UKSSSC Paper Leak: छात्रों के आंदोलन के बीच CM धामी का बयान आया सामने, कहा-छात्रों की आड़ में सरकार को बनाया जा रहा है निशाना

UKSSSC paper leak 2025: उत्तराखंड में UKSSSC ग्रेजुएशन लेवल पेपर लीक मामले ने तूल पकड़ लिया है. छात्र CBI जांच और परीक्षा रद्द की मांग पर अड़े हैं. इस बीच मामले में मुख्यमंत्री धामी ने कहा है कि मामले की जांच के लिए SIT गठित कर दी है. जांच के बाद जो भी सामने आएगा उसके आधार पर सरकार छात्रों के हित में फैसला लेगी.

ucc
उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी. (फाइल फोटो)
social share
google news

UKSSSC की ग्रेजुएशन लेवल पेपर लीक के मामले में प्रदेश के युवाओं ने राज्य सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल हुआ है. CBI जांच और पेपर कैंसिल की मांग को लेकर छात्रों का आंदोलन जारी है.प्रदेश के अलग-अलग जिलों में सैकड़ों युवा प्रदर्शन कर रहे हैं. वहीं इस बीच अब इस मामले में प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का बयान भी सामने आया है. सीएम धामी ने कहा कि कुछ लाेग की छात्रों की आड़ में सरकार को निशाना बना रहें हैं और उसका राजनीतिकरण कर रहे हैं.

सीएम ने कहा कि सरकार पारदर्शिता के साथ नियुक्तियां करने के लिए प्रतिबद्ध है. पेपर लीक पर उन्हाेंने कहा कि इस मामले में हाईकोर्ट जज की निगरानी में SIT जांच शुरू कर दी गई है. सीएम ने साफ किया कि जांच में जो भी आएगा. उसके आधार पर छात्रों के हित में निर्णय लेने से सरकार एक मिनट भी पीछे हटने वाली नहीं है.

सीएम की युवाओं से अपील

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि मैंने पहले भी सभी युवाओं कहा और अब भी अपील करता हूं कि युवाओं को  युवाओं को तय करना है कि आखिर उनका आंदोलन चलाने वाले कौन लोग हैं. आखिर उनके आंदोलन के कारण से युवाओं को नौजवानों को सड़क पर लाकर कौन लोग अपने हित साध रहे हैं और किन लागों ने इसका राजनीतिकरण कर दिया है.

यह भी पढ़ें...

सीएम ने कहा कि इस मामले में कुछ ऐसे लोग हैं जिनका इन युवाओं से और भर्ती परीक्षाओं से कोई लेना-देना नहीं है. वे केवल अपना स्वार्थ सिद्ध करना चाहते हैं. लेकिन हमारी सरकार ने हमेशा युवा हितों को पहले रखते हुए बीते 4 सालों में 25,000 से अधिक युवाओं को पारदर्शिता और बिना किसी भ्रष्टाचार के साथ नौकरी दी है. आगे भी हम भी ऐसे ही नौकरी देते रहेंगे.

SIT का गठन कर दिया गया है

सीएम ने कहा कि मौजूदा मामले में हमें युवाओं की तरफ से एक स्थान पर शिकायत मिली थी कि इसकी जांच होनी चाहिए. तो हमने रिटायर्ड हाईकोर्ट के जज के सुपरविजन में इसकी जांच कराने फैसला लिया है. इसके लिए SIT गठित कर दी है और एक माह तक भर्ती प्रक्रिया को पूरी तरह से रोक दिया गया है. सीएम धामी ने स्पष्ट किया कि SIT की जांच में जो भी सामने आएगा उसके आधार पर छात्रों के हित में निर्णय लेने से सरकार एक मिनट भी पीछे हटने वाली नहीं है.

आंदोलन का राजनीतिकरण का आरोप

सीएम धामी ने कहा कि ये दुर्भाग्यपूर्ण है कि छात्रों की आड़ में सरकार को निशाना बनाया जा रहा है. मामले का राजनीतिकरण किया जा रहा है. देशद्रोह के नारे लगाए जा रहे हैं और सनातन धर्म का अपमान किया जा रहा है. ये निश्चित रूप से हमारे युवाओं को भी सोचना है और हमारे युवा राज्य के बहुत विवेकशील हैं और राष्ट्रवादी हैं. इसके साथ ही उन्होंने कि हमारे राज्य के युवा बहुत विवेकशील हैं और राष्ट्रवादी हैं. निश्चित रूप से इस पर विचार करके वो आगे बढ़ेंगे.

ये भी पढ़ें: UKSSSC पेपर लीक मामले में बड़ा एक्शन, प्रशासन ने लक्सर में आरोपी खालिद की अवैध दुकान पर चलाया बुलडोजर

    follow on google news