LoC पर शहीद हुए पलवल के दिनेश शर्मा ने 3 घंटे पहले अपने दोस्त से बताई थी ये बात, सुबह आई बुरी खबर
Palwal Dinesh Sharma martyred: पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारतीय सेना ने 'ऑपरेशन सिंदूर' चलाकर पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) में आतंकियों के नौ ठिकानों को धूल चटा दी. इस गोलीबारी में भारतीय सेना के 5 FD रेजिमेंट के लांस नायक दिनेश कुमार शर्मा शहीद हो गए.
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Palwal Dinesh Sharma martyred: पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारतीय सेना ने 'ऑपरेशन सिंदूर' चलाकर पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) में आतंकियों के नौ ठिकानों को धूल चटा दी. इस कार्रवाई से बौखलाए पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा (LoC) पर सीजफायर का उल्लंघन करते हुए गोलाबारी शुरू कर दी. इस गोलीबारी में भारतीय सेना के 5 FD रेजिमेंट के लांस नायक दिनेश कुमार शर्मा शहीद हो गए. वह हरियाणा के पलवल जिले के मोहम्मदपुर गांव के रहने वाले थे.
शहीद दिनेश पांच भाइयों में सबसे बड़े
शहीद दिनेश शर्मा के पिता दयाचंद शर्मा ने बताया कि दिनेश अपने पांच भाइयों में सबसे बड़े थे. उनके दो और भाई भी सेना में देश की सेवा कर रहे हैं. उनके चचेरे भाई मुकेश सेना की मेडिकल विंग में हैं. शहीद दिनेश के दो बच्चे हैं और पत्नी गर्भवती है.
दयाचंद शर्मा ने बताया कि दिनेश सेना की आर्टिलरी डिवीजन 5 मीडियम में तैनात थे और दुश्मन की ओर से की गई गोलीबारी में बुरी तरह जख्मी हो गए, जिसके बाद इलाज के दौरान उन्होंने वीरगति प्राप्त की.
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ऑपरेशन से पहले हुई थी बात
शहीद दिनेश और उनके छोटे भाई पुष्पेंद्र के बीच घटना से दो दिन पहले बातचीत हुई थी, जिसमें दिनेश ने परिवार के सभी सदस्यों का हालचाल जाना था.
दोस्त का छूटा कॉल, फिर मिली बुरी खबर
दिनेश के दोस्त प्रदीप ने बताया कि 6 मई की रात करीब 10:30 बजे उनकी दिनेश से बात हुई थी. प्रदीप ने कहा कि दिनेश ने उन्हें बताया था कि वह एक मिशन पर जा रहे हैं और बाद में जानकारी देंगे. अगली सुबह करीब 4 बजे प्रदीप को दिनेश का फोन आया, लेकिन वह उठा नहीं पाए. जब उन्होंने वापस कॉल किया तो सिर्फ 'हेलो' सुनाई दिया और फोन कट गया.
सुबह करीब 7 बजे प्रदीप ने फिर से फोन किया और पूछा, "और सर कैसे हैं?" उधर से किसी ने बताया कि दिनेश की गर्दन पर चोट लगी है और उनका इलाज चल रहा है. इसके बाद उनके शहीद होने की दुखद खबर मिली.
पाक गोलाबारी में मासूमों की मौत
पाकिस्तान की इस कायराना हरकत में LoC पर आम नागरिकों को भी अपनी जान गंवानी पड़ी है. जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले के अलग-अलग इलाकों में चार मासूम बच्चे मारे गए. मरने वालों में 14 साल का अयान और 12 साल की अरूबा भी शामिल हैं, जो आपस में भाई-बहन थे और पुंछ जिले के कलानी गांव के रहने वाले थे. इसके अलावा, इस गोलाबारी में 7 साल की मरियम खातून और 13 साल के विहान भार्गव भी अपनी जान गंवा बैठे. पाकिस्तान की इस नापाक हरकत से सीमावर्ती इलाकों में शोक और गुस्सा का माहौल है.