UKSSSC paper leak 2025: UKSSSC की ग्रेजुएट लेवल परीक्षा पेपर लीक मामले की जांच की निगरानी के लिए नियुक्त हाईकोर्ट के पूर्व जस्टिस बीएस वर्मा ने निजी कारणों से खुद को जांच से अलग कर लिया है. इसके बाद अब सरकार ने इस मामले की निगरानी की जिम्मेदारी हाईकोर्ट के पूर्व जज जस्टिस यूसी ध्यानी को दी है. वे SIT के नए पर्यवेक्षक होंगे.
ADVERTISEMENT
इससे पहले बेरोजगार संघ ने SIT पर्यवेक्षक के तौर पर जस्टिस यूसी ध्यानी की नियुक्ति पर सवाल उठाए थे. बता दें कि जस्टिस ध्यानी 2018 में उत्तराखंड हाईकोर्ट से रिटायर हुए थे. इसके बाद वे कई अहम पदों पर रह चुके हैं. इनमें उत्तराखंड विद्युत नियामक आयोग और रियल एस्टेट अपीलेट अथॉरिटी शामिल हैं.
पूर्व जज यूसी ध्यानी करेंगे SIT की निगरानी
उत्तराखंड सरकार के ऑफिसियल ज्ञापन के मुताबिक, पूर्व जस्टिस ध्यानी SIT की जांच की बारीकी से निगरानी करेंगे और सुनिश्चित करेंगे कि पूरी ये पूरा प्रोसेस निष्पक्ष, पारदर्शी और तथ्य-आधारित रहे. उन्हें राज्य के जिलों का दौरा करने, शिकायतों की समीक्षा करने और SIT को मार्गदर्शन देने का भी अधिकार होगा.
SP ग्रामीण जया बलूनी करेंगी SIT का नेतृत्व
वहीं, सरकार ने 24 सितंबर को पांच SIT के गठन का आदेश जारी किया था. इस SIT का नेतृत्व देहरादून ग्रामीण की पुलिस अधीक्षक जया बलूनी को दिया गया था. इस दल को पूरे उत्तराखंड में दर्ज कदाचार (नकल करना या धोखाधड़ी करना) के मामलों की स्वतंत्र जांच करने और दोषियों की पहचान करने का कार्यभार सौंपा गया है.
क्या था मामला?
गौरतलब है कि 21 सितंबर 2025 को UKSSSC ने ग्रेजुएट लेवल एग्जाम आयोजित की थी. इस दौरान खालिद नाम के अभ्यर्थी ने कथित तौर पर पेपर के तीन पन्ने की फोटों खींचकर अपनी बहन को भेज दिए थे. इसके बाद मामले में पुलिस ने हरिद्वार से आरोपी खालिद को अरेस्ट कर लिया था. वहीं उसकी बहन साबिया पहले से ही पुलिस हिरासत में है. मामले में पुलिस अन्य परिवार के सदस्यों और अधिकारियों की भी जांच कर रही है.
ये भी पढ़ें: छात्रों के आंदोलन के बीच CM धामी का बयान आया सामने, कहा-छात्रों की आड़ में सरकार को बनाया जा रहा है निशाना
ADVERTISEMENT