Operation Kalnemi Uttarakhand: उत्तराखंड में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर शुरू हुए "ऑपरेशन कालनेमि" के तहत देहरादून पुलिस ने कई फर्जी बाबाओं को गिरफ्तार किया है. आरोप है कि ये लोग साधु-संतों का भेष धारण कर आम लोगों को भ्रमित करते हुए तंत्र-मंत्र, वशीकरण और भाग्य बदलने के नाम पर ठगी की वारदातों में शामिल थे.
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देहरादून पुलिस ने शनिवार को 23 ऐसे लोगों को हिरासत में लिया है. आरोप है कि ये बाबा खुद को संत बता कर लोगों को गुमराह कर रहे थे. इसमें भी ये खासकर महिलाओं और युवाओं को निशाना बनाते थे और घरेलू समस्याओं को तांत्रिक उपायों से हल करने का झूठा दावा करते थे.
इन आरोपियों को किया गया अरेस्ट
इस अभियान के तहत वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) देहरादून ने सभी थाना प्रभारियों को निर्देश दिए हैं कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में ऐसे व्यक्तियों को चिन्हित कर तत्काल कार्रवाई करें. इसी कड़ी में शनिवार को शहर के विभिन्न थाना क्षेत्रों से कुल 23 संदिग्ध व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया. इनमें आरोपियों में मनोज कुमार जोशी (बिजनौर), महेंद्र (बिजनौर), वेदप्रकाश (हाथरस), मोहन गिरि (बिजनौर), संतोष कुमार (मैनपुरी), रघुनाथ साहनी (दरभंगा), गुलशन नाथ और संदीप नाथ (सिरसा, हरियाणा), गुलाब चंद्र विश्वास (कोलकाता) शामिल हैं.
साधु के भेष में तंत्र मंत्र का आरोप
पुलिस का कहना है कि ये सभी व्यक्ति साधु-संतों की वेशभूषा में रहकर लोगों को कथित रूप से वशीकरण, तांत्रिक उपाय और भाग्य बदलने के नाम पर ठगते थे. इनमें से कई लंबे समय से देहरादून और आसपास के इलाकों में सक्रिय थे.
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यूएस नगर में 66 संदिग्ध हिरासत में
वहीं, उधम सिंह नगर में भी पुलिस ने भी शनिवार को 66 संदिग्धों ढोंगी पीर-फकीरों को हिरासत में लिया. ये कार्रवाई उधम सिंह नगर के एसएसपी मणिकांत मिश्रा के नेतृत्व में की गई. इनमें पीलीभीत, शाहजहांपुर, गया, रामपुर और बिजनौर के फर्जी बाबाओं को गिरफ्तार किया गया.
इनमें चुन्नू मियां (पीलीभीत), नाजिम, गया (बिहार), अफजल, (शाहजहांपुर), परवेज (पीलीभीत), इम्तियाज अली (खटीमा), तारीख अहमद (पीलीभीत) और मोहम्मद आसिफ (पीलीभीत) शामिल हैं. उधम सिंह नगर पुलिस से जारी जानकारी के अनुसार एसएसपी मणिकांत मिश्रा ने कहा कि यह अभियान भविष्य में भी जारी रहेगा.
धार्मिक ठगी पर सख्त कार्रवाई
पुलिस का कहना है कि धर्म के नाम पर लोगों की भावनाओं से खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ यह अभियान लगातार जारी रहेगा. ऑपरेशन कालनेमि का उद्देश्य जनता को ठगों से बचाना और फर्जी धार्मिक गतिविधियों पर पूर्ण विराम लगाना है.
पुलिस ने लोगों से की अपील
पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि अगर किसी को ऐसे लोगों की संदिग्ध गतिविधियों की जानकारी मिले तो वह नजदीकी थाने या पुलिस चौकी को तुरंत सूचित करें. साथ ही, यह भी आश्वासन दिया गया है कि सूचनादाता की पहचान पूरी तरह गोपनीय रखी जाएगी.
इनपुट: अंकित शर्मा
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