किसान विकास पत्र (KVP) की खास बातें यहां जानें
पोस्ट ऑफिस मंथली स्कीम (POMIS) की पूरी डिटेल यहां जानें
पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट (POTD) की पूरी डिटेल यहां जानें
FD की पूरी डिटेल जाननी है तो यहां आएं
निष्कर्ष
यदि आप एकमुश्त पैसा लगाकर लॉन्ग टर्म में बिना रिस्क के डबल रिटर्न चाहते हैं तो किसान विकास पत्र (KVP) आपके लिए परफेक्ट विकल्प है। वहीं अगर आप टैक्स छूट चाहते हैं तो FD का ऑप्शन बेहतर हो सकता है, लेकिन ब्याज दरों में गिरावट से उसका आकर्षण कम हो गया है।
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