Vinay Narwal Father on Ceasefire: भारत और पाकिस्तान के बीच शनिवार को हुए सीजफायर(India Pakistan Ceasefire) के ऐलान के बाद जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले(Pahalgam Terror Attack) में शहीद हुए करनाल के नेवी अधिकारी विनय नरवाल के पिता राजेश नरवाल ने अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने भारतीय सेना की बहादुरी की तारीफ करते हुए कहा कि सेना ने आतंकियों को ऐसा सबक सिखाया है, जो उनकी आने वाली पीढ़ियों को भी याद रहेगा. साथ ही, उन्होंने सीजफायर के फैसले को सरकार और राष्ट्राध्यक्ष का सही कदम बताया.
ADVERTISEMENT
आतंकियों ने की कायराना हरकत
राजेश नरवाल ने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले को याद करते हुए कहा कि यह आतंकियों की बुजदिली थी. इस हमले में उनके बेटे विनय नरवाल शहीद हो गए थे. राजेश ने कहा, "उस हमले के बाद हमारी सरकार ने कड़ा रुख अपनाया और भारतीय सेना को तैनात किया. हमारे जवानों ने दिन-रात मेहनत कर आतंकियों को करारा जवाब दिया. यह जवाब आतंकवाद, उसे पनाह देने वालों और उसकी विचारधारा को बढ़ाने वालों के लिए एक ऐसी चोट है, जो उनके कानों में हमेशा गूंजेगी."
सीजफायर पर दिया ये रिएक्शन
भारत-पाकिस्तान के बीच हुए सीजफायर पर राजेश नरवाल ने कहा कि यह फैसला राष्ट्राध्यक्ष का है और इसे देश की जनता के हितों को ध्यान में रखकर लिया गया है. उन्होंने कहा, "कोई भी राष्ट्राध्यक्ष अपने देश के लोगों के लिए ही सोचता है. जो फैसला लिया गया है, वह बिल्कुल सही है." राजेश ने इस फैसले का समर्थन करते हुए इसे समय की जरूरत बताया.
ये भी पढ़ें: जान गंवाने वाले विनय की पत्नी हिमांशी नरवाल क्यों हो रहीं ट्रोल? महिला आयोग को क्यों देना पड़ा दखल?
"मोदी और सेना की वजह से संभव हुआ शौर्य"
राजेश नरवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय सेना की तारीफ की. उन्होंने कहा कि 2014 के बाद से सरकार ने कूटनीतिक और रणनीतिक कदम उठाए, जिसके चलते पूरी दुनिया में भारत को समर्थन मिला. उन्होंने कहा, "हमारे जवानों का शौर्य और आतंकियों को जवाब देने की ताकत सिर्फ हमारी सरकार और पीएम मोदी की वजह से संभव हो पाया है। दुनिया के देशों ने भी इस मामले में हमारा साथ दिया."
आतंकियों को अब हजार बार सोचना पड़ेगा
राजेश नरवाल ने आतंकियों को चेतावनी देते हुए कहा कि भारतीय सेना ने जो जवाब दिया है, उससे आतंकियों को अब कोई भी कदम उठाने से पहले हजार बार सोचना पड़ेगा. उन्होंने कहा, "हमारी सेना ने आतंकवाद को जड़ से खत्म करने का संदेश दिया है. यह हमारे शहीद बेटे और सभी जवानों की बहादुरी का नतीजा है."
हनीमून मनाने गए थे लेफ्टिनेंट विनय नरवाल
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम के बैसरन घाटी में आतंकवादियों ने वहां आए पर्यटकों को निशाना बनाया. इस हमले में 26 लोगों की जान चली गई तो वहीं कई घायल हुए थे. हरियाणा के विनय नरवाल जो कि भारतीय नौसेना में लेफ्टिनेंट के पद पर थे वे वहां हनीमून मनाने गए थे. 16 अप्रैल को ही उनकी शादी हुई थी. हादसे के बाद पूरा परिवार टूट गया है.
यह खबर भी पढ़ें: LoC पर शहीद हुए पलवल के दिनेश शर्मा ने 3 घंटे पहले अपने दोस्त से बताई थी ये बात, सुबह आई बुरी खबर
ADVERTISEMENT